विश्लेषण : सर्वदमन सांगवान

नईदिल्ली । लोकसभा का पांचवा चरण आज 20 मई को पूरा हो गया है । यह चरण अब तक का सबसे महत्त्वपूर्ण चरण था । इस चरण में 6 राज्यों और दो केंद्र शासित प्रदेशों की कुल 49 सीटों पर मतदान हुआ है । पिछली बार इन 49 सीटों में से 32 सीटें बीजेपी ने जीती थीं जबकि 9 सीटें उसके गठबंधन में शामिल पार्टियों ने जीतीं थीं । इनमें से सात सीटें एनडीए में शामिल महाराष्ट्र की ‘शिवसेना’ ने जीती थीं जबकि एक-एक सीट बिहार की जेडीयू और एलजेपी ने हासिल की थीं । कांग्रेस को सिर्फ एक सीट रायबरेली (यूपी) की मिली थी , जबकि 4 सीटें बंगाल की टीएमसी और एक-एक सीट क्रमश: जम्मू काश्मीर की नेशनल कांफ्रैंस और ओडीसा की बीजेडी ने जीतीं थीं । सपष्ट है कि बीजेपी के लिए इस फेज में सीटें बढ़ाने का कोई खास मौका नहीं है परंतु खोने को बहुत-सी सीटें हैं ।

उत्तरप्रदेश (14 सीट)

पांचवें चरण में सबसे अधिक 14 सीटें उत्तर प्रदेश से दांव पर हैं । पिछले चुनाव में इन 14 सीटों में से 13 सीटें बीजेपी ने जीती थीं और सिर्फ एक सीट रायबरेली पर ही कांग्रेस को जीत का मुंह देखना नसीब हुआ था । इस बार 14 सीटों में से 10 पर समाजवादी पार्टी चुनाव लड़ रही है जबकि 4 सीट पर कांग्रेस जोर आजमाइश कर रही है । बीजेपी सभी 14 सीटों पर चुनौती दे रही है । परंतु इस बार हालात बहुत बदले हुए हैं ।

#रायबरेली सीट इस बार भी कांग्रेस की पक्की मानी जा सकती है । यहां कांग्रेस के राहुल गांधी का मुकाबला बीजेपी के दिनेश प्रताप सिंह के साथ है । दिनेश प्रताप का चुनाव उठ नहीं पा रहा और राहुल गांधी यहां से कम से कम अढ़ाई लाख मतों के भारी अंतर से जीतने जा रहे हैं ।

#अमेठी में पिछली बार केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी तकरीबन 55 हजार मतों के अंतर से राहुल गांधी को पराजित करने में सफल रही थीं पर इस बार उनके खिलाफ भारी इनकुम्बैंसी दिखाई देती है । कांग्रेस ने किशोरी लाल शर्मा को मैदान में उतार कर स्मृति ईरानी को गली गली में घूमने पर मजबूर कर दिया है । शर्मा की जीत भी यहां पक्की मानी जा सकती है और ईरानी शर्तिया चुनाव हारने जा रही हैं ।

बाराबंकी और झांसी में भी कांग्रेस के प्रत्याशी बहुत जबरदस्त चुनाव लड़ रहे हैं और बीजेपी के उम्मीदवारों पर भारी पड़ रहे हैं । बाराबंकी में दिग्गज दलित नेता पीएल पूनिया के बेटे तनुज पूनिया ने बीजेपी की उम्मीदवार राजरानी की नाक में दम कर रखा है , वहीं झांसी में पूर्व केंद्रीय मंत्री प्रदीप जैन भी बीजेपी के मौजूदा सांसद के पसीने छुटाए हुए हैं । कोई बड़ी बात नहीं कि कांग्रेस अपने हिस्से की चारों सीटें आराम से जीत जाए । वहीं समाजवादी पार्टी के उम्मीदवार मोहनलालगंज , बांदा , गोंडा , हमीरपुर और फैजाबाद में कमाल करते दिख रहे हैं । इन सीटों पर बीजेपी के उम्मीदवार पिछली बार बहुत कम मार्जिन से जीते थे । बीजेपी के प्रत्याशी केसरगंज (करण भूषण सिंह पुत्र ब्रजभूषण शरण सिंह) लखनऊ (राजनाथ सिंह) , जालौन और कोशांबी में जीतते दिखाई दे रहे हैं ।

