भाजपा के सत्ता में आने से पहले हरियाणा में ओबीसी क्रीमीलेयर सीमा आठ लाख रूपये ही थी भारत सारथी/ कौशिक नारनौल। दलित, पिछड़ा, अल्पसंख्यक विरोधी भाजपा सरकार नौ साल तक ओबीसी का हक़ मारने के बाद अब वोटों के लिए ओबीसी हितैषी होने का ढोंग कर रही है| लेकिन जनता इनकी असलियत जान चुकी है और इनके झांसे में नहीं आएगी। उक्त विचार वरिष्ठ कांग्रेस नेता और पूर्व अधीक्षण अभियंता राव सुखबिन्द्र सिंह ने अपने डोर टू डोर जनसंपर्क अभियान के दौरान गांव खानपुर और ढाणी बठोठा में लोगों को संबोधित करते हुए व्यक्त किये। उन्होंने कहा कि भाजपा के सत्ता में आने से पहले हरियाणा में ओबीसी क्रीमीलेयर सीमा केंद्र की तर्ज़ पर आठ लाख रूपये ही थी तथा इसमें कृषि और वेतन की आय भी शामिल नहीं थी। किन्तु भाजपा की खट्टर सरकार ने इसे घटाकर छ लाख रूपये कर दिया था और इसमें कृषि और वेतन की आय को भी जोड़ दिया था। इतना ही नहीं खट्टर सरकार ने तो ओबीसी को भी दो आय वर्ग में बांट दिया था। एक 0 से तीन लाख आय वर्ग और दूसरे तीन से छ लाख आय वर्ग, जिसे बाद में न्यायालय ने रद्द कर दिया।श्री राव ने कहा कि पिछले आठ-नौ साल में कितने ही प्रतिभाशाली ओबीसी युवा भाजपा की गलत क्रीमीलेयर नीति के कारण अवसरों से वंचित रह गए। सरकार को इस हकमारी के लिए प्रदेश का ओबीसी वर्ग कभी माफ़ नहीं करेगा। उन्होंने कहा कि क्रीमीलेयर के साथ छेड़छाड़ करने वाले भाजपा नेता किस बात का श्रेय ले रहे हैं? यह तो ठीक वैसा ही है कि पहले किसी की सम्पति छीन लो और फिर एक दशक बाद लौटाकर कहो कि हमने उपकार किया है। श्री राव ने मांग की है कि सरकार ओबीसी की बैकलॉग भर्तियां निकाल कर चुनाव से पूर्व पूरी करवाए तथा सभी वर्ग की भर्तियों में आरक्षण 27 प्रतिशत किया जाए। जन संपर्क अभियान में उनके साथ ऋषिदेव शास्त्री, बी एल यादव, वेदप्रकाश यादव, कैप्टन अभिजीत यादव, रोशनलाल, हनुमान सैनी और राजेन्द्र आदि शामिल थे। Post navigation विधानसभा चुनाव में भूपेंद्र हुड्डा की जगह दीपेंद्र हुड्डा हो सकते हैं चेहरा पूर्व शिक्षा मंत्री रामबिलास शर्मा ने महेन्द्रगढ़ के विकास को लेकर मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी से की मुलाकात