ऐ मेरे वतन के लोगो ज़रा आँख में भर लो पानी…. ऐ वतन ऐ वतन हमको तेरी कसम जैसे देश भक्ति के गानों से गूंजा वानप्रस्थ

आज़ादी का जश्न मनाया वानप्रस्थ ने – ध्वजारोहण कर फहराया तिरंगा

वानप्रस्थ संस्था ने 78 वाँ स्वतंत्रता दिवस बड़े धूमधाम और हर्षोल्लास से सीनियर सिटीज़न क्लब में मनाया।

हिसार – क्लब के महासचिव डा: जोगिंदर डांग ने वरिष्ठ अतिथियों का अभिनंदन करते हुए स्वतंत्रता दिवस मनाने की सार्थकता पर अपने विचार रखे।उन्होंने कहा कि देश की स्वतंत्रता और इस पर क़ुरबानी देने वाले शहीदों को हम आज नमन करते हैं । वरिष्ठ नागरिकों ने भारी संख्या में उपस्थित होकर ध्वजारोहण किया एवं सब ने मिलकर राष्ट्र गान गाया।आज भारत के 78 वें स्वतंत्रता दिवस के उपलक्ष्य में क्लब की उपप्रधान डा: सुनीता शिओकंद ने अपने संबोधन में देश की कई महत्वपूर्ण उपलब्धियाँ एवं चुनौतियों पर विस्तार से चर्चा की ।

उन्होंने कहा कि आज भारत विश्व की सबसे तेजी से बढ़ती अर्थव्यवस्थाओं में से एक है।2024 अंतर्राष्ट्रीय मुद्रा कोष के आंकड़ों के अनुसार भारत विश्व की पाँचवीं सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बन गया है।भारत ने सूचना प्रौद्योगिकी और व्यवसाय प्रक्रिया प्रबंधन (आईटी) में वैश्विक पहचान बनाई है। भारत ने 2023 में चंद्रमा के दक्षिण में चंद्रयान 3 सफलतापूर्वक उतारा। डिजिटल भुगतान में भी हम दुनिया में सबसे आगे हैं।

देश की पहली सैमीकंडक्टर सुविधा भी अब शुरू हो गई है हमने कोविड महामारी के समय करोना वैक्सीन का निर्माण किया और विदेशों को भी उपलब्ध कराई । इसमें कोई संदेह नहीं कि हमने चौमुखी प्रगति की है परंतु चुनौतियाँ अभी भी बनी हुई हैं। गरीबी, बेरोजगारी, और असमानता जैसे सामाजिक मुद्दे अभी भी मौजूद हैं। प्रति व्यक्ति आय अभी भी निम्न स्तर पर है। पर्यावरण प्रदूषण और जल संकट भी गंभीर समस्याएँ हैं। देश की सुरक्षा और आतंकवाद से निपटना भी एक महत्वपूर्ण चुनौती है।

डा: शिओकंद ने कहा कि स्वतंत्रता दिवस पर हमें अपनी उपलब्धियों पर गर्व करना चाहिए और साथ ही इन चुनौतियों का समाधान खोजने के लिए एकजुट होकर प्रयास करना चाहिए। मंच संचालन करते हुए डॉ दवीना अमर ठकराल ने
स्वतंत्रता दिवस की सभी को बधाई व शुभकामनाएं देते हुए कहा

“ अमर शहीदों ने आज़ादी के बीज बोए अपने बलिदान से, खिल उठे फूल, महकी फ़िज़ा जीने लगे सभी सम्मान से।
आओ मिलकर करते हैं याद अमर शहीदों की गौरवपूर्ण गाथाओं को,
श्रद्धासुमन अर्पित करते हैं अश्रु पूरित नयन व द्रवित भावों से॥

डा: ठकराल ने स्वरचित कविता के द्वारा कार्यक्रम का शुभारंभ किया।
“ देश प्रेम की भावना, अविरल हो साधना,
मातृभूमि है आराध्य, भारती को पूजिए।
शूरवीर रणधीर, सरहद डटे वीर,
बलिदान हैं उनका, मान उन्हें दीजिए..,”