बिहार (5 सीट)

मुजफ्फरपुर सीट पर बीजेपी से कांग्रेस में आये मौजूदा सांसद अजय निषाद और वीआईपी से बीजेपी मे आये पूर्व सांसद राजभूषण निषाद के बीच कांटे की टक्कर है जिस में कांग्रेस का पलड़ा भारी लग रहा है।

#सारण में लालू प्रसाद यादव की बेटी रोहिणी आचार्य ने केंद्रीय मंत्री और बीजेपी के उम्मीदवार राजीव प्रताप रूडी की नाक में दम कर रखा है । इस बार रूड़ी मुश्किल में फंसे दिख रहे हैं ।

#हाजीपुर सीट पर एनडीए के प्रत्याशी चिराग पासवान जो कि एलजेपी संस्थापक रामबिलास पासपान के बेटे हैं आरजेडी के शिवचंद्र राम पर भारी पड़ रहे हैं और उनकी जीत पक्की लग रही है ।

#मधुबनी में बीजेपी के अशोक कुमार यादव और आरजेडी के अली अशरफ फातमी के बीच कांटे की टक्कर है और परिणाम किसी के भी पक्ष में जा सकता है ।

#सीतामढ़ी में भी एनडीए के देवेश चंद्र ठाकुर जोकि जेडीयू की तरफ से विधान परिषद के सभापति हैं का मुकाबला आरजेडी के पूर्व सांसद अर्जुन रॉय के साथ है । दोनों उम्मीदवारों की छवि साफ सुथरी होने के कारण मतदाता असमंजस में दिखाई दे रहे हैं कि जीत का सेहरा किसके सिर पर बांधे ?

कुल मिला कर दो सीट एनडीए के खाते में जाती दिख रही हैं जबकि दो सीटें इंडिया गठबंधन के पाले में जा सकती हैं और एक सीट का परिणाम किसी के भी पक्ष में जा सकता है।

झारखंड (3 सीटें)

पिछली बार ये तीनों सीटें बीजेपी ने जीतीं थीं । इस बार भी एनडीए की तरफ से तीनों सीटों पर बीजेपी के उम्मीदवार ही चुनाव मैदान में हैं जबकि इंडिया गठबंधन की ओर से दो सीटों पर कांग्रेस और एक सीट पर CPI (ML) का प्रत्याशी जोर आजमाइश कर रहा है ।

#कोडरमा सीट पर CPI (ML) के विनोद कुमार सिंह इंडिया गठबंधन का प्रतिनिधित्व कर रहे हैं जबकि बीजेपी की अन्नपूर्णा देवी एनडीए की तरफ से प्रत्याशी हैं । दोनों के बीच बहुत ही कांटे का मुकाबला है ।

#हजारीबाग सीट पर कांग्रेस के जयप्रकाश भाई पटेल बीजेपी के मनीष जायसवाल पर भारी पड़ रहे हैं । पटेल हाल ही में बीजेपी से इस्तीफा देकर कांग्रेस के पाले में शामिल हुए हैं और उनकी जीत तय मानी जा रही है ।

#चतरा सीट से इस बार कांग्रेस और बीजेपी दोनों ने ही बिल्कुल नये उम्मीदवार मैदान में उतारे हैं । कांग्रेस के कृष्णानंद त्रिपाठी और बीजेपी के कालीचरण सिंह के बीच दिलचस्प मुकाबला है और ऊंट किसी भी करवट बैठ सकता है ।

जम्मू काश्मीर (1 सीट)

बारमूला संसदीय सीट इंडिया गठबंधन के खाते में जाएगी । यहां इंडिया गठबंधन की घटक नेशनल कांफ्रैंस के उम्मीदवार पूर्व मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला और पीपुल्स पार्टी के सज्जाद लोन के बीच मुकाबला है , जिसमें उमर अब्दुल्ला की जीत पक्की मानी जा रही है ।

लद्दाख (1 सीट)

