हरियाणा में जल्दी हो सकती है वोटिंग, आज कर सकता है चुनाव आयोग ऐलान …….

हरियाणा कांग्रेस में 20 नाम लगभग फाइनल, 2 सितंबर को आ सकती है पहली लिस्ट

भाजपा की पहली लिस्ट 28 – 29 अगस्त को आ सकती है: खट्टर 

भाजपा के 23 नाम फाइनल, मंत्रियों व विधायकों पर लटकी तलवार 

अशोक कुमार कौशिक 

हरियाणा विधानसभा में चुनाव की तारीख बदलने का फैसला आज चुनाव आयोग ले सकता है। इस बारे में चुनाव आयोग ने आज एक बैठक दिल्ली में बुलाई है जिसमें सभी बिंदुओं पर चर्चा की जाएगी। चर्चा है कि चुनाव आयोग 6 दिन पहले 25 सितंबर को चुनाव करवा सकता है क्योंकि जम्मू कश्मीर में इस दिन दूसरे चरण का मतदान होना है। करण मतगणना की तारीख में कोई बदलाव नहीं करना पड़ेगा। बीजेपी इनेलो ने इस बारे में चुनाव आयोग को चिट्ठी लिखी थी। चुनाव पहले करवाने के समर्थन में कांग्रेस भी है।

हरियाणा में विधानसभा चुनाव को लेकर कांग्रेस टिकट दावेदारों के नाम पर मंथन कर रही है। इस मामले में कांग्रेस की 26 अगस्त से अगले 4 दिन तक दिल्ली में स्क्रीनिंग कमेटी की बैठक होगी। इसमें 90 सीटों के लिए आए दावेदारों के लिए आवेदन को शॉर्ट लिस्ट करने का काम किया जाएगा। उधर हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री एवं केंद्र सरकार में मंत्री मनोहर लाल खट्टर ने कहा है कि भाजपा की पहली लिस्ट 28 – 29 अगस्त को जारी की जा सकती है। बीजेपी ने 90 में से 23 सीटों पर टिकट फाइनल कर दिया है। मुख्यमंत्री नायब सैनी इस बार करनाल की जगह कुरुक्षेत्र जिले की लाडवा सीट से चुनाव लड़ने वाले हैं। 

प्रदेश प्रभारी दीपक बाबरिया कह चुके हैं- हमारी कोशिश सिंगल नाम का पैनल बनाकर केंद्रीय चुनाव समिति को भेजने की रहेगी। ऐसे में चार दिन होने वाली बैठक में तमाम सीनियर नेता दावेदारों के नाम शॉर्ट लिस्ट कर सिंगल पैनल बनाने की कोशिश में जुटेंगे।

कई सीटों पर 40 से अधिक दावेदार

बता दें कि पिछले 10 सालों से सत्ता से दूर कांग्रेस में इस बार टिकट को लेकर नेताओं में काफी क्रेज दिखने को मिल रहा है। जुलाई महीने में कांग्रेस ने चुनाव लड़ने वाले नेताओं से आवेदन मांगे थे। करीब 15 दिन चली प्रक्रिया के तहत 90 सीटों के लिए 2556 आवेदन आए हैं। कई सीटों पर तो 40 से ज्यादा दावेदारों की संख्या है। जिसके चलते सिंगल ही नहीं, बल्कि तीन-चार नाम ही शॉर्ट लिस्ट करना कांग्रेस के लिए सिरदर्दी बन गया है।

कांग्रेस के सामने सबसे बड़ी परेशानी गुटबाजी भी है, प्रदेश में फिलहाल कांग्रेस में तीन गुट बने हुए हैं। इनमें पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्‌डा, सांसद कुमारी शैलजा और रणदीप सुरजेवाला अलग-अलग ग्रुप में राजनीति कर रहे हैं। तीनों ही ग्रुप की कोशिश अपने ज्यादा से ज्यादा समर्थकों को टिकट दिलाने की है।

