धांधली करने के लिए बीजेपी ने बढ़वाई चुनाव की तारीख, ‘यह फैसला भाजपा की घबराहट की ही निशानी है’ : विपिन शर्मा 

भारत सारथी/ कौशिक 

नारनौल। चुनाव आयोग ने हरियाणा विधानसभा चुनाव की तारीख 1 अक्टूबर से बढ़ाकर 5 अक्टूबर कर दी है। आयोग के इस फैसले पर हरियाणा युवा कांग्रेस नेता विपिन शर्मा ने कहा कि चुनाव आयोग पर हम क्या ही टिप्पणी करें। यह चुनाव आयोग का अधिकार है। उन्होंने तारीख आगे बढ़ाई है। यह तो भाजपा की कमजोरी को बताता है। उन्होंने कहा, ‘जो 10 साल की लंबी रेस नहीं जीत पाए वो 5 दिनों में क्या कर लेंगे? 

उन्होंने आगे कहा, ‘कांग्रेस के सिपाही जमीन पर टिके हुए हैं। 90 की 90 सीटों पर हमारी नजर है। हम हर सीट को जीतने की कोशिश करेंगे। भाजपा पहले से ही कोशिश कर रही थी। भाजपा घबराई हुई है। यह फैसला भाजपा की घबराहट की ही निशानी है। जब आप जनता में जनाधार खो देते हैं तो आप कुछ भी कर लें उससे फर्क नहीं पड़ता है।’ 

इस दौरान युवा कांग्रेस नेता ने कहा कि इस पूरे एपिसोड में भाजपा की सरकार, उसके मुख्यमंत्री और उनके प्रदेश अध्यक्ष की अपरिपक्वता साफ झलक रही है। उन लोगों ने पूरे प्रदेश की जनता को एक अनिश्चित टाइम टेबल में खड़ा कर दिया है। 

उन्होंने कहा, ‘आखिर में नामांकन की तारीख वहीं की वहीं है। मेरे अनुसार भाजपा हर चुनाव में धांधली करती है। शायद धांधली करने के लिए उनके (भाजपा) पास पर्याप्त समय नहीं होगा, इसलिए तारीख बढ़ाई गई है।’

उन्होंने भाजपा पर कटाक्ष करते हुए कहा कि वह कांग्रेस में गुटबाजी का आरोप लगाते हैं जबकि सच्चाई यह है कि भाजपा में जबरदस्त फुट बड़ी है जिसका उदाहरण आज की जींद रैली में गृहमंत्री अमित शाह का दौरा रद्द होना है। पूर्व मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर के कारण हरियाणा भाजपा में जबरदस्त गुटबाजी है, अमित शाह का दौरा इसी कारण से रद्द हुआ है। 

उन्होंने कहा कि मनोहर लाल खट्टर भाजपा के समर्पित कार्यकर्ताओं के बजाय उनकी सरकार बचाने वाले जेजेपी नेताओं की भाजपा में एंट्री करवा कर अपना एहसान उतर रहे हैं उन्हें भाजपा से कोई लेना देना नहीं। खट्टर के कारण ही भाजपा लोकसभा में 5 सीटों पर सिमट गई थी अब विधानसभा चुनाव में उसका सुपड़ा साफ हो जाएगा क्योंकि समर्पित कार्यकर्ता अपने आप को अपेक्षित समझ रहा है।

युवा नेता ने कहा कि भाजपा के नेताओं को अपनी जीत को लेकर आशंका है इसलिए वह सुरक्षित सीट ढूंढने में लगे हैं। प्रदेश का मुख्यमंत्री जब सुरक्षित सीट ढूंढने में लग जाए तो इससे सहज अनुमान लगाया जा सकता है कि भाजपा की स्थिति प्रदेश में कैसी है।

You May Have Missed

error: Content is protected !!