हरियाणा में पूर्व BJP मंत्री रामबिलास शर्मा के बगावती सुर, बोले- 55 साल तक संघर्ष किया, किसी में दम नहीं कि मिटा सके

भारत सारथी कौशिक 

नारनौल। हरियाणा में बीजेपी लिस्ट जारी होते ही नेता बगावत पर उतर गए हैं। हरियाणा के महेंद्रगढ़ में पूर्व मंत्री और बीजेपी के पूर्व प्रदेशाध्यक्ष रामबिलास शर्मा ने कार्यकर्ता सम्मेलन में कहा कि उन्होंने 55 साल तक संघर्ष किया है, किसी में दम नहीं कि उन्हें मिटा सके। रामबिलास शर्मा ने खुद को राव तुलाराम का वंशज बताया और साथ ही केंद्रीय मंत्री अहिरवाल के नेता राव इंद्रजीत सिंह की तारीफ की। उन्होंने बीजेपी पर तंज कसा, आंख भी दिखाई और पार्टी में कुछ नेताओं की जमकर तारीफ भी की।

रामबिलास शर्मा के आवास पर समर्थकों की भारी भीड़ उमड़ी है। समर्थकों ने उनको फूलों की मालाएं पहनाई और जोरदार नारेबाजी की। बता दें कि मंत्री को खुद की टिकट कटने का खतरा सता रहा हैं और इसी को देखते हुए उन्होंने अपने वर्करों की बैठक बुलाई है। पहली लिस्ट में महेंद्रगढ़ से उम्मीदवार की घोषणा नहीं हुई। पार्टी ने इसे होल्ड कर लिया।

पूर्व मंत्री रामबिलास शर्मा ने कहा कि उन्होंने भाजपा में 55 साल संघर्ष किया है। महेंद्रगढ़ को भाजपा की छावनी कहते हैं। छावनी में जवान रहते हैं। ये जवान कुछ भी कर सकते हैं। उन्होंने कहा कि ‘मिटा दे हमको दम नहीं, जमाना है हम से, हम जमाने से नहीं’। साथ ही उन्होंने कहा कि आने वाले समय में पार्टी का झंडा लेकर, पार्टी की ताकत बनकर काम करेंगे।

राव इंद्रजीत का लगाया नारा

रामबिलास शर्मा ने भाषण की शुरुआत भाजपा जिंदाबाद, नरेंद्र मोदी जिंदाबाद, राव इंद्रजीत जिंदाबाद के नारों से की। उन्होंने राव इंद्रजीत सिंह की तारीफ की। 

बोले कुछ लोग मुझे राव तुलाराम का वंशज भी मानते हैं। उन्होंने महेंद्रगढ़ में अटल बिहारी वाजपेई के दौरे के बारे में बताया। साथ ही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की भी तारीफ की। रामबिलास शर्मा की कार्यकर्ता मीटिंग जयराम सदन महाराणा प्रताप चौक पर चल रही है। कार्यकर्ता सम्मेलन में महेंद्रगढ़ से ही भाजपा टिकट के दावेदार देवेंद्र यादव पार्षद भी पहुंचे हैं।

रामबिलास शर्मा के बैठक में पहुंचते ही नारेबाजी शुरू हाे गई। यहां पहुंचे लोगों की नजर उनके घर पर लगे भाजपा के झंडे पर भी है कि वो उतरेगा या लहराता रहेगा।

सुबह ही जुटने लगे थे समर्थक

शुक्रवार सुबह ही उनके आवास पर कार्यकर्ता पहुंचना शुरू हो गए हैं। कार्यकर्ताओं के बैठने के लिए कुर्सियों की व्यवस्था की गई है और टैंट भी लगाया गया है। 

अच्छी खासी संख्या रामबिलास के समर्थक यहां जुटे हैं और अभी अन्य वर्कर भी पहुंच रहे हैं। रामबिलास शर्मा वर्करों की मीटिंग में वर्तमान हालात पर चर्चा कर क्या कदम उठाते हैं। इस पर भाजपा के अलावा अन्य पार्टियों व आमजन की निगाह टिकी हुई है। लोगों की भीड़ के आगे कुर्सियां कम पड़ गई तो और कुर्सियां मंगानी पड़ी।

