चिकित्सकों व कर्मचारियों ने कमरे में घुसकर जान बचाई

भारत सारथी/ कौशिक 

नारनौल। शहर के नागरिक अस्पताल में लड़ाई झगड़े के मामले में अस्पताल में दाखिल हुए व्यक्ति का पीछा करते हुए दूसरे पक्ष के लोग अस्पताल में पहुंच गए। इसके बाद अस्पताल में जमकर पत्थर बरसाए। जिसकी वजह से अस्पताल में भर्ती मरीज व उनके परिजनों में भय का माहौल बन गया।

सोमवार रात करीब 9 बजे अस्पताल में नारनौल का रहने वाला व्यक्ति उपचार के लिए आया था। जब घायल पक्ष अस्पताल में पहुंचा तो दूसरे पक्ष ने उन पर हमला कर दिया। उन्होंने अस्पताल में पहुंचकर पत्थर बरसाने शुरू कर दिए। इस हमले में अस्पताल के कर्मचारी भी घायल होते-होते बाल-बाल बचे हैं। अस्पताल कर्मियों ने अंदर घुसकर अपनी जान बचाई। घटना की सूचना मिलते ही पुलिस भी मौके पर पहुंची और जांच में जुट गई। हालांकि अभी तक किसी पक्ष द्वारा कोई शिकायत नहीं दी गई है। 

जानकारी के अनुसार मौहल्ला खड़खड़ी में बीती रात दो पक्षों के बीच में आपसी वाद विवाद हो गया था। इस लड़ाई झगड़े में मोहल्ला मालीटिब्बा के राहुल नामक युवक घायल हो गया। उसके पैर में चोट लगी और उसे स्थानीय नागरिक अस्पताल में भर्ती कराया गया। जहां चिकित्सकों ने उसका इलाज कर उसे हायर सेंटर रेफर कर दिया।

इस दौरान राहुल के साथ अन्य लड़के भी अस्पताल में आ गए। वहां राहुल के परिवार के साथ अन्य लोग भी खड़े थे। दोनों पक्षों के बीच वहां भी कहा सुनी हो गई। जब राहुल परिवार के लोगों ने उन्हें पकड़ने की कोशिश की तब वह भाग गए। इसके बाद अस्पताल में पड़े पत्थर लेकर एक पक्ष ने दूसरे पक्ष पर पत्थर मारने शुरू कर दिए। 

जब अस्पताल में पत्थरों की बौछार होने लगी तो वहां खड़े चिकित्सक, कर्मचारी व मरीजों के परिजन बचतें हुए कमरों में घुस गए। राहुल के परिजनों ने 112 डायल कर पुलिस को सूचना दी। 

अधिकारी के अनुसार

सिविल अस्पताल के डॉक्टर सरजीत सिंह ने बताया कि पहले सरकारी अस्पताल में एक चौकी होती थी जो अब बंद कर दी गई है। ऐसे में कर्मचारियों को सुरक्षा देने के लिए अस्पताल में दोबारा से पुलिस चौकी शुरू की जाए। इसके अलावा अस्पताल में मौजूद मरीजों में भी इस घटना के बाद रोष बना हुआ है। उन्होंने अपराधियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने की मांग की है।