परिसीमन के जरिए अहीरवाल की राजनीतिक हैसियत कम करने की कोशिश की गई: राव इंद्रजीत

जनता ने एकजुट होकर इसे राजनीतिक ताकत के रूप में बदला

नाहड। केंद्रीय मंत्री राव इंद्रजीत ने कहा कि परिसीमन के जरिए अहिरवाल की राजनीतिक ताकत कम करने की साजिश राजनीतिक पार्टियों ने रची , लेकिन जनता ने एकजुट होकर राजनीतिक पार्टियों की साजिश को विफल करते हुए इसे अपनी ताकत बढ़ाने के रूप में इस्तेमाल किय। उन्होंने कहा कि सरकारों से उनकी लड़ाई क्षेत्र व जनता के हितों के लिए होती है। वे शुक्रवार को डहीना के उप तहसील मैदान में धन्यवाद सभाओं को संबोधित कर रहे थे। इस अवसर पर उन्होंने डहीना उप तहसील भवन सहित करोडो के विकास कार्यों का शिलान्यास किया।

राव ने कहा कि क्षेत्र के साथ अन्याय बर्दाश्त नहीं होता इसलिए किसी भी मुख्यमंत्री से भीड़ लेता हूं , क्योंकि जनता उनकी पीठ मजबूत किए बैठी है। राव ने कहा कि वह नई पीढ़ी को राजनीति में लाना चाहते हैं। उन्होंने कहा कि ऐसे लोगों को राजनीति में आगे बढ़ना होगा जो जनता के हित की बात पहले रखें। उन्होंने कहा कि हक लड़ने पर ही मिलते हैं और राजनीति में लड़ने वालों की कमी हो रही है। उन्होंने जन प्रतिनिधियों को मजबूत करने की परैवी करते हुए कहा कि पंचायती राज अधिनियम में 72 , 73वें संशोधन की आवश्यकता है। केंद्रीय मंत्री ने कहा कि अधिकारियों की एसीआर लिखने की शक्ति सरपंचों , जिला परिषद व पंचायत समिति अध्यक्ष को मिलनी चाहिए उन्होंने कहा कि चुने हुए जनप्रतिनिधियों पर भी जनता का भार सरकार को डालना होगा। राव ने कहा कि मेरा प्रयास होगा कि चुने हुए प्रतिनिधियों का मान सम्मान हो।

केंद्रीय मंत्री ने कहा

पार्टी की टिकट मोदी ने दी चुनाव जितवाने का काम जनता ने किया। मेरी टिकट कटवाने के लिए तो काफी लोग जुटे हुए थे, लेकिन सफलता नहीं मिल पाई। राव ने कहा कि पिछले दिनों महेंद्रगढ़ में केंद्र सरकार के तर्ज पर क्रीमी लेयर की सीमा बढ़ाकर 8 लाख कर दी गई। गृहमंत्री अमित शाह ने उनकी मांग पर इसमें सुधार किया । उन्होंने कहा कि मोदी ने ही बैकवर्ड कमीशन को संवैधानिक दर्जा दिया।

कांग्रेस की यात्रा पर कटाक्ष करते हुए राव ने कहा कि दक्षिण हरियाणा में केंद्रीय विश्वविद्यालय, सैनिक स्कूल , रक्षा विश्वविद्यालय , आइटीबीपी जाटूशाना का केंद्र बना तब मै इस क्षेत्र का सांसद था। अगर मैं आवाज ना उठाता तो केंद्रीय विश्वविद्यालय भी कहीं और ले जाने की तैयारी थी। उन्होंने कहा कि वर्तमान में कोसली विधानसभा क्षेत्र और पूर्व में जाटूसाना उनकी राजनीतिक कर्मभूमि रही है। यहीं से उन्होंने राजनीति की शुरुआत की थी। राव ने कहा कि डीलिमिटेशन में कोसली को अलग लोकसभा क्षेत्र में जोड़कर राजनीतिक हैसियत कम करने की कोशिश की गई, लेकिन कोसली का राजनीतिक महत्व उसकी एकजुटता ने बढ़ा दिया है। सभा को संबोधित करते हुए आरती राव ने कहा कि उनके पिता ने हमेशा क्षेत्र के हकों की लड़ाई को सर्वोपरि माना है। इसके लिए उन्हें कई बार राजनीतिक नुकसान भी उठाने पड़े उन्हें नीचा दिखाने की भी कोशिश की गई लेकिन उन्होंने जनता की आवाज को हमेशा उठाया। सभा को कोसली से विधायक लक्ष्मण सिंह यादव ने भी संबोधित किया।

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