रामबिलास  पांच बार रह चुके विधायक

बता दें कि रामबिलास शर्मा हरियाणा बीजेपी के सीनियर नेताओं में से एक हैं। पार्टी के बुरे दौर में भी शर्मा बीजेपी से 4 बार विधायक चुने गए। 

उनके साथ कैबिनेट में रहे पूर्व गृहमंत्री अनिल विज को 67 प्रत्याशियों की पहली सूची में अंबाला कैंट सीट से टिकट मिल चुकी हैं, लेकिन रामबिलास शर्मा का इस सूची में नाम नहीं हैं। जिससे उनकी टेंशन बढ़ चुकी है।

दो बार प्रदेशाध्यक्ष,  पांच बार विधायक बने

महेंद्रगढ़ सीट पर इस बार बदलाव की चर्चा ज्यादा हैं। यहां रामबिलास शर्मा के अलावा पार्टी के दूसरे नेता देवेंद्र यादव का नाम भी चल रहा हैं। जिसके चलते रामबिलास शर्मा को टिकट कटने का खतरा हैं। रामबिलास शर्मा 1991 और 2013 में दो बार पार्टी के अध्यक्ष रहने के साथ ही 5 बार एमएलए बने हैं।

2014 में रामबिलास शर्मा के पार्टी प्रदेशाध्यक्ष रहते हुए ही बीजेपी ने पहली बार हरियाणा में अपने दम पर पूर्ण बहुमत की सरकार बनाई थी। उस वक्त रामबिलास शर्मा सीएम पद की रेस में सबसे आगे थे। लेकिन पार्टी ने उनकी दावेदारी को दरकिनार करते हुए मनोहर लाल खट्‌टर को सीएम बनाया था।

2019 में चुनाव हार चुके शर्मा

हालांकि वह मनोहर लाल खट्‌टर की सरकार में दूसरे सबसे पावरफुल मंत्री थे। 2019 के चुनाव में वह महेंद्रगढ़ सीट से कांग्रेस के राव दान सिंह से हार गए। रामबिलास शर्मा की उम्र भी काफी ज्यादा हो गई हैं।

ऐसे में वह इस बार खुद या बेटे गौतम शर्मा के लिए टिकट की दावेदारी कर रहे थे। लेकिन पार्टी किसी दूसरे चेहरे को टिकट देने पर विचार कर रही हैं। इसी संभावना के बीच टिकट की घोषणा से पहले रामबिलास शर्मा ने कार्यकर्ताओं की मीटिंग बुला ली हैं।

महेंद्रगढ़ और नारनौल दो सीटें होल्ड पर रखी

बीजेपी ने अभी महेंद्रगढ़ के अलावा नारनौल सीट होल्ड पर रखी हुई हैं। नारनौल सीट पर पूर्व मंत्री ओमप्रकाश यादव दावेदार हैं। यादव केंद्रीय मंत्री राव इंद्रजीत सिंह के करीबी हैं। 

राव की सिफारिश पर ही उन्हें दो चुनावों में न केवल टिकट मिली, बल्कि वह मंत्री भी बने। अहीरवाल बेल्ट की 11 सीटों पर राव इंद्रजीत बनाम एंटी राव गुट के बीच टिकटों को लेकर काफी गहमा गहमी रही।

महेंद्रगढ़ में रामबिलास शर्मा के नाम पर भी केंद्रीय मंत्री राव इंद्रजीत सिंह को भी कोई आपत्ति नहीं हैं। बावजूद इसके इस सीट पर पार्टी की तरफ से प्रत्याशी की घोषणा नहीं होना किसी बड़े फैसले की तरफ इशारा कर रही है।

महेंद्रगढ़ जिले की अटेली विधानसभा सीट पर पार्टी केंद्रीय मंत्री राव इंद्रजीत सिंह की बेटी आरती राव को टिकट दे चुकी हैं। जबकि नांगल चौधरी सीट पर राव के विरोधी कहे जाने वाले नायब सैनी सरकार में राज्यमंत्री डा. अभय सिंह को तीसरी बार चुनावी मैदान में उतारा गया है।

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