सीएम सैनी के नाम फरुखनगर नायब तहसीलदार को सोपा गया ज्ञापन फरुखनगर को सब डिवीजन बनाने की दो दशक पुरानी है मांग विधानसभा में भी उठ चुका है फरुखनगर सबडिवीजन बनाने का मामला फतह सिंह उजाला गुरुग्राम । हैरीटेज सिटी फर्रुखनगर उप मंडल बनाने की मांग को लेकर सोमवार को क्षेत्र के गणमान्य लोगों ने रोहताश सिंह लम्बरदार के नेतृत्व में फर्रुखनगर के नायब तहसीलदार दिनेश आहुजा को प्रदेश के मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी के नाम ज्ञापन सौंपा और इलाके को उसका खोया हुआ सम्मान देने की पुरजोर मांग की। सीएम सैनी के नाम ज्ञापन सौंपने के बाद प्रबुद्ध लोगों ने ने बताया कि हरियाणा जैसे प्रगतिशील राज्य के जिला गुरूग्राम जैसे विश्यस्तरीय जिले का हिस्सा होने के बावजूद भी फर्रुखनगर जैसे ऐतिहासिक ब्लॉक आज भी विकास की मुख्यधारा से अछुता है। फर्रुखनगर ब्लॉक का देश की आजादी, जिले व प्रदेश के विकास में अहम किरदार रहा है। जिला गुरुग्राम में चार ब्लॉक फर्रुखनगर, सोहना, गुरुग्राम, पटौदी आते है। आपकी प्रगतिशील सरकार द्वारा जिला गुरुग्राम में ब्लॉक पटौदी, सोहना, गुरूग्राम यहां तक कि गांव बादशाहपुर व मानेसर को उपमंडल तथा नगरनिगम का दर्जा देकर सम्मानित किया है। साथ ही जिले के गांव कादीपुर, हरसरू को उप तहसील के दर्जे से नवाजा गया है। जो आपकी सरकार द्वारा लिया गया एक सरहानिय कदम है। लेकिन जिला गुरूग्राम के मुगलकाल से उदय हुए ऐतिहासिक शहर फर्रुखनगर को उप मंडल के दर्जे से अभी तक वंचित रखा गया है। फर्रुखनगर को उप मंडल बनाये जाने के लिए इलाके के लोग करीब दो दशक से मांग करते आ रहे है। पूर्व मुख्यमंत्री मनोहर लाल की सरकार के कार्यकाल में इलाके की जबदस्त मांग पर संज्ञान भी लिया गया। इलाके की जनता की मांग पर गुरूग्राम से सांसद एंव केंद्रीय राज्य मंत्री राव इंद्रजीत सिंह, बादशाहपुर विधानसभा के विधायक स्व. राकेश दौलताबाद, पटौदी विधायक सत्यप्रकाश जरावता आदि ने भी सरकार से फर्रुखनगर को उपमंडल का दर्जा देने के लिए पत्राचार ही नहीं बल्कि सदन में भी पुरजोर मांग उठाई थी। केवल पत्राचार तक की सीमित रहा मामला सरकार द्वारा जारी पत्र के संर्दभ में तत्कालीन जिला उपायुक्त यस गर्ग ने आयुक्त गुरूग्राम मंडल गुरुग्राम को पत्र क्रमांक 683/ई.वी. दिनांक 27 मई 2021 फर्रुखनगर को उप मंडल बनाने के विषय पर वितायुक्त राजस्व एंव अतिरिक्त मुख्य सचिव हरियाणा सरकार राजस्व एंव आपदा प्रबंधन विभाग चंडीगढ पत्र क्रमांक 164-ए.आर.आई.सी-03-2021/1981 दिनांक 17 मार्च 2021 के संर्दभ में फर्रुखनगर को उपमंडल बनाने को लेकर विभिन्न पदों की सूचि भी भेजी गई थी। लेकिन राजनीतिक खींचतान के चलते हैरीटेज सिटी फर्रुखनगर उप मंडल के ताज से वंचित रह गया। मान्वर आपकी जानकारी के लिए बता दे कि मुगल काल में 1718 में फर्रुखनगर शहर का उदय हुआ था। यहां के नवाब अहमदअली व क्षेत्र के रणबाकुरों ने अंग्रेजी हकुमत के दौरान देश की आजादी के लिए महानायक राव तुलाराम के नेतृत्व मे चलाये गए प्रथम स्वतंत्रतासंग्राम 