स्वतंत्र, निष्पक्ष और पारदर्शी चुनाव संपन्न करवाने में माइक्रो ऑब्जर्वर की अहम भूमिका : डॉ दिलराज कौर मतदान प्रक्रिया के दौरान बरती जाने वाली गोपनीयता पर नजर बनाए रखें माइक्रो ऑब्ज़र्वर : एडीसी हितेश कुमार मीणा गुरूग्राम, 14 मई। लोकसभा निर्वाचन 2024 को सकुशल, पारदर्शिता के साथ सम्पन्न कराने के लिए निर्वाचन कार्य हेतु नियुक्त किए गए माइक्रो ऑब्जर्वर को सिविल लाइन्स स्थित स्वतंत्रता सेनानी जिला परिषद हॉल में मंगलवार को जनरल ऑब्ज़र्वर डॉ दिलराज कौर व एडीसी हितेश कुमार मीणा की उपस्थिति में मास्टर ट्रेनर शमशेर द्वारा ईवीएम व वीवीपीएटी की हैंड्स ऑन ट्रेनिंग दी गई। इस दौरान रेवाड़ी व नूह जिला के प्रशासनिक अधिकारी भी वीडियो कॉन्फ्रेंस के माध्यम से जुड़े थे। जनरल ऑब्ज़र्वर डॉ दिलराज कौर ने प्रशिक्षण कार्यक्रम में सभी माइक्रो आब्जर्वर को मतदान की संपूर्ण प्रक्रिया तथा उनके कार्य एवं दायित्वों के संबंध में जानकारी देते हुए कहा कि स्वतंत्र, निष्पक्ष और पारदर्शी चुनाव संपन्न करवाने में माइक्रो ऑब्जर्वर की अहम भूमिका होती है। ऐसे में आप सभी को 25 मई को मतदान केंद्र पर निर्वाचन आयोग द्वारा निर्धारित समय पर पहुंच जाना है और मॉक पोल सहित मतदान की पूरी प्रक्रिया का सूक्ष्म अवलोकन करना है। मॉक पोल से लेकर वास्तविक मतदान प्रारंभ होने के दौरान इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन के कंट्रोल यूनिट की सीलिंग पर भी नजर रखनी है। उन्होंने कहा कि सभी माइक्रो ऑब्ज़र्वर को पोलिंग एजेंट पर भी नजर रखनी है कि मॉक पोल के दौरान वह उपस्थित हुए या नहीं।इसके साथ ही प्रत्येक घंटे में इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन और मतदाता रजिस्टर से आंकड़े का मिलान करते रहेंगे, ताकि मतदान की स्थिति स्पष्ट होती रहे। दोपहर 3:00 बजे से लेकर 5:00 बजे तक कतार में कितने मतदाता उपस्थित थे इसकी भी रिपोर्ट देनी है। इसके बाद अंतिम समय में कितने मतदाता ऐसे उपस्थित थे, जिनको पीठासीन पदाधिकारी के द्वारा टोकन दिया गया। कुल मतदान की संख्या और उसका प्रतिशत भी दर्ज करेंगे। प्रशिक्षण कार्यक्रम में एडीसी हितेश कुमार मीणा ने सभी माइक्रो ऑब्जर्वर को यह सुनिश्चित करने के निर्देश दिए कि माइक्रो ऑब्जर्वर मतदान केंद्र में हो रही हर गतिविधियों की समय-समय पर जिला मुख्यालय को रिपोर्ट भेजते रहें। उन्होंने कहा कि सभी माइक्रो ऑब्ज़र्वर मतदान प्रक्रिया के दौरान बरती जाने वाली गोपनीयता पर भी नजर रखें। मतदान संपन्न होने पर ईवीएम और अन्य रिकाॅर्ड की उचित सीलिंग की भी जांच करना सुनिश्चित बनाएंगे। उन्होंने कहा कि यदि माइक्रो ऑब्जर्वर को मतदान प्रक्रिया के दौरान किसी प्रकार की गड़बड़ी की आशंका होने पर इसकी सूचना तुरंत जनरल ऑब्ज़र्वर को दें। प्रशिक्षण कार्यक्रम में माइक्रो ऑब्जर्वर को फार्म 12 और 12 ए के बारे में भी विस्तार से जानकारी प्रदान की गई। इस मौके पर माइक्रो ऑब्जर्वर की विभिन्न शंकाओं को भी दूर किया गया। Post navigation जिला के मतदान केन्द्रों के लिए ईवीएम मशीनों का हुआ सप्लीमेंट्री रैंडमाइजेशन अपने ही बेटे की हत्या करने वाली मां गिरफ्तार ……