उम्मीद है कि इस बार भी कांग्रेस मौजूदा विधायकों को नाराज नहीं करेगी, एंटी इंकम्बेंसी वाले कुछ विधायकों को छोड़कर अधिकतर मौजूदा विधायकों को टिकट मिल सकता है। पार्टी का मानना है कि अगर अधिक संख्या में विधायकों की टिकटें काटी गईं तो गुटबाजी और विवाद बढ़ सकता है, इसलिए पिछली बार की तरह मौजूदा विधायकों को टिकट देकर दोबारा चुनाव मैदान में उतारने की तैयारी है।

पिछले दिनों दिल्ली में हुई हरियाणा चुनाव समिति की बैठक में आवेदनों की छंटनी करके पैनल बनाने का निर्णय लिया था। प्रदेश प्रभारी दीपक बाबरिया और प्रदेशाध्यक्ष चौधरी उदयभान को आवेदनों की छंटनी करके पैनल बनाने के लिए अधिकृत किया गया था। अब ये पैनल स्क्रीनिंग कमेटी पास भेजे जाएंगे। प्रदेश में कांग्रेस के पास 28 विधायक हैं। इनमें से पांच से छह विधायक ऐसे हैं, जिनकी हलकों में एंटी इंकम्बेंसी है और उनका विरोध हो रहा है। क्षेत्र में काम नहीं कराने और हलके के मुद्दों को प्रमुखता से नहीं उठाने के चलते लोगों में उनके प्रति नाराजगी है।

वहीं, लोकसभा चुनाव में भी मतदाताओं की नाराजगी के चलते यहां पर कांग्रेस को हार का सामना करना पड़ा था। इसलिए इन विधायकों को छोड़कर शेष करीब 20 विधायकों को पहली सूची में टिकट मिलना संभव है। एंटी इंकम्बेंसी वाले हलकों में कांग्रेस पहले सर्वे कराएगी, इसके बाद अंतिम फैसला लिया जाएगा। कुछ स्थानों पर विधायकों के अलावा उनके परिवारजनों को भी टिकट दिया जा सकता है।

1 या 2 सितंबर को आ सकती है पहली लिस्ट

दरअसल, चार दिन के मंथन के बाद कांग्रेस की केंद्रीय चुनाव समिति हरियाणा में चुनाव लड़ने वाले नेताओं पर अंतिम मोहर लगाएगी। गुटबाजी के कारण कांग्रेस हाईकमान ने टिकटों का वितरण अपने हाथों में ले लिया हैं। संभावना है कि स्क्रीनिंग कमेटी की तरफ से शॉट लिस्ट कर भेजे जाने वाले पैनल के बाद 1 या 2 सितंबर को कांग्रेस के उम्मीदवारों की पहली लिस्ट जारी हो सकती हैं। क्योंकि 27 अगस्त को भाजपा केंद्रीय चुनाव समिति की भी बैठक हैं। इस बैठक के बाद भाजपा भी इसी माह के अंत तक अपने उम्मीदवारों की पहली सूची जारी कर सकती हैं।

15 से 20 नामों की सूची फाइनल, इन सीटों के पैनल में केवल एक नाम

चार दिनों में भले ही स्क्रीनिंग कमेटी सिंगल नाम का पैनल बनाने की कोशिश करेगी। प्रदेश की 15 से 20 सीटें ऐसी है, जिन पर एक तरह से सिंगल नाम तय भी हो चुके है।  जिनमें पर लगभग एक-एक नाम फाइनल हो चुके हैं। बस इन नामों को शॉर्ट लिस्ट कर केंद्रीय चुनाव समिति को भेजा जाना है। गढ़ी-सांपला-किलोई, रोहतक, झज्जर, बादली, बहादुरगढ़, नूंह, फिरोजपुर-झिरका, पुन्हाना, एनआईटी, रादौर, नारायणगढ़, डबवाली, कालांवाली, लाडवा, बरोदा, असंध, कलानौर, उचाना कलां, होडल, गन्नौर, थानेसर, अंबाला कैंट, कैथल, पलवल, राई, महम, गुरुग्राम, सोहना, बड़खल, फरीदाबाद, बल्लभगढ़, पृथला, हथीन, बाढड़ा, लोहारू ऐसे विधानसभा क्षेत्र हैं, जहां से केवल एक ही नाम पैनल में रखा गया है।