यहां की इस सीट पर इंडिया गठबंधन की तरफ से कांग्रेस के प्रत्याशी त्सेरिंग नामग्याल की एकतरफा जीत पक्की है । यहां उनका मुकाबला बीजेपी के ताशी ग्यालसन से है । बीजेपी के मौजूदा सांसद कुछ ही दिन पहले कांग्रेस में शामिल हुए हैं जिससे कांग्रेस की स्थिति बहुत ही मजबूत दिखाई देने लगी है ।

पश्चिमबंगाल (7 सीट)

पिछली बार इन सात सीटों में से 4 टीएमसी और 3 बीजेपी ने जीतीं थीं । इस बार टीएमसी को पांच और बीजेपी को सिर्फ दो सीटें मिलने की संभावना है । यानि बीजेपी को एक सीट का घाटा होने जा रहा है ।

ओडीसा (5 सीटें)

पिछले लोकसभा चुनाव में इन पांच में से चार सीटें बीजेपी ने जीतीं थी जबकि सिर्फ एक सीट बीजेडी के खाते में गई थी । इस बार तीन सीटें बीजेपी को और एक-एक सीट बीजेडी और कांग्रेस के खाते में जाती दिख रही हैं ।
यानि ओडीसा में भी बीजेपी को एक सीट का घाटा होता लग रहा है ।

महाराष्ट्र (13 सीटें)

इस राज्य में पांचवें चरण के मतदान के साथ ही चुनाव प्रक्रिया पूरी हो जाएगी । इन तेरह सीटों में से 6 सीटें मुंबई महानगर की हैं जबकि बाकी 7 सीटें मुंबई के आसपास के उपनगरीय इलाकों की हैं । पिछली बार एनडीए ने सभी 13 सीटें जीती थीं । तब 7 सीटों पर एनडीए के उस समय की घटक ‘शिव सेना’ ने बाजी मारी थी जबकि बाकि 6 सीटों पर बीजेपी के प्रत्याशी विजयी हुए थे । लेकिन इस बार हालात एकदम जुदा हैं । इस दफा तेरह में से 8 सीटों पर इंडिया गठबंधन के उम्मीदवार हावी हैं जबकि सिर्फ पांच सीटों पर ही एनडीए के प्रत्याशी सफल होते लग रहे हैं । इंडिया गठबंधन में भी दो सीटें कांग्रेस , दो सीटें एनसीपी (शरद पवार) और चार सीटें शिव सेना (उद्धव ठाकरे) को मिल सकती हैं ।

 लोकसभा आम चुनाव-2024, पांचवा चरण

किस को कितनी सीटें?

लोकसभा के पांचवें चरण में कुल 49 सीटों पर आज 20 मई को मतदान हो गया है । अपने अनुभव और विभिन्न स्रोतों से मिल रही जानकारी के आधार पर इन सीटों के संभावित नतीजों का गहराई से आंकलन किया है , जिसके अनुसार 2019 में 49 में से 32 सीटें हासिल करने वाली बीजेपी इस बार इन सीटों को बरकरार रखती नजर नहीं आ रही है । NDA ने 2019 में 41 सीटें जीतीं थीं । इस बार राज्यवार सीटों को आंकलन नीचे दी गई सीटों की टेबल से स्पष्ट हो जाता है जिसमें NDA खासकर BJP को बड़ा घाटा होता लग रहा है :-

राज्य सीटें BJP NDA कांग्रेस इंडिया
उ.प्रदेश 14 8 8 3 6
बिहार 5 2 2 1 3
झारखंड 3 1 1 1 2
J&K 1 0 0 0 1
लद्दाख 1 0 0 1 1
प.बंगाल 7 2 2 0 5
ओडीसा 5 3 3 1 1

महाराष्ट्र 13 4 5 2 8

कुल सीटें 49 20 21 9 27

स्पष्ट है कि बीजेपी को 12 सीटों का घाटा है जबकि NDA को 20 सीटों का नुक्सान इस फेज में होने जा रहा है । पिछली बार सिर्फ एक सीट जीतने वाली कांग्रेस को इस फेज में 9 सीटे मिलती लग रही हैं और इंडिया गठबंधन को भारी फायदा होता लग रहा है ।

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