दो गांवों के बीच बढ़ रहा विवाद, एक-दुसरे का कर रहे है बहिष्कार बिगोपुर के लोग रास्ता बंद करने के खिलाफ पुलिस अधीक्षक से मिले, बोले धौलेड़ा वाले तानाशाही कर रहे हैं भारत सारथी/ कौशिक नारनौल। नांगल चौधरी के गांव बिगोपुर और धौलेड़ा के बीच एक प्रेम विवाह को लेकर बना हुआ विवाद अभी थमने का नाम नहीं ले रहा। धौलेड़ा गांव के लोगों की मनमानी के खिलाफ बुधवार को बिगोपुर ग्रामीणों ने पुलिस अधीक्षक से मुलाकात की। पुलिस अधीक्षक को ग्रामीणों ने बताया कि धोलेड़ा गांव के लोगों द्वारा आने जाने का रास्ता बंद कर दिया है तथा बिगोपुर गांव के लोगों के धौलेड़ा गांव में दैनिक कार्यों के लिए उनके द्वारा बाधा डाली जा रही है। युवक-युवती की लव-मैरिज को लेकर दो गांवों के बीच घमासान मचा हुआ है। कानूनी रूप से लड़का-लड़की बालिग हैं और दोनों ने अपनी मर्जी से शादी की है, लेकिन दोनों के गांव साथ-साथ होने के कारण सामाजिक तौर पर उन्हें स्वीकार नहीं किया जा रहा है। इस शादी से खफा लड़की के गांव के लोगों ने लड़के के गांव का एक तरह से बहिष्कार कर दिया है। दोनों गांवों के बीच पिछले एक सप्ताह से तनाव की स्थिति बनी हुई है। वहीं, ऐसा कहा जा रहा है कि दोनों गांवों के बीच 50 सालों का भाईचारा था, जो एक तरह से खतरे में पड़ गया है। सामाजिक सौहार्द कायम करने के लिए दोनों तरफ से पंचायतें हो चुकी हैं, लेकिन कोई समाधान नहीं निकला। वहीं, प्रेमी जोड़ा जान का खतरा होने के चलते सेफ हाउस में दिन गुजार रहे हैं। गांव वालों के अनुसार, बिगोपुर का लड़का नारनौल के किसी कोचिंग सेंटर में कोचिंग लेने के लिए जाता था, जबकि धोलेड़ा की करीब 24 वर्षीय लड़की नारनौल के कॉलेज में पढ़ाई करती थी। दोनों धोलेड़ा गांव के बस स्टैंड से रोजाना बस पकड़ते थे। तभी दोनों के बीच नजदीकियां बढ़ने लगी और फिर ये नजदीकियां प्यार में बदल गईं। दोनों एक ही जाति (अहीर) से हैं, लेकिन फिर भी दोनों के गांव आस-पास होने के चलते उन्हें लगा कि परिवार के लोग शादी के लिए तैयार नहीं होंगे, गांव धौलेड़ा की लड़की ने बिगोपुर के लड़के से गत 9 जून को प्रेम विवाह कर लिया था। दोनों गांव का बस अड्डा, बैंक, दुकान, सब धौलेड़ा गांव में ही है। इस प्रेम विवाह से नाराज धौलेड़ा गांव के लोगों द्वारा बिगोपुर गांव के लोगों का बहिष्कार कर दिया था। इसके बाद उन्होंने इस गांव के लोगों ने धौलेड़ा गांव में आना-जाना बंद कर दिया। जिनकी दुकान धौलेड़ा गांव में है, वह भी नहीं खोली जा रही। डर के मारे बिगोपुर गांव के लोग धौलेड़ा गांव के अड्डे पर नहीं जा रहे। इसके कारण उनके बैंक संबंधी कामकाज भी ठप हो गए हैं । वहीं विभिन्न शिक्षण संस्थानों में पढ़ने जाने वाले बच्चों की आवाजाही बंद हो गई है। गांव बिगोपुर के लोगों ने आज एसपी अर्श वर्मा से मुलाकात की। इस मौके पर ग्रामीण हेमंत कुमार, दयाराम, महावीर आदि ने बताया कि बिगोपुर गांव के लोगों का सारा कामकाज धौलेड़ा गांव से ही चलता है। इस गांव के लोगों की वहां पर दुकानें हैं। बस स्टैंड भी एक ही है। उनके गांव का बैंक भी एक ही है । वहीं दूसरी ओर धौलेड़ा गांव के लोगों द्वारा उनके गांव के लोगों की एंट्री गांव में नहीं होने दी जा रही तथा तानाशाही रवैया बनाया जा रहा है । इसके कारण धौलेड़ा गांव में कोई आ जा नहीं रहा। बिगोपुर गांव के लोगों के सारे कामकाज ठप पड़े हैं । ऐसे में पुलिस प्रशासन से उम्मीद करते हैं कि पुलिस प्रशासन जाकर बिगोपुर गांव के लोगों को सुरक्षा प्रदान करें तथा उनके काम सुचारु रूप से करवाए। युवती ने मंगलवार को कोर्ट में शादी बरकरार रखने और ग्रामीणों से जान का खतरा होने की आशंका जताई है। युवती ने कहा कि महापंचायत पर असामाजिक तत्वों का कब्जा है, जो नाजायज दबाव बनाकर परिजनों को परेशान कर रहे हैं। उन्होंने गांव के कुछ नामजद लोगों पर षडयंत्र रचकर शादी तुड़वाने के आरोप भी लगाए, लेकिन किसी भी सूरत में शादी बरकरार रखेंगे। बयान दर्ज करने के बाद अदालत ने पुलिस सुरक्षा को 15 दिन बढ़ा दिया तथा दोनों को सेफ हाउस में रखने के निर्देश दिए हैं। वहीं, दूसरी ओर धोलेड़ा के ग्रामीण 13 जून से ही अपने गांव की मार्केट के बाहर धरना लगाकर बैठे हुए हैं। उनकी सिर्फ एक ही मांग है कि लड़की को वापस उसके परिजनों के पास भेजा जाएगा। Post navigation मौका लगते ही एक के बाद एक कांटा निकालते गए हुड्डा, ………….. क्या हाईकमान बेबस है ? कांग्रेस छोड़ भाजपा में शामिल होने पर फंस गई किरण अब विधायकी से हाथ धोना पड़ेगा