राज्यपाल श्री बंडारू दत्तात्रेय ने गुरुग्राम में किया भारतीय महिला उद्यमी परिसंघ (सीओडब्ल्यूई) के हरियाणा चैप्टर का शुभारंभ राज्यपाल ने कहा, बीते वर्ष हरियाणा में दर्ज की गई स्टार्ट अप्स में 20 फीसदी वृद्धि, स्टार्ट अप्स ने 1500 करोड़ रुपए की फंडिंग जुटाई हरियाणा चैप्टर के शुभारंभ अवसर पर बोले राज्यपाल, देश की समृद्धि के लिए महिलाओं का सशक्त बनना जरुरी गुरुग्राम, 10 जुलाई। हरियाणा के राज्यपाल श्री बंडारू दत्तात्रेय ने कहा कि महिलाओं का समग्र सशक्तिकरण किसी देश के सर्वांगीण विकास के लिए महत्वपूर्ण है। महिलाओं का सशक्तिकरण देश के सामाजिक, आर्थिकऔर राजनीतिक आयामों से जुड़ा होता है जोकि देश की प्रगति में योगदान करते हैं। राज्यपाल मंगलवार की शाम गुरूग्राम के सेक्टर 44 स्थित अपैरल हाउस में भारतीय महिला उद्यमी परिसंघ (कॉन्फेडरेशन ऑफ वीमेन एंटरप्रेन्योरशिप-सीओडब्ल्यूई) के हरियाणा चैप्टर के शुभारंभ व शपथ ग्रहण समारोह को बतौर मुख्य अतिथि संबोधित कर रहे थे। श्री बंडारू दत्तात्रेय ने कहा कि महिलाओं को सशक्त बनाने में उन्हें, विशेष रूप से समाज के कमजोर वर्गों से, शिक्षा, स्वास्थ्य देखभाल और आर्थिक अवसरों तक समान पहुंच प्रदान करना शामिल है, साथ ही सभी स्तरों पर निर्णय लेने की प्रक्रियाओं में उनकी भागीदारी सुनिश्चित करना शामिल है। उन्होंने कहा कि जब महिलाएं सशक्त होती हैं, तो वे कार्यबल में महत्वपूर्ण योगदान दे सकती हैं व आर्थिक विकास और नवाचार को बढ़ावा दे सकती हैं। सामाजिक रूप से, सशक्त महिलाएं स्वस्थ परिवारों और समुदायों का नेतृत्व कर सकती हैं, श्री दत्तात्रेय ने भारत में स्टार्टअप के क्षेत्र में हो रही प्रगति का उल्लेख करते हुए कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में, भारत का स्टार्टअप पारिस्थितिकी तंत्र फल- फूल रहा है, जो दुनिया में सबसे जीवंत और गतिशील में से एक बन गया है। इसके परिणामस्वरूप प्रौद्योगिकी, स्वास्थ्य देखभाल, कृषि और फिनटेक जैसे विभिन्न क्षेत्रों में स्टार्टअप्स की संख्या में वृद्धि हुई है, जो महत्वपूर्ण घरेलू और अंतर्राष्ट्रीय निवेश को आकर्षित कर रहे हैं। राज्यपाल ने कहा कि हरियाणा प्रदेश नवाचार और उद्यमिता के लिए एक उल्लेखनीय केंद्र के रूप में उभरा है। आज हरियाणा राज्य स्टार्टअप नीति जैसी सहायक सरकारी नीतियों और पहलों से प्रेरित होकर, राज्य ने स्टार्टअप्स के फलने-फूलने के लिए अनुकूल माहौल बनाया है। गुरुग्राम और फरीदाबाद जैसे प्रमुख शहर तकनीक- संचालित उद्यमों के लिए हॉटस्पॉट बन गए हैं, जो राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय दोनों निवेशकों को आकर्षित कर रहे हैं। मजबूत बुनियादी ढांचे और कनेक्टिविटी के साथ-साथ शीर्ष शैक्षणिक संस्थानों की उपस्थिति, स्टार्टअप परिदृश्य को और मजबूत करती है। राज्यपाल ने कहा कि 31 दिसंबर 2023 तक हरियाणा में एक हजार सात सौ चालीस मान्यता प्राप्त स्टार्टअप हैं। पिछले वर्ष ही राज्य में स्टार्टअप की संख्या में बीस प्रतिशत की वृद्धि दर दर्ज की गई है। 2022 में हरियाणा स्थित स्टार्टअप्स द्वारा कुल पंद्रह सौ करोड़ रुपये की फंडिंग जुटाई गई। राज्यपाल ने कहा कि महिला सशक्तिकरण समाज को अधिक समानता की ओर ले जाता है, क्योंकि यह आर्थिक अंतर को पाटने में मदद करता है और समावेशी विकास को बढ़ावा देता है। समारोह में भारतीय महिला उद्यमी परिसंघ के हरियाणा चैप्टर के शुभारंभ अवसर पर अध्यक्ष रूचिता बंसल, सचिव शिखा तनेजा, राशि रोहतकी खान, कोषाध्यक्ष मीनू मिगलानी व संयुक्त सचिव शिल्पी सोनी ने शपथ लेकर अपना पदभार ग्रहण किया। उल्लेखनीय है कि भारतीय महिला उद्यमी परिसंघ (कॉन्फेडरेशन ऑफ वीमेन एंटरप्रेन्योरशिप-सीओडब्ल्यूई) की देश के 14 राज्यों में इकाईयां हैं और अब इसमें हरियाणा भी शामिल हो गया है। इस परिसंघ का उद्देश्य महिला उद्यमियों को आगे बढ़ने के लिए प्रेरित करना व प्रोत्साहन देना है। इससे पहले राज्यपाल ने परिसंघ की सदस्य महिला उद्यमियों द्वारा तैयार उत्पादों की प्रदर्शनी का भी अवलोकन किया। इस अवसर पर भारतीय महिला उद्यमी परिसंघ (सीडब्ल्यूई) की निदेशक मधु त्यागी, राष्ट्रीय उपाध्यक्ष निधि तोशीवाल, राष्ट्रीय संयुक्त सचिव मीतू पुरी व जिला प्रशासन की ओर से चीफ प्रोटोकॉल आफिसर अनुपमा मलिक तथा सीओडब्ल्यूई की अनेक सदस्य महिला उद्यमी उपस्थित रही। Post navigation … इलेक्शन का मानसून एमएलए बनने के दावेदार उछलने लगे ! जीएमडीए ने विकास कार्यों के लिए 2887 करोड़ रुपये के बजट को प्रदान की स्वीकृति