प्रभारी और सह प्रभारी की नियुक्ति के तुरंत बाद दिल्ली में पार्टी नेताओं का मंथन अब भाजपा की पांच सदस्यीय टीम प्रदेश में कार्यकर्ता और नेताओं का मन टटोलेगी चंडीगढ़ में सीएम की अध्यक्षता में जिलाध्यक्षों, जिला प्रभारियों व प्रदेश पदाधिकारियों की बैठक अशोक कुमार कौशिक हरियाणा की सत्तारूढ़ भाजपा ने आगामी विधानसभा चुनावों को लेकर तैयारियां तेज कर दी हैं। पार्टी ने संगठन स्तर पर जुलाई तक के कार्यक्रम तय कर दिए हैं। पांच दिग्गजों की ‘टीम’ पूरे प्रदेश को नापेगी। सभी जिलों में कार्यकर्ताओं और पदाधिकारियों की बैठक होंगी। वर्करों का मन टटोला जाएगा। साथ ही, विधानसभा के संभावित चेहरों क लिस्ट भी तैयार होगी। इतना ही नहीं, पार्टी के सभी मोर्चों एवं प्रकोष्ठों को भी जिला व प्रदेश स्तर पर बैठकें करने के निर्देश दिए हैं। पांच दिग्गजों की टीम में सीएम व प्रदेशाध्यक्ष नायब सिंह सैनी के अलावा लोकसभा चुनाव प्रभारी सतीश पूनिया व सहप्रभारी सुरेंद्र नागर तथा विधानसभा चुनावों के लिए नियुक्त किए गए प्रभारी व केंद्रीय मंत्री धर्मेंद्र प्रधान व सह-प्रभारी बिप्लब कुमार देव इन बैठकों में शामिल रहेंगे। बिप्लब कुमार देव हरियाणा मामलों के प्रभारी भी हैं। मंगलवार को चंडीगढ़ में सीएम नायब सिंह सैनी की अध्यक्षता में जिलाध्यक्षों, जिला प्रभारियों व प्रदेश पदाधिकारियों की बैठक हुई। इससे केद्रीय गृहमंत्री अमित शाह और बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा ने पार्टी मुख्यालय में सोमवार को एक महत्वपूर्ण बैठक की, जिसमें हरियाणा बीजेपी कोर ग्रुप के नेताओं के साथ लोकसभा में पार्टी के कमजोर प्रदर्शन पर चर्चा हुई। इस बैठक में कांग्रेस ने किस कारण से हरियाणा की आधी यानी 5 सीटें जीतीं, इसको लेकर मंथन हुआ है। साथ ही साथ आगामी विधानसभा चुनाव को लेकर भी रणनीति बनाई गई है। हरियाणा बीजेपी कोर ग्रुप से बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा और गृहमंत्री अमित शाह ने लोकसभा की अंबाला और सोनीपत सीटों पर मिली हार को लेकर चर्चा की। इसमें भी खासकर अंबाला लोकसभा सीट जो बीजेपी की ट्रेडिशनल सीट है उसपर चर्चा की गई। पूरे राज्य की सबसे सेफ सीटों में शुमार अंबाला में हार को लेकर चिंता व्यक्त की गई और कारण ढूंढने की कोशिश की गई। सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक, हरियाणा बीजेपी के नेताओं ने सूबे में खराब प्रदर्शन के लिए जाट वोटरों में नाराजगी को एक बड़ा कारण माना है। बैठक में शामिल एक हरियाणा के नेता के मुताबिक, राज्य में हार के कारणों में दलित वोटरों की नाखुशी को भी कारण माना गया है। पार्टी जल्द ही हरियाणा में जाट मतदाताओं को जोड़ने के लिए कार्यक्रम तैयार करेगी। बीजेपी सूबे के जाट वोटरों को आकर्षित करने के लिए एक विस्तृत आउटरीच प्रोग्राम चलाएगी। दलित और कमजोर वर्ग में भी दिखी नाराजगी वहीं, दलित और कमजोर वर्ग में नाराजगी का एक कारण ऑनलाइन और पोर्टल का अत्यधिक इस्तेमाल भी माना जा रहा है। सूबे की