टी. बी . एक गंभीर सक्रामक रोग- सही उपचार और पौष्टिक आहार से इलाज संभव- डा: सपना गहलावत

वानप्रस्थ संस्था ने सूर्यानगर एवं शिवनगर में 50- टी . बी. ग्रस्त रोगियों को बाँटी प्रोटीन युक्त पौष्टिक आहार की 25 वीं क़िस्त

हिसार – वानप्रस्थ सीनियर सिटीज़न क्लब ने आज सूर्यानगर एवं शिवनगर की झोपड़ – पट्टी बस्ती में 50- टी.बी . ग्रस्त रोगियों को प्रोटीन युक्त पौष्टिक आहार किट्स की आज 25 वीं क़िस्त बाँटी। इस झोपड़-पट्टी में रहने वाले लोग अत्यंत निर्धन हैं एवं निरक्षर हैं। दिहाड़ी- मज़दूरी करते हैं । एक झोपड़ – पट्टी में 8-10 लोग रहते हैं। एक टीबी रोगी से घर के और सदस्यों को टी. बी. होने की संभावना बढ़ जाती है। टी. बी . से घर के अन्य सदस्य बचे रहें, उनको निरंतर समझाने की आवश्यकता है। क्लब के सदस्य हर मास उनको टी.बी . को आगे फैलने को रोकने के उपाय समझाते हैं।

वानप्रस्थ संस्था प्रधानमंत्री निश्चय मित्र योजना के अंतर्गत पिछले 25 – मास से टी.बी. ग्रस्त रोगियों को प्रोटीन युक्त पौष्टिक आहार किट्स बाँट रहा है।

क्लब के सदस्य हर महीने टी . बी . हस्पताल एवं आंगनबाड़ी के अधिकारियों के सहयोग से सूर्यनगर एवं शिवनगर झोपड़ – पट्टी में स्वयं जा कर मरीज़ों को किट्स बाँटते हैं । वानप्रस्थ केवल एक ऐसी संस्था है जो प्रत्येक टी. बी. रोगी से हर मास संवाद करती है , उनको आहार और दवाई के बारे बारीकी से समझाती है ताकि वह अपना ध्यान रखें और जल्दी रोग मुक्त हो जाएँ। पौष्टिक आहार लेने वालों में टी बी रोगी दो वर्षीय सृष्टि , 46 वर्षीय शांति एवं 18 वर्षीय रिशु शामिल थी

डा: सपना गहलावत चीफ मेडिकल ऑफिसर हिसार ने अपने संदेश में कहा कि हिसार को जल्दी से टी. बी. मुक्त बनाना है। उन्होंने कहा कि टीबी एक गंभीर संक्रामक बीमारी है ।यह बीमारी मुख्य रूप से फेफड़ों को प्रभावित करती है, लेकिन यह अन्य अंगों को भी प्रभावित कर सकती है। अगर आपको लंबे समय तक खांसी रहती है, बुख़ार रहता है , वज़न कम हो रहा है, थकान और कमजोरी महसूस करते है तो नज़दीकी हस्पताल में जा कर टी. बी . की जाँच करवाएँ । अगर टी. बी. की पुष्टि हो जाती है तो डॉक्टर की देख रेख में उचित दवाई और प्रोटीन युक्त पौष्टिक आहार लें ।उन्होंने कहा कि टीबी के मरीज से दूरी बनाकर रखें एवं छींकते समय मुंह पर रुमाल या हाथ रखें।

उन्होंने कहा कि टीबी एक गंभीर बीमारी है, लेकिन सही उपचार और सावधानी से इसे ठीक किया जा सकता है।

डा सपना ने वानप्रस्थ संस्था का आभार व्यक्त करते हुए कि ग़ैर सरकारी संस्थाएँ एवं जो सक्षम हैं , उन्हें टी बी उन्मूलम में सरकार का सहयोग करना चाहिए।

क्लब के सदस्य डा: सुरेंद्र मोहन बहल , डा: पुष्पा खरब , श्रीमती सुनीता बहल , डा : एस. एस. गहलावत श्रीमती पुष्पा शर्मा एवं श्रीमती श्यामा गोसाईं ने प्रत्येक टी. बी. रोगी के साथ व्यक्तिगत रूप से बातचीत की और उनके स्वास्थ्य के बारे में विस्तृत जानकारी ली। उन्हें सही ढंग से और नियमित रूप से दवाई और पौष्टिक आहार खाने के लिए प्रेरित किया ।

वहीं क्लब के महासचिव डा: जे. के. डाँग ने कहा कि वानप्रस्यम्थ संस्था मरीज़ों के पौषण के साथ मरीज़ों से संवाद करती है , नैतिक एवं सामाजिक रूप से समर्थन करती हैं। उन्होंने कहा वानप्रस्थ ही केवल ऐसी संस्था है जो टी .बी . रोगियों को 25 महीने से प्रोटीन युक्त पौष्टिक आहार बाँट रही है ।

हस्पताल से आई श्री मती बलकेश ने टी .बी . मरीज़ों से कहा कि दवाई और उपयुक्त पौष्टिक आहार लेने से आप की रोग प्रतिरोधक शक्ति बढ़ेगी

इस प्रोग्राम में हर मरीज़ को छ: मास के लिये हर मास दो- डिब्बे प्रोटीन पाउडर, एक किलो गुड़, एक किलो भुने हुए चने,एक किलो काले चने, एक किलो बेसन, दो पैकेट न्यूट्रेला और हाथ धोने के लिए दो साबुन दिये जाते हैं।

इस अवसर पर टी. बी. हस्पताल की ओर से श्रीमती बलकेश कालीरमन – पी. पी. कॉर्डिनेटर और आंगन बाड़ी के सदस्य अंजू , अनीता , आशा , सुनीता, शर्मिला , सुनीता, कैलाश, मीना , बँटी देवी एवं नरेश ने भाग लिया।

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