चंडीगढ़
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एसवाईएल पर कांग्रेस, आम पार्टी और भाजपा सभी मिल कर हरियाणा की जनता को दे रहे हैं धोखा: अभय सिंह चौटाला
अगर हरियाणा में इनेलो की सरकार होती तो दिल्ली को एक बूंद पानी तब तक नहीं देते जब तक ये हमारे हिस्से का पानी पंजाब से नहीं दिलाते
एसवाईएल पर भूपेंद्र सिंह हुड्डा दोगलापंती कर रहे हैं, वो हरियाणा के लोगों को यह नहीं बता रहे कि लोकसभा चुनावों में उसी आम आदमी पार्टी से समझौता किया था जिसकी पंजाब सरकार ने एसवाईएल का पानी रोक रखा है
मुख्यमंत्री रहते चौ. ओम प्रकाश चौटाला ने ही सुप्रीम कोर्ट में एसवाईएल के पानी को लेकर लड़ाई लड़ी थी जिसके कारण सुप्रीम कोर्ट ने हरियाणा के हक में फैसला सुनाया था लेकिन उस समय कांग्रेस के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरेंद्र सिंह ने विशेष विधानसभा सत्र बुला कर सभी पानी के समझौतों को रद्द कर दिया था
चंडीगढ़, 24 जून। इनेलो के राष्ट्रीय प्रधान महासचिव अभय सिंह चौटाला ने कहा कि भूपेंद्र सिंह हुड्डा बयान दे रहे हैं कि एसवाईएल के मुद्दे पर सुप्रीम कोर्ट ने हरियाणा के हक में फैसला दिया है पर हरियाणा के लोगों को यह नहीं बता रहे कि लोकसभा चुनावों में उसी आम आदमी पार्टी से समझौता किया था जिसकी पंजाब में सरकार है और पंजाब सरकार ने ही एसवाईएल का पानी रोक रखा है। यह रिकॉर्ड पर है कि अरविंद केजरीवाल पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान ने कहा था कि हरियाणा को एसवाईएल का एक बूंद पानी नहीं देंगे। हरियाणा में कांग्रेस, आम पार्टी और भाजपा सभी मिल कर हरियाणा की जनता को धोखा दे रहे हैं। उन्होंने कहा कि यह तो हरियाणा में बीजेपी की सरकार है जो दिल्ली को पानी दे रही है, अगर हरियाणा में इनेलो की सरकार होती तो दिल्ली को एक बूंद पानी तब तक नहीं देते जब तक ये हमारे हिस्से का पानी पंजाब से नहीं दिलाते।
उन्होंने कहा कि एसवाईएल पर सुप्रीम कोर्ट का फैसला न मानना सरासर कोर्ट की अवमानना है। न तो केंद्र की भाजपा सरकार और न ही पंजाब की आम पार्टी की सरकार सुप्रीम कोर्ट के फैसले को लागू कर रही है। हरियाणा के मुख्यमंत्री रहते चौ. ओम प्रकाश चौटाला ने ही सुप्रीम कोर्ट में एसवाईएल के पानी को लेकर लड़ाई लड़ी थी जिसके कारण सुप्रीम कोर्ट ने हरियाणा के हक में फैसला सुनाया था। लेकिन तब तत्कालीन कांग्रेस के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरेंद्र सिंह ने विशेष विधानसभा सत्र बुला कर सभी पानी के समझौतों को रद्द कर दिया था। उसी तर्ज पर पंजाब की आम पार्टी भी हरियाणा के हक का पानी देने को मना कर रही है। केंद्र और पंजाब की सरकार सुप्रीम कोर्ट के आदेशों का पालन करे और हरियाणा को एसवाईएल का पानी दे।