सरकार अपने तमाम कार्यक्रमों में ऑनलाइन फॉर्म भरने और अप्लाई करने की इजाजत देती है। अत्यधिक ऑनलाइन फॉर्म के इस्तेमाल से भी गांव और गरीब जनता में नाराजगी को दूर करने का प्रयास किया जाएगा। हरियाणा सरकार के सरकारी योजनाओं का लाभ लेने के लिए मैनुअल अप्लाई करने की व्यवस्था को भी खोला जाएगा। हरियाणा में जल्द ही बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष की नियुक्ति की जाएगी। बीजेपी किसी जाट नेता को प्रदेश अध्यक्ष बना सकती है। वहीं, हरियाणा के नवनियुक्त चुनाव प्रभारी धर्मेंद्र प्रधान का सूबे में दौरा 22 से 23 जून से शुरू होगा। बीजेपी ने हरियाणा विधानसभा चुनाव की तैयारी की शुरू जेपी नड्डा द्वारा केंद्रीय मंत्री धर्मेंद्र प्रधान को हरियाणा के लिए पार्टी का चुनाव प्रभारी नियुक्त किए जाने के कुछ ही घंटों के भीतर यह बैठक हुई। यह बैठक हरियाणा विधानसभा चुनाव की तैयारियों को गति देने के मद्देनजर बुलाई गई थी। त्रिपुरा के पूर्व मुख्यमंत्री बिप्लब कुमार देब को पार्टी का सह-चुनाव प्रभारी बनाया गया है। हरियाणा में अक्टूबर में चुनाव की संभावना है। बैठक में शामिल हुए ये नेता जेपी नड्डा और अमित शाह के साथ बैठक में हरियाणा बीजेपी कोर ग्रुप के नेता सीएम नायब सिंह सैनी, केंद्रीय मंत्री मनोहर लाल, कृष्णपाल गुर्जर, कैप्टन अभिमन्यु, सुधा यादव, हरियाणा के संगठन महामंत्री फंडिंद्र नाथ, संजय भाटिया, संगठन प्रभारी सतीश पूनिया और सह प्रभारी सुरेन्द्र नागर मौजूद रहे। चण्डीगढ़ में हुई बैठक में तय हुआ कि जिलावार कार्यकर्ताओं की बैठकें होंगी। इससे पहले 20 व 21 जून को अंतरराष्ट्रीय योग दिवस के मौके पर जिला, मंडल व शक्ति केंद्र स्तर पर कार्यक्रम होंगे। 23 जून को श्यामा प्रसाद मुखर्जी के बलिदान दिवस के मौके पर राज्यभर में कार्यक्रम किए जाएंगे। पार्टी ने 25 जून को ‘काला दिवस’ मनाने का फैसला लिया है। 1975 में इसी दिन इंदिरा गांधी द्वारा देश में इमरजेंसी घोषित की गई थी। इसी के विरोध में भाजपाइयों द्वारा फील्ड में काला दिवस मनाया जाएगा। 23 जून से 7 जुलाई तक पार्टी ने पर्यावरण दिवस पखवाड़ा मनाने का फैसला लिया है। पार्टी ने तय किया है कि इस पखवाड़े के दौरान प्रदेशभर में 2 लाख से अधिक पौधे लगाए जाएंगे। इन पौधों के संरक्षण की जिम्मेदारी भी पार्टी कार्यकर्ताओं की होगी। बूथ स्तर पर कम से कम 10 पौधे रोपने का लक्ष्य पार्टी ने रखा है। मोदी सरकार के तीसरे कार्यकाल में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की ‘मन की बात’ का पहला कार्यक्रम 30 जून को होगा। सीएम ने सभी पदाधिकारियों की इसकी तैयारियां करने को कहा है। 