5 सितंबर से नामांकन प्रक्रिया

हरियाणा में 1 अक्टूबर को वोटिंग होनी हैं। 5 सितंबर से नामांकन की प्रक्रिया शुरू होगी और 12 सितंबर को नामांकन दाखिल करने की अंतिम तिथि हैं। यानी अगले 10 दिनों के अंदर दोनों ही प्रमुख पार्टियों कांग्रेस और बीजेपी के ज्यादातर उम्मीदवारों की घोषणा हो जाएगी। 13 सितंबर को नामांकन की जांच होगी और 16 सितंबर नाम वापस लेने की अंतिम तिथि है।

चुनाव की तारीख बढ़ाने की मांग की थी बीजेपी ने

22 अगस्त को भाजपा ने चुनाव आयुक्त को पत्र लिखकर हरियाणा में होने वाले विधानसभा चुनाव की तारीख बढ़ाने की मांग थी। भाजपा ने छुट्टियों का हवाला देते हुए कहा कि 1 अक्टूबर को मतदान आयोजित होने से वोटिंग प्रतिशत घटने की संभावना है। केंद्रीय मंत्री तथा हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर कहा कि हरियाणा में विधान सभा चुनाव को लेकर भाजपा के प्रत्याशियों की पहली सूची 28 या 29 अगस्त को आ सकती है। हरियाणा में भाजपा की तीसरी बार सरकार बनेगी।

विधान सभा चुनाव को लेकर विभिन्न सीटों पर बड़ी संख्या में आवेदन आए हैं। प्रदेश कार्य समिति उस पर मंथन कर रही है। उम्मीद है कि पहली सूची 28 या 29 अगस्त को जारी हो सकती है। कंगना रनौत के बयान को लेकर उन्होंने टिप्पणी नहीं की। ओपीएस पर बोले कि सभी सेवानिवृत्त लोगों को इसका बड़ा लाभ मिलेगा और लोगों को न्यूनतम 10 हजार रुपये की पेंशन मिलेगी।

वहीं हिसारी सीट पर बीजेपी पूर्व मंत्री व लोकसभा सांसद की मां को चुनाव में उतारेगी। इस सीट से मंत्री डॉ. कमल गुप्ता का टिकट कट सकता है।

नायब सिंह सैनी के मंत्रिमंडल में शामिल 4 कैबिनेट मंत्रियों के टिकट भी पक्के हो गए हैं जबकि 2 कैबिनेट मंत्रियों के टिकट कटने जा रहे हैं। इसी तरह 7 राज्यमंत्रियों में से 5 को पार्टी दोबारा टिकट देगी और 2 राज्यमंत्रियों के टिकट खतरे में हैं। वहीं भाजपा की तरफ से अभी टिकटों को लेकर औपचारिक ऐलान होना बाकी है।

इन 2 कैबिनेट मंत्रियों के टिकट कटेंगे

नायब सैनी के 4 कैबिनेट मंत्रियों कंवरपाल गुर्जर, मूलचंद शर्मा, जेपी दलाल और डॉ. बनवारी लाल को टिकट मिलना फाइनल है। प्रदेश चुनाव समिति की मीटिंग में इनके नाम पर मुहर लग गई है। सैनी के जिन 2 कैबिनेट मंत्रियों के टिकट कटेंगे उनमें बिजली मंत्री रणजीत सिंह चौटाला और स्वास्थ्य मंत्री डॉ. कमल गुप्ता शामिल है।

2019 के चुनाव में रणजीत सिंह चौटाला सिरसा जिले की रानियां सीट से निर्दलीय कैंडिडेट के रूप में जीते थे और लोकसभा चुनाव से पहले भाजपा में शामिल हो गए थे। इसी तरह कमल गुप्ता 2019 में हिसार सिटी से विधायक बने थे।

