लड़की को मां बाप के पास भेजने पर जोर, दोन गांवों के लोगों की कमेटी का गठन भारत सारथी/ कौशिक नारनौल। गांव धौलेड़ा में प्रेम विवाह को लेकर दो गांवों के बीच चल रहे विवाद को सुलझाने के लिए आज सोमवार को गांव बिगोपुर में 31 गांवों की महापंचायत का आयोजन किया गया। इस महापंचायत में 31 गांव के प्रतिनिधियों के अलावा सैकड़ो की संख्या में लोग उपस्थित थे। पंचायत में फैसला दिया गया कि दोनों गांव से सात-सात लोगों की एक कमेटी बनाई जाएगी जिसका सहयोग 31 गांवों के प्रतिनिधि करेंगे। इस विवाद को सुलझाने के लिए और दोनों गांवों के बीच आपसी सोहार्द कायम रखने के लिए प्रयास किए जाएंगे। सोमवार को हुई इस महापंचायत की अध्यक्षता पंचायत समिति के अध्यक्ष विनोद ने की। पंचायत में गांव बिगोपुर के सरपंच प्रतिनिधि कंवर सिंह व हेमंत कुमार ने बताया कि महापंचायत में 31 गांवों के सभी सरपंच अथवा उनके प्रतिनिधि उपस्थित रहे। लड़की को मां-बाप के पास भेजने का होगा प्रयास उन्होंने बताया कि इसके बाद गांव खतोली अहीर में भी दोनों गांव से जुड़े सात-सात लोगों की बनी कमेटी की पंचायत हुई। जिसमें फैसला हुआ कि विवाह को लेकर जो भी कानूनी फैसला होगा उसे माना जाएगा। फिर भी पंचायत अपने स्तर पर लड़की को उसके मां-बाप के पास भेजने की पक्षधर है। बैंक व स्कूलों तक नहीं जा पा रहे बिगोपुर के लोग गांव बिगोपुर के लोगों का कहना है कि गांव धौलेड़ा में गत वीरवार को हुई पंचायत के फैसले के बाद कोई भी ग्रामीण कहीं पर भी आ जा नहीं पा रहे। स्कूल और कॉलेज में पढ़ने वाले विद्यार्थी भी परेशान है। बिगोपुर ग्रामीणों का धौलेड़ा स्थित बैंक में खाते हैं, इसलिए यहां के ग्रामीण पैसों का भी लेनदेन भी नहीं कर पा रहे। जिसको देखते हुए गांव में 31 गांवों के प्रतिनिधियों की महापंचायत का आयोजन किया गया। महापंचायत में बिगोपुर के लोगों ने अपनी समस्याएं बताई। समस्याएं सुनने के बाद 31 गांव के प्रतिनिधि धौलेड़ा गांव गए तथा गांव बिगोपुर के लोगों के सामने आ रही समस्याओं का निवारण करने की बात वहां के प्रबुद्ध व्यक्तियों से कही। इसके बाद यह फैसला हुआ कि शांति बनाने हेतु दोनों गांव के सात-सात लोग भाईचारा कायम करने के लिए बैठक करेंगे। इस बैठक में जो फैसला होगा वह मान्य होगा। सभी प्रतिनिधियों ने बताया कि आपसी भाईचारा सबसे पहले है, इसे हर हालत में कायम रखने का प्रयास किया जाएगा। धौलेड़ा गांव की युवती से बिगोपुर के युवक ने किया था प्रेम विवाह जानकारी अनुसार धोलेड़ा निवासी युवती का बिगोपुर के युवक से लंबे समय से प्रेम प्रसंग चल रहा था। 