पीएम के तीसरे कार्यकाल के पहले बजट पर कैपेरो मारूति के सीईओ ने दी प्रतिक्रिया। चंडीगढ़ (जतिन /राजा )25 जुलाई : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सरकार के तीसरे कार्यकाल का पहला बजट दो दिन पहले संसद मे पेश किया गया। एक तरफ जहां सत्ता पक्ष के लोग इस बजट की सराहना करते नहीं थक रहे रहे तथा इस बजट को विकसित भारत की दिशा में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का महत्वपूर्ण कदम बता रहे है तो वंही विपक्षी दलों के लोग इस बजट को देश का बजट ना बताकर राजनीतिक बजट बता रहे है। जहां कुछ राज्यों का समर्थन हासिल करने के लिए इस बजट को विशेष तौर पर पेश किया गया है। इसी के बीच कैपेरो मारूति के सीईओ एवं कार्यकारी निदेशक व सीआईआई गुरूग्राम जोन के वाईस चेयरमैन विनोद बापना ने इस बजट को लेकर मिलीजुली प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने कहा कि यह बजट पूरी तरह से निशाराजनक नहीं है तो पूरी तरह से उत्साहित करने वाला भी नहीं है। निश्चित तौर पर इस बजट में कुछ खामियां है, लेकिन कुछ क्षेत्र ऐसे है जिनका इस बजट में विशेष ध्यान रखा गया है। कैपेरो मारूति के सीईओ एवं कार्यकारी निदेशक व सीआईआई गुरूग्राम जोन के वाईस चेयरमैन विनोद बापना ने कहा कि इस बजट की थीम विकसित भारत थी, उसको ध्यान में रखते हुए यह बजट पेश किया गया है। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार ने जहां सौलर ऊर्जा को बढ़ावा देने, इलैक्ट्रिक व्हीकल व मोबाईल फोन को सस्ता करने के अलावा स्वास्थ्य के क्षेत्र में कैंसर की दवाओं को सस्ता करने के लिए जो रास्ता खोला है, वही नौकरी पेशा लोगों के लिए छूट का दायरा जो पहले 3 लाख से 6 लाख के स्लैब में 5 प्रतिशत था, अब वह 3 से 7 लाख के स्लैब में 5 प्रतिशत का किया गया है। इसके साथ ही नौकरीपेशा लोगों के लिए स्टैंडर्ड डिडेक्शन 50 हजार से बढ़ाकर 75 हजार किया है, वह स्वागत योग्य कदम है। उन्होंने कहा कि बजट में बजट में मुख्य रूप से युवाओं के रोजगार व युवा उत्थान के लिए चार महत्वपूर्ण योजनाओं का ऐलान किया है। जिसमें एक करोड़ युवाओं के लिए 500 टॉप कंपनीज में इंटर्नशिप प्रोग्राम, 5 हजार मासिक मानदेय के साथ 12 माह की पीएम इंटर्नशिप योजना, पहली बार जॉब ज्वाईन करने वालों के लिए 15 हजार की तीन किश्त सीधे ईपीएफओ अकाउंट में, रोजगार व कौशल प्रशिक्षण से जुड़ी पांच योजनाओं के लिए 2 लाख करोड। उन्होंने कहा कि इस बजट से युवाओं को मजबूती मिलेगी व भारत नए आयामों को छुएगा। जिसके लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी बधाई के पात्र है। विनोद बापना ने कहा कि शेयर बाजार में निवेश करने वालों को एक लाख तक की इनकम की बजाए उनका स्लैब सवा लाख किए जाने से उनको राहत मिलेगी। वही दूसरी तरफ शेयर मार्केट में निवेश करने वाले शॉर्ट टर्म निवेशकों को 15 की बजाए 20 प्रतिशत कर देना होगा। वही लांग टर्म निवेशकों को 10 की बजाए साढ़े 12 प्रतिशत टैक्स लगेगा, जो बजट में मिली राहत के लिए पर्याप्त नहीं होगा। वही मुद्रा लोन को 20 लाख तक करने का प्रावधान बजट में किया गया है। इसके साथ ही विनोद बापना ने कहा कि बजट में व्यापारियों को सरलीकरण की उम्मीद जरूर थी, वह पूरा नहीं हुआ। किसानों को सब्सिडी व न्यूनतम समर्थन मूल्य की बात बजट में नहीं है। जबकि बजट में किसानों को फ्री इंश्योरेंस दिया जाना चाहिए था तथा खाद व बीज की सब्सिडी बढ़ाई जानी चाहिए थी। वही रसोई गैस की कीमतों को भी कम किए जाने का कार्य बजट में नहीं किया गया। Post navigation हरको बैंक ने रखा 100 करोड़ रूपये के शुद्ध लाभ का लक्ष्य मुख्यमंत्री ने फतेहाबाद में लगभग 313 करोड़ रुपये से अधिक के विकास कार्यों का किया उद्घाटन व शिलान्यास