भाजपा का वोट शेयर रहा  46.11% जबकि  कांग्रेस का  43.67%

प्रदेश के कुल 90 विधानसभा हलको में से भाजपा ने 44, कांग्रेस के 42 जबकि उसकी सहयोगी आप ने 4 पर लीड ( बढ़त) प्राप्त की. 

चंडीगढ़  – हाल ही में संपन्न हुए 18 वी लोकसभा आम चुनाव जिसमें हरियाणा की कुल 10 लोकसभा सीटों में से भाजपा और कांग्रेस ने 5-5 लोकसभा  सीटों पर विजय प्राप्त की परन्तु जहाँ तक देश की  दोनों प्रमुख और राष्ट्रीय राजनीतिक पार्टियों को  पूरे प्रदेश में प्राप्त हुए वोट शेयर एवं कुल वोटों का विषय है, तो इस सम्बन्ध में भाजपा ने कांग्रेस से बाजी मार ली .

अम्बाला लोकसभा क्षेत्र निवासी पंजाब एवं हरियाणा  हाईकोर्ट के एडवोकेट एवं राजनीतिक विश्लेषक  हेमंत कुमार ( 9416887788) ने चुनाव आयोग से आधिकारिक आंकड़े प्राप्त कर  बताया कि ताज़ा लोकसभा आम  चुनाव में भाजपा, जिसने हरियाणा  की सभी 10 लोकसभा सीटों पर अपने प्रत्याशी उतारे, ने पूरे प्रदेश में 46.11 %  वोट प्राप्त किये जबकि कांग्रेस पार्टी जिसने कुरुक्षेत्र लोकसभा हलके को छोड़कर, शेष 9 सीटों पर अपने उम्मीदवार खड़े किये, को  43.67 %  वोट ही  मिले. अगर उक्त दोनों पार्टियों के वोट शेयर को वोटों में परिवर्तित किया जाए, तो भाजपा को हरियाणा प्रदेश  में कुल 59 लाख 96 हज़ार 486 वोट प्राप्त हुए जबकि कांग्रेस  पार्टी को 56 लाख 79 हजार 473 वोट मिले. इस प्रकार भाजपा को कांग्रेस से 3 लाख 17 हज़ार 13 वोट अधिक प्राप्त हुए. इन चुनावों में हरियाणा में कांग्रेस के साथ मिलकर इंडी गठबंधन (इंडिया) के सहयोगी के तौर पर कुरुक्षेत्र लोकसभा सीट से चुनाव लड़ी आम आदमी पार्टी (आप)  का वोट शेयर केवल 3.94 % प्रतिशत रहा एवं उसके कुरुक्षेत्र लोकसभा सीट  प्रत्याशी डॉ. सुशील गुप्ता को  5 लाख 13 हज़ार 154 वोट ही प्राप्त हुए. अगर विधानसभा हलकों के तौर पर बात की जाए, तो प्रदेश के कुल 90 विधानसभा हलको में से भाजपा ने 44, कांग्रेस के 42 जबकि उसकी सहयोगी आप ने 4 पर लीड( बढ़त) प्राप्त की. 

वहीं जहाँ तक प्रदेश की दो मान्यता प्राप्त क्षेत्रीय दलों नामत: इनेलो (इंडियन नेशनल लोक दल) और जजपा (जननायक जनता पार्टी) का विषय है, तो इनेलो को पूरे प्रदेश में मात्र 1.74 % वोट अर्थात 2 लाख 26 हज़ार 52 वोट जबकि जजपा को केवल 0.87 % अर्थात 1 लाख 13 हज़ार 122 वोट ही प्राप्त हुए. नोटा विकल्प को पूरे प्रदेश में 0.33 % अर्थात 43 हज़ार 192 वोट प्राप्त हुए. 

हेमंत ने बताया कि चूँकि आगामी सितम्बर-अक्टूबर 2024 में प्रदेश में आगामी विधानसभा आम चुनाव निर्धारित हैं, इसलिए अब यह देखने लायक होगा कि प्रदेश में गत साढ़े नौ वर्षो से सत्तासीन भाजपा और प्रमुख विपक्षी दल कांग्रेस पार्टी के बीच होने वाली कांटे की टक्कर में कौन बाज़ी मारता है अर्थात किस पार्टी को  अधिक सीटें प्राप्त होती हैं. उन्होंने बताया कि अक्टूबर, 2019 में हुए हरियाणा विधानसभा आम चुनाव में भाजपा का  प्रदेश भर में वोट शेयर  36.49 % जबकि कांग्रेस पार्टी का 28.08 % रहा था. अगर प्राप्त वोटों की बात की जाए तो भाजपा को अक्टूबर, 2019 में प्रदेश भर में 45 लाख 69 हज़ार 16 वोट जबकि कांग्रेस को 35 लाख 15 हजार 429 वोट प्राप्त हुए थे. इस प्रकार भाजपा को तब कांग्रेस पार्टी से 10 लाख 53 हजार 587 वोट अधिक प्राप्त हुए थे. उस विधानसभा आम चुनाव में भाजपा प्रत्याशियों की प्रदेश में 90 में 3 विधानसभा‌ हलकों में जमानत जब्त हुई थी जबकि कांग्रेस उम्मीदवारों‌ ने  27 विधानसभा‌ सीटों पर अपनी जमानत राशि‌ गंवाई थी.

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