गांव कालबा की पुत्रवधू मोना अग्रवाल ने पैरा ओलंपिक ब्रांज मेडल जीता

भारत सारथी कौशिक 

नारनौल। कहते हैं कि मेहनत करने वाले इंसान को एक दिन सफलता जरूर मिलती है। इस कहावत का सच्चा उदाहरण नांगल चौथरी क्षेत्र के गांव कालबा की मोना अग्रवाल है। मोना ने पैरा ओलंपिक में 10 मीटर शूटिंग स्पर्धा में ब्रॉन्ज मेडल जीतकर देश का नाम चमकाया है। मोना अग्रवाल की जीत पर लोगों ने खुशी का इजहार किया है। 

मोना अग्रवाल, जो दो बच्चों की मां हैं, ने अपने कठिन परिश्रम और समर्पण के बल पर यह उपलब्धि हासिल की है। गांव कालबा की पुत्रवधू परिवार सहित जयपुर में रहती हैं। उनके 5 साल की बेटी और लगभग 3 साल का बेटा है। अपनी घरेलू जिम्मेदारियों के बावजूद मोना ने खेल के प्रति अपने जुनून को कभी कम नहीं होने दिया और अब देश को गौरवान्वित किया है।

खिलाड़ियों की खान कहे जाने वाले हरियाणा प्रदेश में जिला महेंद्रगढ़ हमेशा निचले पायदान पर रहा। परंतु मोना अग्रवाल द्वारा ब्रांज मेडल जीतने के बाद न केवल गांव कालबा अपितु जिला महेंद्रगढ़ सहित हरियाणा प्रदेश के लिए गौरव की बात है। कालबा के पूर्व सरपंच सत्येंद्र ने बताया कि आज का दिन गांव के लिए ऐतिहासिक दिन है।

मोना ने 10 मीटर शूटिंग स्पर्धा में ब्रॉन्ज मेडल जीतने के बाद अब 50 मीटर शूटिंग स्पर्धा में भी हिस्सा लेने की तैयारी कर रही हैं। देश को उनसे एक और मेडल की उम्मीद है। मोना की इस उपलब्धि ने न सिर्फ उनके परिवार बल्कि पूरे गांव और क्षेत्र को गर्व से भर दिया है।

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