‘मैंने कभी नहीं कहा मुझे मुख्यमंत्री बनना है…’ हरियाणा के सीएम बनने के दावे पर बोले अनिल विज अशोक कुमार कौशिक हरियाणा विधानसभा चुनाव में बीजेपी की जीत हुई है। 17 अक्टूबर को यानी 5 दिन बाद हरियाणा में नई सरकार की गठन हो जाएगी। इससे पहले यह विषय काफी चर्चा में है कि हरियाणा का अगला सीएम कौन होगा। एक तरफ हरियाणा के वर्तमान सीएम नायब सिंह सैनी इसको लेकर दावा कर रहे हैं, वहीं हरियाणा के पूर्व गृह मंत्री अनिल विज ने भी इसको लेकर कई बार दावा किया है। अब अनिल विज का एक और इंटरव्यू सामने आया है, जिसमें उन्होंने कहा कि मैंने कभी नहीं कहा कि मुझे मुख्यमंत्री बनना है। दूसरी ओर बीजेपी सांसद और केंद्रीय मंत्री राव इंद्रजीत सिंह ने उन अटकलों का खंडन किया है, जिसमें यह कहा गया था कि वह कुछ विधायकों के साथ मिलकर मुख्यमंत्री पद के लिए बगावती रुख अपनाए हुए हैं। उन्होंने अपने सोशल मीडिया पोस्ट के जरिए इन खबरों को गलत और आधारहीन बताया। राव इंद्रजीत ने स्पष्ट किया कि हरियाणा में सभी बीजेपी विधायक पार्टी के साथ मजबूती से खड़े हैं। ट्विटर पर साझा की पोस्ट उन्होंने ‘एक्स’ पर लिखा, “कुछ मीडिया चैनलों पर तथ्यहीन खबरें चलाई जा रही हैं, जिनमें मुझे नौ विधायकों के साथ बगावती दिखाया जा रहा है। यह सब निराधार और झूठी बातें हैं। मैं और सभी साथी विधायक बीजेपी के साथ खड़े हैं।” इस बीच, हरियाणा में 17 अक्टूबर को सीएम नायब सिंह सैनी का शपथ ग्रहण समारोह होने जा रहा है। इसके चलते राज्य में कुछ चर्चाएं फैल गई थीं कि बीजेपी में मुख्यमंत्री पद को लेकर घमासान चल रहा है। कहा जा रहा था कि राव इंद्रजीत नाराज हैं और उनके बेटे के लिए मंत्री पद की मांग कर रहे हैं, या फिर वह आठ विधायकों के साथ शक्ति प्रदर्शन करने की योजना बना रहे हैं। हालांकि, राव इंद्रजीत ने अपने ट्वीट से इन अटकलों को खारिज कर दिया है। सीएम पद की दौड़ में किसका नाम वे हरियाणा में बीजेपी के प्रमुख नेताओं में से एक हैं और गुरुग्राम से लोकसभा सांसद हैं। वह केंद्र में योजना, संस्कृति और सांख्यिकी एवं कार्यक्रम कार्यान्वयन विभाग के राज्यमंत्री भी हैं। इसके अलावा, अनिल विज का नाम भी सीएम पद की दौड़ में लिया जा रहा था। उन्होंने कहा था कि अगर पार्टी हाईकमान उन्हें सीएम बनाता है, तो वह उस जिम्मेदारी को निभाने के लिए तैयार हैं। इन सभी घटनाक्रमों के बीच, राव इंद्रजीत का खंडन पार्टी में स्थिरता बनाए रखने का संकेत देता है। मैंने कभी नहीं कहा कि मुझे मुख्यमंत्री बनना है: अनिल विज ‘मैंने खुद कहा था कैबिनेट से मुक्त कर दो’ मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, अनिल विज ने कहा कि मुझे पहले से भरोसा था कि हरियाणा में हमारी ही सरकार बनेगी, एग्जिट पोल आने के बाद भी मैं कहता रहा कि सरकार हमारी ही बनेगी। उन्होंने पूर्व सीएम खट्टर को सीएम पद से हटाने के बाद नायब सिंह सैनी को सीएम बनाने के दौरान की घटना का जिक्र करते हुए कहा कि मैं नाराज नहीं था, मैंने कहा था कि मुझे कैबिनेट मंत्री के पद मुक्त कर दो, ताकि मैं अपने विधानसभा क्षेत्र में अधिक समय दे सकूं। ‘हमारी पार्टी की ये संस्कृति नहीं है’ अनिल विज ने आगे कहा कि मैंने कहीं नहीं कहा कि मैं मुख्यमंत्री बनना चाहता हूं, मैंने इसके लिए कभी दावा नहीं किया था। हमारी पार्टी की ये संस्कृति नहीं है कि कोई दावा करे, जो दावा करेगा सबसे पहले उसी को निकाल के बाहर फेकेंगे। मैं अपनी पार्टी को जानता हूं, सारी जिंदगी इसी पार्टी के साथ हूं। उन्होंने कहा कि जब नायब सैनी को सीएम बनाया गया, जो कि काफी जूनियर थे, तो विधायकों और मंत्रियों में एक चर्चा शुरू हो गई कि अनिल विज क्यों नहीं बन सकते हैं। ‘सीएम बना तो हरियाणा का तकदीर बदल दूंगा’ इस सवाल पर अधिकारियों ने कहा कि अनिल विज सीएम नहीं बनना चाहता है, इसके बाद मेरे कार्यकर्ता मेरे पास पहुंचे और मुझसे पूछा कि आप क्यों सीएम नहीं बनना चाहते हैं, इस पर मैंने कहा कि ऐसी कोई बात नहीं है, अगर मुझे मौका मिले तो मैं बन जाऊंगा, लेकिन मैं अपनी तरफ से ना ही दावा करता हूं और ना ही मांग करता हूं। अगर पार्टी मुझे ये जिम्मेदारी सौंपती है, तो मैं हरियाणा की तकदीर और तस्वीर दोनों बदल दूंगा। ये फैसला हाईकमान का होगा कि किसे सीएम चुनते हैं। Post navigation भगवान श्रीराम की शिक्षाओं को धारण करके जीवन में आगे बढ़ना चाहिए : मुख्यमंत्री नायब सिंह हरियाणा भाजपा की गुटबाजी, आतंरिक विरोध सत्ता की चासनी के फेवीकोल के कारण छिपी हुई है : विद्रोही