7 राज्यमंत्रियों में से 2 के टिकट खतरे में

सैनी कैबिनेट में 7 राज्यमंत्री हैं। इनमें से 5 राज्यमंत्रियों महिपाल ढांडा, अभय सिंह यादव, सुभाष सुधा, बिशंभर बाल्मीकी और संजय सिंह के नाम टिकट के लिए क्लियर हो गए हैं। इनके नाम पर प्रदेश चुनाव समिति मुहर लगा चुकी है। जिन दो राज्यमंत्री के टिकट पर संकट मंडरा रहा है उनमें बड़खल की विधायक सीमा त्रिखा और अंबाला सिटी के विधायक असीम गोयल शामिल हैं।

चौटाला की सीट हलोपा को दी

भाजपा सिरसा जिले की रानियां सीट NDA में शामिल गोपाल कांडा की हरियाणा लोकहित पार्टी (हलोपा) को दे सकती है। गोपाल कांडा यहां से अपने भाई गोबिंद कांडा के बेटे धवल कांडा को कैंडिडेट घोषित कर चुके हैं। रणजीत सिंह चौटाला 2019 में रानियां सीट से ही जीते थे। 

भाजपा ने उन्हें लोकसभा चुनाव में हिसार से उम्मीदवार बनाया था लेकिन वह हार गए। अब रणजीत चौटाला दोबारा रानियां सीट पर दावा जता रहे हैं मगर भाजपा उन्हें यहां से टिकट देगी, इसकी संभावना बहुत कम है।

पहली लिस्ट एक-दो दिन में

हरियाणा विधानसभा चुनाव को लेकर BJP अपनी पहली लिस्ट 27 या 28 अगस्त तक जारी कर सकती है। जम्मू-कश्मीर के टिकट तय होने के बाद पार्टी की केंद्रीय चुनाव समिति की मीटिंग 27 अगस्त को बुलाई गई है। 

इसकी अध्यक्षता पीएम नरेंद्र मोदी करेंगे। BJP में हरियाणा इकाई की स्टेट लेवल पर अब तक स्टेट इलेक्शन कमेटी की 2 मीटिंग हो चुकी है। इसके अलावा बड़े नेताओं की एक मीटिंग अलग से भी हो चुकी है। स्टेट इकाई पहली लिस्ट के लिए नाम फाइनल करके दिल्ली भेज चुकी है। 3 लिस्ट में आ सकते हैं भाजपा के 90 नाम

भाजपा हरियाणा की सभी 90 सीटों पर उम्मीदवारों की घोषणा एक साथ नहीं करेगी। पार्टी इसके लिए दो से तीन लिस्ट निकालेगी। पहली लिस्ट में उन सीटों पर कैंडिडेट उतारे जाएंगे जहां कोई विवाद नहीं है।

दूसरी लिस्ट में वह सीटें रखी जाएंगी जहां किसी के नाम पर विवाद हो सकता है या जहां 2 से ज्यादा दावेदार हैं। जो सीटें बचेंगी, उनके नाम तीसरी लिस्ट में आने के चांस हैं।

आज हो सकती है कांग्रेस स्क्रीनिंग कमेटी की बैठक

सोमवार को स्क्रीनिंग कमेटी की बैठक होनी थी, लेकिन किसी कारणवश बैठक नहीं हो सकी। हालांकि, स्क्रीनिंग कमेटी के अध्यक्ष अजय माकन ने सोमवार को प्रदेश के पांचों सांसदों और पांचों हारे हुए लोकसभा प्रत्याशियों को एक-एक करके बुलाया और सभी से फीडबैक लिया। अपने-अपने हलकों में प्रत्याशियों को लेकर भी चर्चा की गई। संभावना है कि पांचों हारे हुए लोकसभा प्रत्याशियों को विधानसभा चुनाव में उतारा जाएगा। अब मंगलवार को स्क्रीनिंग कमेटी की बैठक हो सकती है।

गैर जाट वोट बैंक पर कांग्रेस का फोकस अधिक

हरियाणा कांग्रेस ने विधानसभा चुनाव में टिकटों पर मंथन के बीच विधानसभा सीटों का गुणा-गणित तैयार कर लिया है। इस बार कांग्रेस बीजेपी को सत्ता से बाहर करने के लिए गैर जाट वोट बैंक पर ज्यादा फोकस करेगी।

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