भारत सारथी/ऋषि प्रकाश कौशिक गुरुग्राम। भाजपा की ओर से बार-बार बड़े-बड़े दावे किए जा रहे हैं कि जनता हमारे साथ है और दस की दस सीटों पर हम चुनाव जीत रहे हैं। पूर्व मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर तो कह रहे हैं कि दिल्ली में मां-बेटे और हरियाणा में बापू-बेटा बुरी तरह डरे हुए हैं। इसी प्रकार मुख्यमंत्री नायब सैनी भी बड़े-बड़े दावे कर रहे हैं। उन दोनों की बात क्या भाजपा के सभी नेता यही दावे कर रहे हैं कि हरियाणा की दसों सीटें बड़े मार्जिन से जीत रहे हैं। वास्तविकता पर नजर डालें तो स्थिति कुछ भिन्न नजर आती है। 15 तारीख को मंत्रीमंडल की बैठक बुलाई गई है, इसकी क्या आवश्यकता पड़ी यही चर्चा का विषय है, क्योंकि इस समय आचार संहिता लगी हुई है और किसी योजना के बारे में तो सरकार निर्णय ले नहीं सकती। अनुमान यह लगाए जा रहे हैं कि जो निर्दलीय विधायक छोडक़र चले गए हैं और भूपेंद्र हुड्डा, दुष्यंत चौटाला और अभय चौटाला कह रहे हैं कि सरकार अल्पमत में है। इसी का निर्णय लेने के लिए शायद यह मंत्रीमंडल की बैठक बुलाई है। संभव है इस बैठक में फैसला हो कि सत्र बुलाकर विश्वास मत प्राप्त करके दिखाया जाए। इसी प्रकार सूत्रों से प्राप्त जानकारी के अनुसार भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा भाजपा के खुफिया विभाग द्वारा हरियाणा की आई रिपोर्ट के चिंतित हुए और इसीलिए दो दिन पूर्व रात को संघ के साथ मीटिंग की गई। और सुना तो ऐसा भी जा रहा है कि संघ भी अब चुनाव की बागडोर संभालने के लिए उतरेगा। इसी प्रकार भाजपा के नेता और मंत्री जब चुनाव करने जा रहे हैं तो उन्हें जनता के विशेष रूप से किसानों के विरोध का सामना करना पड़ रहा है। ऐसी स्थिति में यह प्रश्न तो दिमाग में उठता ही है कि क्या वास्तव में भाजपा विश्वस्त है दसों सीटें जीतने में या केवल बातें करके माहौल बना रही है। Post navigation … लो जी अब गुरुग्राम पुलिस सड़कों के बीच बने गड्ढे भी भर रही सरकारी संपत्ति पर वॉल पेटिंग की अनुमति नहीं होगी- डीसी