लोकतंत्र व संविधान में आस्था रखने वाला कोई भी राजनीतिक दल व नेता किसी भी दल के नेता के चुनाव प्रचार पर सवाल खडा ही नही कर सकता : विद्रोही

राहुल गांधी व प्रियंका गांधी के प्रथम दिन ही नारायणगढ़ हरियाणा से शुरू हुई विजय संकल्प यात्रा से मुख्यमंत्री इतने घबराये है कि वे अभद्रता पर उतरकर अनाप-शनाप भाषा बोलकर मुख्यमंत्री पद की गरिमा को भी मिट्टी में मिला रहे है : विद्रोही

01 अक्टूबर 2024 – स्वयंसेवी संस्था ग्रामीण भारत के अध्यक्ष वेदप्रकाश विद्रोही ने दावा किया कि राहुल गांधी जी व प्रियंका गांधी के नेतृत्व में नारायणगढ़ से शुरू हुई हरियाणा विजय संकल्प यात्रा से भाजपा इतनी हताश व निराश हुई है कि उसने एक तरह से अप्रत्यक्ष रूप से अपनी हार स्वीकार कर ली है। विद्रोही ने सवाल किया कि किस राजनीतिक दल का कौन नेता कब, कहां प्रचार करेगा, यह उस दल का संवैद्यानिक अधिकार है। यह सब जानते हुए भी भाजपा राहुल गांधी व प्रियंका गांधी के 3 दिवसीय हरियाणा दौर पर सवाल उठाना फिर प्रमाणित करता है कि मोदी-भाजपा का न ही लोकतंत्र और न ही संविधान में पैसेभर की आस्था है। लोकतंत्र व संविधान में आस्था रखने वाला कोई भी राजनीतिक दल व नेता किसी भी दल के नेता के चुनाव प्रचार पर सवाल खडा ही नही कर सकता।

भारत के संविधान ने हर व्यक्ति को चुनाव लडने, मतदान करने, चुनाव प्रचार करने, स्वतंत्रता से अपने विचार रखने का संवैद्यानिक अधिकार दिया है जिस पर लोकतंत्र व संविधान में आस्था रखने वाला कोई भी व्यक्ति सपने में भी सवाल उठाने की नही सोच सकता है।  विद्रोही ने कहा कि राहुल गांधी व प्रियंका गांधी के प्रथम दिन ही नारायणगढ़ हरियाणा से शुरू हुई विजय संकल्प यात्रा से मुख्यमंत्री इतने घबराये है कि वे अभद्रता पर उतरकर अनाप-शनाप भाषा बोलकर मुख्यमंत्री पद की गरिमा को भी मिट्टी में मिला रहे है। लाडवा में राहुल गांधी व प्रियंका गांधी व कांग्रेस के अन्य वरिष्ठ नेताओं के जोरदार स्वागत से नायब सिंह सैनी को एहसास हो गया है कि मतदाता 5 अक्टूबर को वोट की चोट से नायब सिंह सैनी को विधानसभा की चौखट भी नही देखने देंगे। राहुल गांधी के नेतृत्व में हरियाणा विजय संकल्प यात्रा ने हरियाणा में कांग्रेस के पक्ष में अंडर करंट को आंधी में बदल दिया है और भाजपा को एहसास हो गया है यदि इस चुनाव में एक दर्जन सीट भी जीत लेगी तो यह उसके लिए बहुत बडी बात होगी। भाजपा नेतृत्व मोदी-शाह जिस तरह चुनावी सभाओं में बौखलाहट दिखा रहे है, उससे साफ है कि उन्हे भाजपा की हरियाणा में बुरी तरह से हो रही हार का एहसास हो चुका है। विद्रोही ने हरियाणा की 36 बिरादरी से अपील की कि 5 अक्टूबर को वे साम्प्रदायिक, नफरती, जनविरोधी, फासिस्ट भाजपा को वोट की करारी चोट मारे कि हरियाणा में भविष्य में भाजपा कभी पनप ही नहीं सके।     

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