10 जून को युवती व युवक ने शादी करने का प्लान बनाया और दोनों घर से भाग गए। मंदिर में प्रेम विवाह करने के बाद दोनों ने कोर्ट से शादी को सत्यापित भी करवा लिया। इसके बाद दोनों ने नारनौल कोर्ट में न्यायाधीश के समक्ष बयान देकर शादी के निर्णय पर अडिग रहना स्वीकारा। कोर्ट के निर्देशानुसार पुलिस ने दोनों को सेफ हाउस में ठहरा दिया। इधर, आक्रोशित धौलेड़ा के ग्रामीणों ने पांच गांवों की महापंचायत बुलाई, जिसमें मोजिज लोगों ने युवक के परिजनों से संपर्क किया। सरपंच के प्रतिनिधि कंवर सिंह की मौजूदगी में प्रेम विवाह को तोड़ने पर सहमति जता दी, लेकिन इसमें युवती की स्वीकृति अनिवार्य है। युवती किसी भी सूरत में संबंध तोड़ने को तैयार नहीं। ऐसे में नाराज धौलेड़ा के ग्रामीणों ने बिगोपुर के साथ भाईचारे को तोड़ दिया। आपकों बता दें इससे पूर्व इस मामले में गत वीरवार को पांच गांवों की महापंचायत हो चुकी है। जिसमें गठित प्रबुद्धजनों के एक शिष्टमंडल ने बिगोपुर जाकर युवक के परिजनों से मुलाकात की और युवती की स्वीकृति से प्रेम विवाह को तोड़ने पर सहमति दी थी। लेकिन पुलिस सुरक्षा में सेफ हाउस में बैठी युवती ने शादी तोड़ने से साफ इनकार कर दिया था। करीब सात घंटे तक मंथन करने के बावजूद पंचायत में कोई नतीजा नहीं निकला। पांच गांवों की पंचायत ने धौलेड़ा गांव के फैसले को मानने का निर्णय लिया कि फिलहाल बिगोपुर गांव का बहिष्कार यथावत बना रहेगा। पहले भी घर छोड़कर आई थी युवती, हमने परिजनों को सौंपी थी पंचायत के दौरान युवक की माता ने कहा कि युवती व युवक में प्रेम प्रसंग है। युवती पहले भी अपने घर से पैदल चलकर युवक के पास आई थी, लेकिन उन्होंने परिजनों को सकुशल सौंप दिया था। अब दुबारा युवक के पास आई और घर से भागकर प्रेम विवाह कर लिया। धौलेड़ा और बिगोपुर में गहरा भाईचारा है, इसलिए शादी का होना उचित नहीं। महापंचायत व कोर्ट जो भी फैसला करेगी, वह मान्य होगा। युवती को हमारे सुपुर्द करें युवक के परिजन युवती के पिता ने कहा कि बिगोपुर के युवक के साथ युवती ने प्रेम विवाह कर लिया। दोनों गांवों के बीच भाईचारा है और एक ही भाईचारे में शादी करना सामाजिक रीति-रिवाजों के खिलाफ है। महापंचायत ने आग्रह किया कि युवक को उसके परिजनों व युवती को हमारे सुपुर्द करवाया जाए, ताकि दोनों गांवों के बीच शांति-व्यवस्था बनी रहे। धौलेड़ा के बस स्टैंड पर बिगोपुर के कई ग्रामीणों ने दुकानें खोल रखी हैं। विवाद बढ़ने पर धौलेड़ा पंचायत ने तुरंत प्रभाव से दुकानों को उठाने का अल्टीमेटम दिया अन्यथा जानमाल का नुकसान हुआ तो दुकानदार स्वयं जिम्मेवार रहेंगे। चेतावनी के बाद दोनों गांवों में तनाव का माहौल बना हुआ है। काफी दिनों से सभी दुकानों पर ताला लटका रहा। महापंचायत ने भी धौलेड़ा गांव के फैसले के साथ रहने का निर्णय लिया है। Post navigation भाजपा ने हरियाणा में धर्मेंद्र प्रधान को प्रभारी विपुल कुमार देव को सह प्रभारी बनाया क्या राहुल नेता प्रतिपक्ष बनेंगे?