हरियाणा की समृद्ध सांस्कृतिक विरासत को जीवित रखते हुए युवा पीढ़ी को जागृत करें प्रचार अमला : रणबीर सिंह सांगवान, संयुक्त निदेशक

जनहित से जुड़ी योजनाओं के प्रचार को प्रभावशाली बनाने पर हुआ कार्यशाला में मंथन

गुरुग्राम, 30 मई। सूचना जनसंपर्क एवं भाषा विभाग द्वारा आयोजित रोहतक मंडल के अंतर्गत पड़ने वाले जिलों की भजन पार्टी, खंड प्रचार कार्यकर्ताओं तथा सूचीबद्ध पार्टियों की तीन दिवसीय कार्यशाला का वीरवार को समापन हो गया। गुरूग्राम के सेक्टर 27 स्थित कम्युनिटी सेंटर में आयोजित इस तीन दिवस्य कार्यशाला में विभिन्न संगीत विशेषज्ञों से संगीत की बारीकियां सीखकर प्रचार अमले ने जनसरोकार की नीतियों व कार्यक्रमों पर नए गीत तैयार किए और उनका अभ्यास भी किया।

वीरवार को कार्यशाला के समापन अवसर पर विभाग के संयुक्त निदेशक रणबीर सिंह सांगवान ने कहा कि बदलते समय व दर्शकों की रुचि के अनुसार विभागीय पार्टियों को अपनी प्रस्तुति शैली को और धार देने की जरूरत है। इसी प्रकार विभाग के साथ सूचीबद्ध पार्टियों को भी विभाग की प्रचार शैली से अवगत होना अत्यंत आवश्यक है। उन्होंने कहा कि आचार संहिता के हटते ही आपकी जिम्मेदारियां बढ़ने वाली है। चूंकि यह चुनाव का वर्ष है। ऐसे में आप सभी अच्छे नाटक व गीतों का सृजन करें ताकि आमजनमानस को जागृत करने के लिए जब आप फील्ड में जाएं तो आपका उनके साथ मन से जुड़ाव हो सके। उन्होंने कहा कि आप जो भी काम करे उसमें उत्कृष्टता जरूरी हैं। क्योंकि आपका काम समाज को दिशा देना है, ऐसे में आपकी प्रस्तुति में भाषा व शब्दों की गरिमा का होना भी अत्यंत आवश्यक है।

रणबीर सिंह सांगवान ने प्रचार अमले की फील्ड से जुड़ी जिम्मेदारियों पर प्रकाश डालते हुए कहा कि जब आप फील्ड में लोगों के बीच जाएं तो उनका मनोरंजन करने के साथ साथ लोगों को उनके कल्याण से जुड़ी नीतियों की जानकारी भी मिलनी चाहिए। उन्होंने कहा कि सूचना जनसंपर्क विभाग का कलाकार अपने अनूठे अंदाज में अपनी बात को बखूबी ढंग से लोगों के बीच रख सकता है। उन्होंने प्रचार अमले को हरियाणा की समृद्ध सांस्कृतिक विरासत को जीवित रखने का आह्वान करते हुए कहा हमारी इस परम्परा को आगे बढ़ाने का आप सशक्त माध्यम है। इस जिम्मेदारी का निर्वहन करते हुए आप पुराने किस्से व गीत सुनाकर युवा पीढ़ी को हमारी संस्कृति से भी परिचित करवाएं।

कार्यशाला के समापन सत्र को संबोधित करते हुए जिला सूचना एवं जनसंपर्क अधिकारी बिजेंद्र कुमार ने कहा कि लोगों के जनकल्याण व जनहित से जुड़ी योजनाओं को समाज के अंतिम व्यक्ति तक पहुंचाएं। उन्होंने कहा कि इस तीन दिवसीय कार्यशाला में सभी कलाकारों ने अनुशासन का परिचय दिया और मेहनत व लगन से नए गीत तैयार किए। उन्होंने कहा कि कार्यशाला का उद्देश्य यही होता है कि लोक कलाकारों को जनहित से जुड़ी नीतियों व फैसलों के बारे में अवगत करवाया जाए तथा उन पर नए गीत तैयार किए जाएं। इस लिहाज से यह कार्यशाला अपने उद्देश्य में पूर्ण रूप से सफल रही। लोक कलाकारों को नए गीत तैयार करने में विभाग के सेवानिवृत गीत व नाटक अधिकारी राजबीर भारद्वाज तथा कई हरियाणवीं फिल्मों के गीतों की रचना कर चुके मांगे राम खत्री का पूर्ण सहयोग मिला। इनके अलावा भी राजकीय महाविद्यालय के संगीत प्राध्यापक लोकेश शर्मा भी लोक कलाकारों को मार्ग दर्शन मिला।

इस अवसर पर कलाग्राम संस्थान की निदेशक शिखा गुप्ता, ड्रामा इंस्पेक्टर पवन, भजन लीडर धर्मबीर सहित अन्य गणमान्य उपस्थित रहे।

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