डा: राज कुमार सैनी एवं साथियो ने राष्ट्रीय गीत ‘ वंदेमातरम् ‘ अपनी मंत्रमुग्ध कर देने वाली आवाज़ में अत्यंत श्रद्धा भाव से गा कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया।

प्रतिभागियों ने एक से बढ़ कर एक देश भक्ति के गीत सुनाए और सदस्य मंत्र- मुग्ध हो गए । गानों की बानगी देखिए ..
हिसार की जानी-मानी प्रसूति एवं स्त्री रोग विशेषज्ञ और समाज सेवी डॉ. सत्या सावंत ने अपनी सहज, सरल व मधुर वाणी में अत्यंत सार्थक गीत
“ जब जीरो दिया मेरे भारत ने, भारत ने मेरे भारत ने , दुनिया को तब गिनती आई।
तारों की भाषा भारत ने, दुनिया को पहले सिखलाई ….
गाकर सभागार में शीतल बयार चला दी ।

इसी श्रृंखला में उन्होंने अत्यंत लोकप्रिय गीत
“ है प्रीत जहाँ की रीत सदा,मैं गीत वहां के गाता हूँ
है प्रीत जहाँ की रीत सदा….” गाया

वहीं श्रीमती श्यामा गुसाँई ने भारतीय तिरंगे की शान में अति सुंदर गीत “हिंद देश का प्यारा झंडा ऊँचा सदा रहेगा….” पेश किया

इसी श्रंखला को आगे बढ़ाते हुए प्रत्येक भारतीय के दिल और दिमाग़ पर छाया और समाया हुआ देश प्रेम से ओत प्रोत गीत
ए मेरे वतन के लोगों ज़रा आँख में भर लो पानी, जो शहीद हुए हैं उनकी जरा याद करो क़ुर्बानी…, श्री प्रेम केडिया जी ने भाव पूर्व व दिल को छूने वाली आवाज़ में सुनाकर सभी की आँखों को नम कर दिया।

देश भक्ति की तरानों की कड़ी में आयोजन को गति प्रदान करते हुए डॉ नीलम परुथी जी ने पंजाबी भाषा में सैनिक परिवार का दुःख अपने गीत में पिरो कर प्रस्तुत किया ।आपके गीत ने सभी को भाव विभोर कर दिया

“वें मुड़ आ लाभाँ ते साडे घर बढ़ा रोज़गार
के कनंका निसर पईयां घर आके झाती मार….”

क्लब के नए सदस्य एवं मंजे हुए गायक श्री बलवंत जांगड़ा ने अत्यंत बुलंद व दिल को छू जाने वाली आवाज़ में अपनी प्रस्तुति दे कर सभागार में देश के प्रति ओजस्वी भाव को जागृत कर दिया । अत्यंत मार्मिक गीत के बोल कुछ इस प्रकार थे
“ कर चले हम फ़िदा जानो तन साथियो
अब तुम्हारे हवाले वतन साथियो …”

मंच संचालिका डॉ दवीना ने स्वरचित प्रेरक पंक्तियाँ प्रस्तुत कर आयोजन को जीवंत व संदेशवाहक बना दिया।
“ सद्भाव, करुणा, समन्वयता का हो समावेश, धैर्य, सहनशीलता का हो हम सब में प्रवेश।
संवाद हो निर्विवाद, परिष्कृत व नि:स्वार्थ ,संभव हो पाएगा तभी आशान्वित विकास।
काम करो ऐसा कि मिसाल बन जाए,
चलो ऐसे कि अनुगामी कारवाँ बन जाये ….”

इसी कड़ी में श्री योगेश सुनेजा जी के देश प्रेम से प्रतिपूरित अत्यंत लोकप्रिय गीत से आयोजन को गति व सार्थकता मिली।
“ ऐ मेरे प्यारे वतन, ऐ मेरे बिछड़े चमन तुझपे दिल क़ुरबान
तू ही मेरी आरज़ू, तू ही मेरी आबरू तू ही मेरी जान…..”

