बोधराज सीकरी की नुक्कड़ सभा बनी जन सभा ……..

आमजन का प्रेम मुझे अभिभूत कर रहा है – इतना प्रेम संभवत: किसी को जनता नहीं देती है : बोधराज सीकरी।

गुरुग्राम। दिनांक 6 अगस्त मंगलवार के दिन साय: काल की बेला में चार आठ मरला के निवासियों ने बोधराज सीकरी को अपनी आँखों पर बिठा दिया। चार आठ मरला के कृष्णा मंदिर के प्रांगण में वहाँ के प्रधान श्री वासदेव ग्रोवर, मंत्री श्री जय दयाल कुमार की अगुवाई में उन्होंने एक नुक्कड़ सभा का संकल्प लिया और आशा थी कि 70-80 लोग एकत्रित होंगे, परन्तु देखते ही देखते लोगों का जनसमूह सैकड़ों की संख्या में एकत्रित हो गया, जिसके फलस्वरूप कुछ लोग पीछे के कमरे में और कुछ लोग सड़क पर श्री बोधराज सीकरी के दीदार के लिए प्रतीक्षा कर रहे थे।

उनका अभिनंदन करने वालों की झड़ी लग गई और एक समय ऐसा आ गया की बोधराज सीकरी का चेहरा ही फूलों से ढक गया। इतना प्रेम देख कर बोध राज सीकरी भावुक हो उठे।

बता दें कि इस सभा में मंच संचालन जय दयाल कुमार ने किया और उसके उपरांत वहाँ के बुजुर्गों ने अपने-अपने आशीर्वचन दिये जिनमें श्री सी.बी मनचंदा, श्री बिशन दास चुटानी, श्री मेघराज बुद्धिराजा, जी.एन आहूजा, श्री धर्मेन्द्र बजाज, श्री अनिल कुमार, श्री रमेश चुटानी, श्री राम लाल ग्रोवर, श्री सुभाष गांधी, श्री सुभाष नागपाल, श्री रवि मनोचा, श्री गजेन्द्र गोसाई, श्री किशोरी लाल डुडेजा, श्री रमेश कमरा, श्री रमेश कालरा, श्री युधिष्ठिर अलमादी, श्री द्वारिका नाथ मक्कड़, श्री सतपाल नासा, श्री दलीप लूथरा, श्री रमेश मुंजाल, श्री कमल शर्मा, श्री अशोक आर्य मुख्य रूप से शामिल रहे। महिला शक्ति की ओर से ज्योत्सना बजाज, रचना बजाज, सिमरन बजाज के अतिरिक्त सैकड़ों अन्य महिलायें अपने प्रिय भाई को प्यार देने के लिए एकत्रित हुई थी।

किसी ने समाज की बात की, किसी ने इंसानियत की और किसी ने रूहानियत की। लोगों ने कहा कि बोधराज सीकरी के अंदर यह तीनों गुण है। बोध राज सीकरी के बारे में लोगों ने टिप्पणी की कि निरंतर बोध राज सीकरी समाज सेवा नियमित तरीक़े से कर रहे, समाज को एकत्रित करके एक सूत्र में बांध रहे हैं, भाजपा के संगठन के अंदर तीन चार उत्तरदायित्व बखूबी निभा रहे हैं और सरकार द्वारा दिये गये कई उत्तरदायित्व को भी वफ़ादारी से निभा रहे हैं और अपना बिज़नेस भी अच्छी तरह से चला रहे हैं। वे शिक्षित हैं, संपन्न हैं, कर्मठ हैं और शहर को भली-भाँति जानते हैं क्योंकि उनका जन्म इसी धरा पर हुआ है। वो लोगों के दर्द को जानते हैं। बोधराज सीकरी ने अपने अद्भुत अन्दाज़ से अपने वक्तव्य में सबका मन जीत लिया। उनकी भाषा, उनकी कार्य शैली उनके संबोधन का तरीक़ा किसी को भी अपनी ओर खींच सकता है। उन्होंने अपने द्वारा की गई विभिन्न सामाजिक सेवा के प्रोजेक्ट्स की चर्चा की। लोगों ने दिल की गहराई से बोधराज सीकरी को आशीष दिया और पूरा आश्वासन दिया कि सभी लोग उनके साथ हैं। इतना बड़ा जनसमूह नुक्कड़ सभा में असंभव सा लगता है परंतु बोधराज सीकरी के व्यक्तित्व के कारण इतने अधिक लोग सैकड़ों की संख्या में एकत्रित हुए।

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