जनता की अदालत में आई समस्याओं को पार्टियां अपने मेनिफेस्टो में डालें – जयहिन्द जनता की अदालत में हरियाणा का हक एसवाईएल व हरियाणा के लिए अलग राजधानी और हाई कोर्ट का उठा मुद्दा रौनक शर्मा चंडीगढ़ : गत दिनों शनिवार को रोहतक में जयहिंद सेना सुप्रीमो नवीन जयहिंद के तम्बू में प्रदेश के हजारों बेरोजगार बेरोजगारों की अदालत में पहुंचे और रात को भी वहीं धरना दिया व 1 सितम्बर को उसी स्थान पर जनता की अदालत लगी जिसमे हजारों आदमी, महिलाएं, बुजुर्ग अपनी समस्या लेकर पहुंचे और सभी ने शांतिपूर्ण तरीके से अपनी–अपनी समस्याएं रखी। धरना स्थल पर ज्ञापन लेने पहुंचे रोहतक के ड्यूटी मजिस्ट्रेट ने बेरोजगारों को उनकी समस्या सरकार तक जल्द से जल्द पहुंचाने का आश्वासन दिया। जयहिन्द ने सभी बेरोजगारों की सहमति से धरना स्थल से यह फैसला किया की हम सब प्रदेश के मुख्यमंत्री से समय लेकर आने वाली वीरवार 5 सितम्बर को अपनी समस्या लेकर उनसे मिलने जाएंगे। अगर वहां कुछ सुनवाई नहीं होती है तो हम विपक्ष के नेताओ के पास जाएंगे। हम पक्ष व विपक्ष से अपील करेंगे की जो भी हमारी समस्याओ को अपने मेनिफेस्टो में डालेगा हम बेरोजगारों व पीड़ित जनता की तरफ से उनका धन्यवाद करेंगे। जयहिंद ने कहा कि आज यहां प्रदेश के हर जिले से युवा अपने रोजगार की समस्या लेकर जनता की अदालत में आए है । क्योंकि मामला 25 हजार बेरोजगारों का है जिसमे टीजीटी वाले खाली पड़े पदों के डिटेल्ड रिजल्ट और ज्वाइनिंग की समस्या , ग्रुप 1,2,56,57, हरियाणा पुलिस के अभ्यार्थी रिजल्ट कर ज्वाइन को लेकर , ग्रुप डी वाले वेटिंग लिस्ट और नई भर्ती में पदों की संख्या 2600 से बढ़ा कर कम से कम 10 हजार किए जाए। वही नए सीईटी को क्वालीफाई किया जाने की मांग है तो ओबीसी समाज के अभ्यार्थी उनके सर्टिफिकेट की मान्यता को लेकर धरने पर बैठे है। सभी साथ मिलकर संघर्ष की लड़ाई लड़ेंगे तभी इनकी समस्याओं का समाधान होगा। जनता की अदालत में हरियाणा का हक एसवाईएल व हरियाणा के लिए अलग राजधानी और हाई कोर्ट का उठा मुद्दा जनता दरबार में जनता ने जयहिन्द के सामने हरियाणा के हक एसवाईएल और हरियाणा के लिए अलग राजधानी व अलग हाई कोर्ट का मुद्दा रखा। जयहिन्द ने बताया की एसवाईएल का पानी न मिलने की वजह से हरियाणा को पानी सम्बन्धित बहुत सी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है साथ ही जनता बीमारियों की चपेट में भी आ रही है। जयहिन्द ने बताया जब दूसरे राज्यों की दो – दो राजधानियां हो सकती है तो हरियाणा को अलग राजधानी क्यों नही मिल सकती और रही बात अलग हाई कोर्ट की माग कि तो हरियाणा का भी हाई कोर्ट अलग होना चाहिए जिससे जनता की समस्याओं का जल्दी समाधान होगा। साथ ही जयहिन्द ने कहा की नेताओ व अधिकारियों के बच्चो को सरकारी स्कूलों में पढ़ाई करनी चाहिए ताकि उन्हे पता चले की प्रदेश के सरकारी स्कूल किस स्तर पर है। साथ ही नेताओ व अधिकारियों को अपना इलाज सरकारी हस्पतालो में करवाना चाहिए। Post navigation धांधली करने के लिए बीजेपी ने बढ़वाई चुनाव की तारीख, ‘यह फैसला भाजपा की घबराहट की ही निशानी है’ : विपिन शर्मा आपस में हुई कहासुनी तथा पुरानी रंजिश के तहत व्यक्ति के घर पत्थराव व फायरिंग करने के मामले में 06 आरोपी गिरफ्तार