गांधी, पटेल और नेहरू के विचारों को राहुल गांधी ने आगे ले जाने का संकल्प लिया है
अहमदाबाद, 09 अप्रैल। अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी की महासचिव, पूर्व केंद्रीय मंत्री एवं सिरसा की सांसद कुमारी सैलजा ने कहा कि पंडित जवाहर लाल नेहरू और सरदार वल्लभ भाई पटेल की विचारधारा के साथ देश के संविधान और आजादी की सुरक्षा के लिए हर कांग्रेस नेता हर कार्यकर्ता न्यायपथ पर अग्रसर है, धर्म के आधार पर बंटवारा कर देश को हिंसा की आग में झौंकने वाली ताकतों को मुकबला कर इस देश को बचाना है।
वे बुधवार को गुजरात के अहमदाबाद में कांग्रेस के 84 वें अधिवेशन के दूसरे दिन साबरमती रिबर फ्रंट पर आयोजित कार्यक्रम में पार्टी नेताओं और कार्यकर्ताओं को संबोधित कर रही थी। कुमारी सैलजा ने देश की आजादी के झंडाबरदार सरदार वल्लभ भाई पटेल की 150 जयंती पर अधिवेशन में प्रस्ताव रखते हुए कहा कि आजादी के आंदोलन में पंडित जवाहर लाल नेहरू और सरदार वल्लभ भाई पटेल ने एक साथ मिलकर भारत के भविष्य को एक नई दिशा देने का काम किया। आज सभी उनकी विचारधारा के साथ इस अधिवेशन में एक साथ खड़े हुए हैै। साबरमती का दर्द इस वैचारिक संग्राम का साक्षी बना है। महात्मा गांधी और पंडित जवाहरलाल नेहरू के सिद्धांतों का कुछ ताकतों ने विरोध किया, अहिंसा आंदोलन को कुचलने के लिए नाथूराम गोड़से ने महात्मा गांधी की हत्या की थी, विकृत विचारधारा से ग्रसित सत्य और अहिंसा के सिद्धांत का विरोध करने वाले आरएसएस पर पटेल जी ने 04 फरवरी 1948 को प्रतिबंध लगा दिया था, पंडित जवाहर लाल नेहरू और सरदार वल्लभ भाई पटेल को फांसी पर चढाने की बात तक कही गई। सरदार वल्लभ भाई पटेल ने इस बात का उल्लेख चार फरवरी 1948 को श्यामा प्रसाद मुख्सार्जी को लिखे पत्र में किया था। कुमारी सैलजा ने कहा कि आज फिर देश को धर्म के आधार पर बांटकर देश को हिंसा की आग में झौका जा रहा है। कांग्रेस एकजुट होकर ऐसी ताकतों को परास्त करने के लिए आगे बढ़ रही है।
कुमारी सैलजा ने कहा कि पटेल और नेहरू के बीच वैचारिक मतभेद थे इस झूठ प्रपंच के जाल को फैलाया जा रहा है, कांग्रेस संघर्ष के लिए पूरी तरह से तैयार है। सरदार वल्लभ भाई पटेल ने 03 अगस्त 1947 को पंडित जवाहरलाल नेहरू को लिखे पत्र में अखंड मित्रता का उल्लेख करते हुए इसे शक्ति कहा है। आज इसी प्रेम प्यार वाली विचारधार को कुचलने का प्रयास किया जा रहा है। कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खडगे, नेता विपक्ष राहुल गांधी, कांग्रेस का हर नेता, हर कार्यकर्ता संविधान की रक्षा और न्याय के लिए न्यायपथ पर चलने के लिए कमर कसकर तैयार है। बाद में पत्रकारों से बातचीत करते हुए कुमारी सैलजा ने कहा कि इस गुजरात अधिवेशन से कांग्रेस नेताओं और कार्यकर्ताओं में नई ऊर्जा का संचार हुआ है, हर कार्यकर्ता नई ऊर्जा के साथ तैयार हैै, लोगों की बहुत दिनों से इच्छा थी कि यहां पर कांग्रेस आए, आज सरदार वल्लभ भाई पटैल की 150 वीं जयंती पर यहां अधिवेशन हुआ हो रहा है। जो गांधी, पटेल और नेहरू जी के विचार थे वे आज फिर से यहां जिंदा हो रहे हैं। उन विचारों को आगे ले जाने का संकल्प राहुल गांधी ने लिया है, इसी को लेकर उन्होंने भारत जोडों यात्रा की थी। आज कांग्रेस नेता और कार्यकर्ताओं नई ऊर्जा से सराबोर है।