27 जून से 10 जुलाई तक ‘मतदाता अभिनंदन’ कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे। इन कार्यक्रमों के जरिये मतदाताओं का भाजपा आभार जताएगी। भाजपा को लोकसभा की पांच सीटों पर जीत हासिल हुई है और पार्टी 44 प्रतिशत के करीब वोट हासिल करने में कामयाब रही है। इन कार्यक्रमों में पार्टी के राष्ट्रीय महामंत्री सुनील बंसल भी शामिल होंगे। बलिदान दिवस पर होने वाले आयोजनों के लिए प्रदेश महामंत्री डॉ. अर्चना गुप्ता, कैप्टन भूपेंद्र सिंह, डॉ. पवन सैनी व रेणु डाबला को इंचार्ज बनाया है। कुरुक्षेत्र में होगी प्रदेश कार्यकारिणी बैठक लोकसभा चुनावों से लेकर अभी तक पार्टी की प्रदेश कार्यकारिणी की बैठक नहीं हो पाई है। यह बड़ी बैठक 15 जुलाई से पहले होनी है। बैठक कुरुक्षेत्र में की जा सकती है। सीएम ने जिलाध्यक्षों, प्रभारियों व प्रदेश पदाधिकारियों की बैठक में इस बैठक को लेकर जानकारी दी। प्रदेश कार्यकारिणी की बैठक में सीएम सहित सभी मंत्री, विधायक, केंद्रीय मंत्री व सांसदों के अलावा प्रदेश पदाधिकारी, प्रदेश कार्यकारिणी सदस्य, मोर्चों एवं प्रकोष्ठों के संयोजक आदि भाग लेंगे। बैठक में आगामी विधानसभा चुनावों की रणनीति पर विचार-विमर्श होगा। मोर्चों-प्रकोष्ठों की होंगी बैठकें प्रदेशाध्यक्ष व सीएम नायब सिंह सैनी ने पार्टी के सभी मोर्चों-प्रकोष्ठों की बैठकें करने के निर्देश दिए हैं। इसी कड़ी में बुधवार को रोहतक में महिला मोर्चा की पहली बैठक होगी। महिला मोर्चा प्रदेशाध्यक्ष उषा प्रियदर्शी की अध्यक्षता में होने वाली इस बैठक में केंद्रीय संसदीय बोर्ड की सदस्य डॉ. सुधा यादव, प्रदेश संगठन महामंत्री फणीन्द्र नार्थ शर्मा, हरियाणा मामलों के सह-प्रभारी सुरेंद्र नागर मौजूद रहेंगे। इसी तरह से एससी-बीसी मोर्चा, किसान मोर्चा, युवा मोर्चा सहित अन्य मोर्चों एवं प्रकोष्ठों की बैठकें होंगी। बूथ मैनेजमेंट पर रहेगा जोर पार्टी ने विधानसभा चुनावों को ध्यान में रखते हुए बूथ मैनेजमेंट पर विशेष फोकस किया है। बूथ प्रबंधन के तहत ही बीएल-। और बीएलए-।। की नियुक्तियों को लेकर जिलाध्यक्षों व जिला प्रभारियों को निर्देश दिए हैं। बीएलए-। विधानसभा स्तर पर बनेंगे। वहीं बीएलए-।। की नियुक्ति बूथ स्तर पर होनी है। बूथ प्रबंधन को लेकर पार्टी ने ‘त्रिदेव’ की मजबूती पर विशेष ध्यान दिया है। बूथ अध्यक्ष, बूथ प्रभारी और बीएलए-।। को मिलकर ‘त्रिदेव’ बनता है। सीएम ने पदाधिकारियों को कहा है – अगर कहीं बीएलए-। और बीएलए-।। को बदलने की जरूरत है तो इस पर जल्द फैसला करें। विकास कार्यों में लाएं तेजी सीएम ने पार्टी पदाधिकारियों को उनके यहां चल रहे विकास कार्यों को लेकर भी चर्चा की। उन्हें कहा है कि फील्ड में चल रहे विकास कार्यों में तेजी के लिए सुझाव दें। साथ ही, पदाधिकारियों से उन कार्यों की सूची मांगी है, जिन पर चुनावों की घोषणा से पहले कार्य किया जाना जरूरी है। इतना ही नहीं, पार्टी कार्यकर्ताओं के कार्यों को भी तवज्जो देने को कहा है। सीएम ने कहा – मेरे दरवाजे पार्टी नेताओं व कार्यकर्ताओं के अलावा आम लोगों के लिए सदैव खुले हैं। लोगों की समस्याओं का प्राथमिकता के आधार पर समाधान किया जाएगा। Post navigation नए कानूनों पर आई.ए.एस. और एच.सी.एस. अधिकारियों के लिए 20 जून को प्रशिक्षण कार्यक्रम बिजली-पानी की किल्लत से जनता में हाहाकार, सत्ता सुख में मदहोश बीजेपी- हुड्डा