सिंघाना थाना इलाके के भोदन आश्रम में हत्या, शवों कार में ले जाकर नावता के पास डाले हत्या का कारण शराब, पैसों का लेनदेन और साध्वी को कहे आपत्तिजनक शब्द भारत सारथी/ कौशिक नारनौल। राजस्थान के झुंझुनूं जिले के पचेरी थाना इलाके के नावता गांव में कच्चे रास्ते पर (हरियाणा के गोद बलाहा क्षेत्र के पास) मिले दो साधुओं के शवों के मामले का खुलासा हो गया है। इन दोनों साधुओं की हत्या की गई थी। बाद में उनके शव रास्ते में फेंक दिए गए। दोनों साधुओं की पहचान हरियाणा के नारनौल निवासी वशिष्ठ गिरी और दूसरा झुंझुनूं के बगड़ निवासी सेवादार गौतम शेखावत के रूप में हुई है। दोनों की झुंझुनूं के सिंघाना थाना इलाके के भोदन आश्रम में हत्या की गई थी। उसके बाद शवों कार में ले जाकर नावता के पास डाले गए थे। दोनों साधुओं की हत्या का आरोप भोदन आश्रम के साधु लखनदास और साध्वी पर लगा है। हत्या का कारण शराब के नशे में पैसों के लेनदेन और साध्वी को लेकर कहे गए आपत्तिजनक शब्दों को जुड़ा माना जा रहा है। राजस्थान पुलिस के मुताबिक नारनौल के पटिकरा आश्रम में रहने वाले वशिष्ठगिरी महाराज (45) और उनके सेवादार बगड़ निवासी गौतम शेखावत (43) शुक्रवार की रात भोदन आश्रम में गए थे। वहां पर रात को उनका आश्रम के लखनदास और साध्वी से झगड़ा हो गया। झगड़े में लखनदास और साध्वी ने मिलकर ईंट-पत्थर व बेलन आदि से वारकर दोनों की हत्या कर दी। झगड़े में वशिष्ठ गिरी के दाढ़ी के बोल भी नोंच दिए गए। फिर भी नहीं मौत नहीं हुई तो तोलिये से उनका गला घोंट दिया गया। आश्रम में मिले खून के निशान इसके बाद आरोपी वशिष्ठ गिरी की कार से ही उनके शवों को पचेरी थाना इलाके के नावता में पटककर फरार हो गए। शनिवार को सुबह उनके शवों को देखकर पुलिस को इसकी सूचना मिली। शवों की शिनाख्त नहीं होने पर पुलिस ने साधु संतों को बुलाया। बुहाना आश्रम के महंत ने उन दोनों की शिनाख्त की। शिनाख्त होने के बाद क्षेत्र के लोगों ने बताया कि ये दोनों शुक्रवार को भोदन आश्रम आए थे। पुलिस टीम भोदन आश्रम पहुंची तो वहां फर्श, हॉल की दीवारों और सोफे पर खून के निशान मिले थे। आश्रम परिसर में खून से सनी ईंटे भी मिली। आश्रम संचालक लखनदास और साध्वी गायब थे। भंडारे की राशि से की थी शराब पार्टी सिंघाना थानाधिकारी कैलाशचंद्र यादव ने बताया कि संदेह के आधार पर लखनदास और उसके साथ रहने वाली साध्वी की तलाश की जा रही है। यूपी के हमीरपुर का लखनदास करीब तीन साल से भोदन आश्रम में रह रहा है। पिछले साल उसने भंडारे के लिए चंदा एकत्रित किया था। चंदा राशि से शराब पार्टी करने और नशे में झगड़ा करने पर ग्रामीणों ने उसके साथ मारपीट भी की थी। बाद में उसे आश्रम से निकाल दिया था। लेकिन वह वापस आ गया और ग्रामीणों से माफी मांग ली थी। उसके बाद से वह वहीं पर रह रहा था। उसके साथ साध्वी भी रहती थी। यहां साधुओं का आना जाना रहता था। आरोपियों को चिन्हित कर लिया गया है झुंझुनू पुलिस अधीक्षक राजर्षि राज वर्मा का कहना है कि लखनदास बदमाश प्रवृत्ति का है। इस मामले में दो लोगों को चिन्हित किया गया है। पुलिस की टीमें आरोपियों की तलाश में जुटी हुई है। उनको जल्द ही पकड़ लिया जाएगा। पुलिस ने दोनों शवों का पोस्टमार्टम करवाकर उन्हें उनके परिजनों को सौंप दिया है। विशिष्ट गिरी भिवानी आश्रम में ही रहते थे। बगड़ निवासी मृतक गौतम सिंह आश्रम में उनका सेवादार था। Post navigation हरियाणा में सामाजिक आर्थिक आधार पर आरक्षण रद्द अनियमितताओं के कारण अपीलीय न्यायालय ने भी किया मंदिर चामुण्डा देवी का ट्रस्ट भंग