टिकट के लिए रोने वाले नेता बेरोजगार युवाओं को देखकर भी दो आसू निकाले – जयहिंद

रौनक शर्मा

रोहतक – गत वीरवार को जयहिंद सेना सुप्रीमो नवीन जयहिंद के तंबू में प्रदेश के हज़ारों युवा एक बार फिर इकट्ठे हुए । ये युवा जयहिंद के नेतृत्व में चंडीगढ़ में मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी के आवास कबीर कुटीर और विपक्ष के नेता भूपेंद्र सिंह हुड्डा के आवास पर मिलने के लिए निकले ।

जयहिंद ने कहा कि वे बेरोज़गारों के साथ मुख्यमंत्री सैनी साहब और विपक्ष के नेता भूपेंद्र सिंह हुड्डा से मिलने जा रहे है और इनकी जो भी समस्या है वो उनके सामने रखेंगे। ये युवा 6-7 पेपर देने के बाद भी बेरोज़गार है। हर नेता और हर जगह धक्के खाने के बाद भी इनकी सुनवाई नहीं हो रही है । इसीलिए आज चंडीगढ़ के लिए कूच किया और अगर मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी साहब और विपक्ष के नेता अगर चंडीगढ़ नही मिलते है तो उनसे मिलने दिल्ली जायेंगे और अगर वहा भी नही मिलते है तो अमित शाह और राहुल गांधी के पास इन बेरोजगारों को लेकर जाएंगे।

जयहिंद ने कहा की हम पीछे हटने वाले नही है जब तक बेरोजगारों की समस्या का समाधान ना हो जाएं।

जयहिंद ने कहा कि ग्रुप 1,2,56,57 के पेपर दे चुके युवाओं की सुनी जाये । वे इन बेरोज़गारों के साथ खड़े है । चाहे चंडीगढ़ जाना हो या सड़क पर उतरना पड़े इनकी एक ही माँग है इनका रिजल्ट जारी किया जाये और जॉइनिंग हो। इसके साथ टीजीटी , ओबीसी समाज के युवाओं, ग्रुप डी के पदों की संख्या बढ़ाने और वेटिंग लिस्ट जारी करने समेत सभी माँगों को सरकार माने । ये पिछले पाँच साल से रोज़गार का इंतजार कर रहे है ।

जयहिंद ने विधानसभा चुनाव के लिए टिकट न मिलने वाले नेताओं पर तंज कसते हुए कहा कि जब एक नेता को मेहनत करने पर भी टिकट न मिलने पर किस तरह से रोते है । अपने समर्थकों से प्रदर्शन करवाते है । उनके बीच आंसू बहाते है। तो सोच के देखो इन बेरोजगारों की तो रोज़ी रोटी पर आँच आ रही है तो इन्हें कितनी तकलीफ़ होगी ।नेताओ के तो समर्थक है इनके तो वो भी नहीं है । इन बेरोजगारों को रिश्तेदार और घरवालों के ताने सुनने पड़ रहे है ।

जयहिंद ने हटाए गए होमगार्डों की आवाज़ उठाते हुए कहा कि सरकार बिना कारण बताये हटाए गए होमगार्डों को ख़ाली पदों पर दोबारा भर्ती करें । पद ख़ाली पड़े है और सरकार नई भर्ती भी नही कर रही है । ऐसे में विभाग कर्मचारियों के अभाव में सुचारू रूप से कैसे काम करेंगा ।

जयहिंद ने कहा कि इनका साथ देने में उनका कोई राजनीतिक स्वार्थ नहीं है । न तो इनके साथ पक्ष है और न विपक्ष है । जयहिंद एक सामाजिक कार्यकर्ता है जिसने हर वर्ग और समाज की आवाज़ उठाई है । तो अब इनका साथ देना भी उनका हक़ है ।

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