— दस साल में गुड़गांव को दी बड़ी परियोजनाओं की सौगात 

गुरुग्राम। लोकसभा चुनाव में एक ही सीट से भाजपा की टिकट पर जीत की हैट्रिक लगाने वाले राव इंद्रजीत सिंह यूं ही गुरुग्राम की सियासत के सिरमौर नहीं बने हैं। पिछले दस सालों में उन्होंने पूरे लोकसभा क्षेत्र को विकास की बड़ी परियोजनाओं की सौगात दिलाई है। रेवाड़ी के माजरा में एम्स, गुरुग्राम के पुराने शहर में मेट्रो की कनेक्टिविटी और मेवात से पिछड़ेपन का दाग धोने में राव के प्रयास और मेहनत ही ही परवान चढ़े हैं। ऑर्बिटल रेल कॉरिडोर, डेडिकेटेड रेल फ्रेट कॉरिडोर, गुरुग्राम में वंदे भारत ट्रेन का ठहराव, रेवाड़ी, गुरुग्राम और पटौदी रेलवे स्टेशन का अपग्रेडेशन जैसी योजनाएं भी उन्होंने लोगों की झोली में डाली। इंफ्रास्ट्रक्चर के विकास की बात करें तो आज पूरे गुरुग्राम लोकसभा में रोड नेटवर्क बकमाल है। द्वारका, दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेस वे, सोहना एलिवेटेड हाईवे और और आधे से ज्यादा हिंदुस्तान की लाइफ लाइन कहे जाने वाले दिल्ली-जयपुर हाईवे के नवीनीकरण ने यहां के विकास को चार चाद लगाए हैं। रेवाड़ी और गुरुग्राम के बीच सफर करने वालों के लिए गुरुग्राम वाया पटौदी रेवाड़ी तक नए हाइवे का निर्माण कराया जा रहा है। जनवरी 2025 में यह गुरुग्राम, रेवाड़ी और नारनौल तथा उससे आगे के सफर को सुगम और आसान बनाएगा।

नूंह से फिरोजपुर झिरका तक फोर लेन सड़क के निर्माण की तैयारी मुकम्मल हो गई है। मेवात में रेल की सीटी बजाने के लिए केंद्र सरकार ने खाका तैयार कर दिया है। बाकायदा खाता खोल कर उसमें एक करोड़ रुपये भी ट्रांसफर कर दिए गए हैं। गुरुग्राम और मानेसर में नगर निगम के साथ जीएमडीए का गठन राव की महत्वाकांक्षी योजना रही। राव ने गुरुग्राम में जीएमडीए का गठन कराकर ही दम लिया। आज जीएमडीए गुरुग्राम के विकास को नई ऊंचाइयां प्रदान कर रहा है। शहर के सौंदर्यीकरण से लेकर शहर के जाम को खत्म करने के लिए अंडरपास, फ्लाईओवर का निर्माण हुआ। रेलवे के एफओबी और आरओबी का निर्माण हु़आ। गुरुग्राम में माता शीतला के नाम से मेडिकल कॉलोज, गुरुग्राम में यूनिवर्सिटी जैसे महत्वपूर्ण काम भी पिछले दस सालों में सिरे चढ़े हैं।

लोगों से मिली ताकत को लोगों के लिए किया इस्तेमाल 

राव इंद्रजीत सिंह बेदाग छवि के राजनेता हैं। उनकी बेदाग छवि ही उन्हें दूसरे राजनेताओं से अलग बनाती है। निसंदेह उन्होंने क्षेत्र के हित और भलाई के लिए ही राजनीति की है। अपने चुनाव प्रचार अभियान के दौरान उन्होंने यह बात साफ तौर पर कही भी कि उन्होंने कभी भी निजी स्वार्थों के लिए लोगों की ताकत का इस्तेमाल नहीं किया। लोगों से मिली ताकत का इस्तेमाल उन्होंने लोगों की  भलाई, इलाके के विकास के लिए ही किया है। उपरोक्त सभी परियोजनाएं इस बात की साफ गवाही दे रही हैं कि लोगों से मिली ताकत का राव इंद्रजीत सिंह ने किस बेहतरीन ढंग से लोगों के लिए ही इस्तेमाल किया है। यही कारण है कि गुड़गांव की जनता ने उन्हें न केवल अपनी प्रतिनिधित्व सौंपा, बल्कि अपना सिरमौर भी स्वीकार किया है।

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