आज का आकर्षण रहा डॉ आर के सैनी के नेतृत्व व डा: आर एस हुडा,डॉ कृष्णा हुडा ,डा : सुदेश गांधी, एम. एम. गाँधी, कमला सेनी, डा: सुनीता सुनेजा, सुनीता बहल, वीना अग्रवाल,इंद्रा सांगवान, श्यामा गोसाईं, योगेश सुनेजा के सहयोगी स्वर में समूह गान और सारा सभागार तालियों से गूंज उठा। गीत के बोल थे
ए वतन ए वतन हमको तेरी क़सम तेरी राहों में जहाँ तक लुटा जाएंगे…..

इसी श्रृंखला में डॉ. एस एस धवन ने अपनी सधी हुई एवं सुरीली आवाज़ में गीत
“ होठों पे सच्चाई रहती है जहाँ दिल में सफ़ाई रहती है
हम उस देश के वासी हैं , जिस देश में गंगा बहती है …”
प्रस्तुत किया और सभी को आनंदित किया

श्रीमती कमला सैनी ने अपनी बुलंद आवाज़ में सभी श्रोताओं के मन में जोश जगा दिया
“बहुत प्यार करते हैं तिरंगे को हम ….”

श्रीमती शशि आर्या ने स्वरचित कविता प्रस्तुत कर भारत देश का सकारात्मक गुणगान किया
“घूम के देखे देश भारत जैसा नहीं है कोई ..,.”

डॉ मीनाक्षी ने भी देश के प्रति स्वरचित पंक्तियाँ प्रस्तुत की. श्री करतार सिंह जी ने अपनी चिर परिचित आवाज़ में
छोड़ो कल की बातें, कल की बात पुरानी नए दौर में लिखेंगे मिलकर नई कहानी …….. गीत प्रस्तुत किया

कार्यक्रम के समापन की ओर ले जाते हुए बहुत ही सुंदर समूह गान की प्रस्तुति ने आयोजन को भव्य बना दिया ।
डॉ सैनी के नेतृत्व व डॉ सुदेश गांधी, एम एम गांधी, आर एस हुड्डा,कृष्णा हुड्डा के सहयोग से बेहद ख़ूबसूरती से समूह गान की प्रस्तुति हुई और समूह गान में देश भक्ति का वातावरण जीवंत हो उठा।

कार्यक्रम के अंत में डॉ सत्या साँवत जी ने आनंद मठ का ‘ वंदेमातरम् ‘ गीत प्रस्तुत कर सभी को तालियों का साथ देने के लिए विवश कर दिया और वातावरण देशमय बना दिया।

कार्यक्रम का समापन करते हुए क्लब के प्रधान श्री दयानंद बेनिवाल ने अपने संदेश में गीता के महत्व को उल्लेखित करते हुए जीवन में उच्च व सद् विचारों को धारण करने के लिए प्रेरित किया।सभी सदस्यों के लिए जलपान का आयोजन किया गया और सभी ने प्रतिबद्धता और समयबद्धता से आयोजन का भरपूर आनंद लिया ।

क्लब के महासचिव डा डाँग ने सभी प्रतिभागियों का धन्यवाद किया विशेषकर डा: सैनी और उनकी टीम का जिन्होंने कई दिन रिहर्सल कर के समूह गान पेश कर क्लब के माहौल को जीवंत कर दिया। उन्होंने क्लब कौषाधायक्ष डा. एम. एस . चौहान का इस कार्यक्रम को सफल बनाने में सहयोग के लिए धन्यवाद किया ।आज स्वतंत्रता दिवस में 75 सदस्यों ने भाग लिया

अंत में कार्यक्रम का समापन करते हुए मंच संचालिका डॉ दवीना ने सभी को शुभकामनाएँ दी।
“ हृदय में ज्ञान हो, चित में ध्यान हो
दुख सब दूर हों, अभय वरदान हो
आशय सम्पूर्ण हों, कुटुम्ब में प्रीत हो
मन सम्मान हो, जग में जीत हो
सुख समृद्धि हो, काया निरोगी हो
शांति हो जीवन में,भक्ति और शक्ति हो…,”

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