हरियाणा में मोनसून सक्रिय होने में मात्र एक पखवाडे का समय बचने के बाद भी अभी तक प्रदेश में कहीं भी नाले, नालियों, पानी ड्रेनेज की सफाई नही हुई है। पूरे हरियाणा के शहर, कस्बे गदंगी सेे अटे पड़ेे है : विद्रोही
पिछले वर्ष भी मोनसून पूर्व सफाई का बजट सत्तारूढ़ भाजपाई-संघी व प्रशासनिक अफसर मिलकर हजम कर गए जिसके दुष्परिणाम आमजन को मोनसून वर्षा के चलते भुगतने पडे। इस वर्ष 2024 में भी पूर्व वर्ष की तुलना में स्थिति और भी खराब है : विद्रोही

16 जून 2024 – स्वयंसेवी संस्था ग्रामीण भारत के अध्यक्ष वेदप्रकाश विद्रोही ने आरोप लगाया कि हरियाणा में मोनसून सक्रिय होने में मात्र एक पखवाडे का समय बचने के बाद भी अभी तक प्रदेश में कहीं भी नाले, नालियों, पानी ड्रेनेज की सफाई नही हुई है। पूरे हरियाणा के शहर, कस्बे गदंगी सेे अटे पड़ेे है। विद्रोही ने कहा कि हरियाणा में शुक्रवार को अनेक स्थानों पर हुई मामूली सी बरसात ने पूरे प्रदेश की सफाई व्यवस्था की पोल खोल दी है। रेवाडी सहित प्रदेश के सभी शहरों, कस्बों में जब मामूलीे सी बरसात ने जलभराव करके शहर, कस्बों को गदंगी के ढेर खडा कर दिया, तब सहज अनुमान लगाया जा सकता है कि मानसून वर्षा सक्रिय होने के समय क्या स्थिति होने वाली है। वर्ष 2023 के मानसून सीजन में भी वर्षा से जिस तरह पूरा हरियाणा गदंगी के ढेर पर खडा हुआ, यमुना, मारकंडा जैसी नदियों में पडौसी राज्यों से बरसात आने से जिस तरह हरियाणा के जीटी रोड़ बैल्ट व सिरसा, हिसार, फतेहाबाद, जींद जिले में बाढ़ के पानी ने कहर बरपाया, उसका उदाहरण सामने होते हुए भी भाजपा सरकार ने मोनसून सीजन 2024 के लिए न तो पानी निकासी के लिए अभी तक कोई तैयारी की और बरसात से शहर, कस्बे गदंगी व कीचड़ के ढेर से न अटे है, इसका कोई प्रबंध नही किया है।

 विद्रोही ने कहा कि पिछले वर्ष भी मोनसून पूर्व सफाई का बजट सत्तारूढ़ भाजपाई-संघी व प्रशासनिक अफसर मिलकर हजम कर गए जिसके दुष्परिणाम आमजन को मोनसून वर्षा के चलते भुगतने पडे। इस वर्ष 2024 में भी पूर्व वर्ष की तुलना में स्थिति और भी खराब है। अभी तक प्रदेश में कहीं भी नाले, नालियों, सीवरों, पानी निकासी मार्गो की सफाई करना तो दूर, शहर-कस्बे गंदगी से अटे पड़े है। सफाई व्यवस्था की हालत यह है कि हरियाणा के सबसे बड़े शहर गुरूग्राम व फरीदाबाद में जिस कम्पनी को कूड़ा उठाने का ठेका दिया हुआ था, वह मोनसून वर्षा से ठीक पूर्व रद्द कर दिया। फरीदाबाद, गुरूग्राम में गदंगी के ढेर खड़े है। रेवाडी शहर में जिस कम्पनी को सफाई का ठेका दिया हुआ है, वह सफाई की नौटंकी तो करती है, लेकिन जमीनी धरातल पर रेवाडी शहर गदंगी के ढेर पर खडा है। यहीं स्थिति प्रदेश के अन्य शहरों व कस्बों की है। विद्रोही ने मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी से आग्रह किया कि लम्बी-चौडी हांकने की बजाय शहरों, कस्बों, गांवों की नाले-नालिया, पानी निकासी के मार्ग व सीवरों की सफाई तो करवा दे ताकि मोनसून वर्षा में लोगों को गदंगी, कीचड़ के ढेर पर खड़े होकर सड़ांध का सामना न करना पडे और बीमारियां न फैले।  

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