1857 में बढचढ का हिस्सा लिया और शाहदत भी थी। फर्रुखनगर को 1825 से ही तहसील का दर्जा प्राप्त था। डबल इंजन सरकार में नहीं मिला तोहफा फर्रुखनगर शहर व आसपास के ग्रामीण आंचल में सेना के लिए हथियार बनाने का कार्य किया जाता था। यहां नमक बनाने के बडे बडे कारखाने हुआ करते थे। इस बात का इतिहास गवाह है। मान्वर अंग्रेजी हकुमत के दौरान देश के विभिन्न कोनों में नमक के व्यापार को बढाने के लिए फर्रुखनगर दिल्ली के बीच रेलवे भी चलाई गई जो आज भी लोगों की सेवा में है। वर्तमान में फर्रुखनगर रेलवे स्टेशन आटोमाबाईल लोजिसटीक हब में विकसित हो चुका है। फर्रुखनगर इलाका किसान, कमेरों, पशुपालकों का क्षेत्र है। पूर्व मुख्यमंत्री स्व. चौधरी भजन लाल ने फर्रुखनगर को खंड का दर्जा दिया और पिछडा उदयोग क्षेत्र भी घोषित किया था। पूर्व मुख्यमंत्री चौधरी ओम प्रकाश चौटाला ने वर्ष 2000 में उप तहसील का दर्जा दिया। पूर्व मुख्यमंत्री चौधरी भूपेंद्र सिंह हुड्डा सरकार ने फर्रुखनगर को पूर्ण तहसील के दर्जे से नवाजा था। लेकिन आपकी बीजेपी सरकार के करीब साढे 9 साल के कार्यकाल में फर्रुखनगर इलाके को ऐसा कोई तोफा नहीं दिया गया। जिससे क्षेत्र की जनता आपकी सरकार को सदैव गुणगान कर सके। मान्यवर फर्रुखनगर ब्लॉक 53 ग्राम पंचायते, नगरपालिका फर्रुखनगर, 550 से अधिक छोटी बढी ढाणियां सहित करीब चार लाख की आबादी को अपने आगोस में समेटे हुए है। फर्रुखनगर क्षेत्र कृषि, मुढडा, वेयर हाउस, उदयोगिक जोन, शिक्षा का हब होने के बावजूद भी राजनितिक उपेक्षा का शिकार है। इलाके की जनता पिछले एक दशक के बीजेपी की सरकार का सर्मथन करके बीजेपी प्रत्यासियों को लोकसभा, विधानसभा चुनाव में जिताने का कार्य कर रही है। तो एक छत के नीचे मिलेगी सभी सुविधाएं लोगों की मांग है कि फर्रुखनगर को उप मंडल के दर्जे से नवाजा जाए। ताकि उपमंडल स्तरीय कार्य के लिए स्थानीय लोगों को 25 से 30 किलो मीटर का सफर तय करके उपमंडल पटौदी, जिला गुरूग्राम में न जाना पड़े। सरकार का आदेश क्षेत्र की जनता का भाग्य बदल सकता है, और उन्हे एक ही छत के नीचे कम समय में न्याय व अन्य सुविधा मिल सकेंगी। मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी के नाम सौंपे गए ज्ञापन में पूर्व नगर पार्षद नीरू शर्मा, हरियाणा पुलिस के पूर्व अधिकारी बाबू लाल काटीवाल, जमालपुर के सरपंच मनीराम, लम्बरदार रोहताश सिंह, लम्बरदार प्रताप सिंह, दक्ष प्रजापति संघ के चेयरमैन विनोद डिघलिया, राजेश शर्मा, प्रेम सिंह यादव डाबोदा, खैटावास के लम्बरदार देव पाल यादव, अधिवक्ता संदीप यादव, अधिवक्ता प्रदीप यादव, सोनू सैनी, राजू जुडौला, मोनी कुमार, अधिवक्ता विक्की सैनी, अशोक सैनी, संदीप शर्मा, राजबीर यादव, चेतन राजपूत, अधिवक्ता देविंद्र कुमार, अधिवक्ता धर्मेंद्र यादव, सूरज प्रकाश शर्मा, समाजसेवी राधे श्याम सैनी, पवन कुमार गुलिया, जयवीर सिंह गुलिया आदि शामिल रहे। Post navigation आपातकाल की याद में बीजेपी आज 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