“हिसार को जल्दी से जल्दी टी. बी. मुक्त बनाना है “ – डा: सपना गहलावत , चीफ मेडिकल ऑफिसर हिसार – वानप्रस्थ सीनियर सिटीज़न क्लब ने सूर्यानगर एवं शिवनगर की झोपड़ – पट्टी बस्ती में 50- टी.बी . ग्रस्त रोगियों को प्रोटीन युक्त पौष्टिक आहार किट्स की आज तीसरी क़िस्त बाँटी। इस झोपड़-पट्टी में रहने वाले लोग अत्यंत निर्धन हैं एवं निरक्षर हैं। दिहाड़ी- मज़दूरी करते हैं । एक झोपड़ – पट्टी में 8-10 लोग रहते हैं। एक टीबी रोगी से घर के और सदस्यों को टी. बी. होने की संभावना बढ़ जाती है। टी. बी . से घर के अन्य सदस्य बचे रहें, उनको निरंतर समझाने की आवश्यकता है। क्लब के सदस्य हर मास उनको टी.बी . को आगे फैलने को रोकने के उपाय समझाते हैं। वानप्रस्थ संस्था प्रधानमंत्री निश्चय मित्र योजना के अंतर्गत पिछले 22- मास से से टी.बी. ग्रस्त रोगियों को प्रोटीन युक्त पौष्टिक आहार किट्स बाँट रहा है। अब फ़रवरी -2024 से 50- नए टी. बी . मरीज़ों को प्रोटीन युक्त पौष्टिक आहार के लिए ग़ोद लिया है। क्लब के सदस्य हर महीने टी . बी . हस्पताल एवं आंगनबाड़ी के अधिकारियों के सहयोग से सूर्यनगर एवं शिवनगर झोपड़ – पट्टी में स्वयं जा कर मरीज़ों को किट्स बाँटते हैं । वानप्रस्थ केवल एक ऐसी संस्था है जो प्रत्येक टी. बी. रोगी से हर मास संवाद करती है , उनको आहार और दवाई के बारे बारीकी से समझाती है ताकि वह अपना ध्यान रखें और जल्दी रोग मुक्त हो जाएँ। पौष्टिक आहार लेने वालों में टी बी रोगी दो वर्षीय सृष्टि, 18- वर्षीय रिशु , एवं 74- वर्षीय श्री मती कबूतरी देवी शामिल थे।टी.बी . और ग़रीबी होने के बावजूद रिशु ने मेडिकल नीट की परीक्षा में 612-अंक प्राप्त किए हैं । कठिन परिस्थितियों के होते हुए अपने आप बहुत बड़ी उपलब्धि है । क्लब की दो महिला सदस्यों ने उसे इस उपलब्धि के लिए अपनी ओर से इनाम दिया। डा: डाँग ने बच्ची को आगे पढ़ने के लिए हर संभव सहयोग देने का आश्वासन दिया। डा: सपना गहलावत ने अपने संदेश में कहा कि हिसार को जल्दी से टी. बी. मुक्त बनाना है। उन्होने ग़ैर सरकारी संस्थायों एवं जनता से अपील की वह आगे आएँ और इस अभियान में सहयोग दें। उन्होंने ने वानप्रस्थ संस्था का इस मुहिम का हिस्सा बनने के लिए धन्यवाद किया। उन्होंने कहा कि जैसे ही किसी को टी. बी. के लक्षण नज़र आएँ , वह फ़ौरन टी. बी . हस्पताल से अपनी जाँच करवाएँ। टी. बी. हस्पताल से आए डा: अरुण नंदा ने मरीज़ों को संबोधित करते हुए कहा कि वह समय पर नियमित रूप से दवाई और पौष्टिक आहार खाएँ और घर के सभी सदस्यों को बी. सी. जी. का टीकाकरण अवश्य करवाएँ ताकि घर के अन्य सदस्य इस बीमारी से बचे रहें। क्लब के सदस्य डा: सुरेंद्र मोहन बहल, डा: पुष्पा खरब , श्री मती सुनीता बहल और श्री आर. आर . गोयल ने प्रत्येक टी. बी. रोगी के साथ व्यक्तिगत रूप से बातचीत की और उनके स्वास्थ्य के बारे में विस्तृत जानकारी ली। उन्हें सही ढंग से और नियमित रूप से दवाई और पौष्टिक आहार खाने के लिए प्रेरित किया । वहीं क्लब के महासचिव डा: जे. के. डाँग और टी .बी . हस्पताल से आई श्री मती बालकेश ने टी .बी . रो से कहा कि प्रधानमंत्री निश्चय – मित्र योजना के अन्तर्गत देश को 2025 – तक टी बी मुक़्त बनाने का लक्ष्य है । उन्होंने मरीज़ों से कहा कि दवाई और उपयुक्त पौष्टिक आहार लेने से आप की रोग प्रतिरोधक शक्ति बढ़ेगी और आप जल्दी स्वस्थ हो जाएँगे ।उन्होंने मरीज़ों को समझाया कि घर पर अपने बर्तन अलग रखें और खांसी आने पर अपने मुँह पर कपड़ा बांध लें ताकि घर के और सदस्य इस रोग से बचे रहें। इस प्रोग्राम में हर मरीज़ को छ: मास के लिये हर मास दो- डिब्बे प्रोटीन पाउडर, एक किलो गुड़, एक किलो भुने हुए चने,एक किलो काले चने, एक किलो बेसन, दो पैकेट न्यूट्रेला और हाथ धोने के लिए दो साबुन दिये जाते हैं। डा: जे. के . डाँग ने मरीज़ों को आश्वासन दिया कि वानप्रस्थ दो निर्धन टी. बी . ग्रस्त लड़कियों को आगे पढ़ाई के लिए आर्थिक सहायता प्रदान करेगा। इस अवसर पर टी. बी. हस्पताल की ओर से श्रीमती बलकेश कालीरमन – पी. पी. कॉर्डिनेटर और श्री ओम प्रकाश वर्मा, और आंगन बाड़ी के सदस्य अंजू , अनीता , आशा , सुनीता, शर्मिला , सुनीता, कैलाश, मीना , बँटी देवी एवं नरेश ने भाग लिया। वानप्रस्थ सीनियर सिटीज़न क्लब ने सूर्यानगर एवं शिवनगर की झोपड़ – पट्टी बस्ती में 50- टी.बी . ग्रस्त रोगियों को प्रोटीन युक्त पौष्टिक आहार किट्स की आज तीसरी क़िस्त बाँटी। इस झोपड़-पट्टी में रहने वाले लोग अत्यंत निर्धन हैं एवं निरक्षर हैं। दिहाड़ी- मज़दूरी करते हैं । एक झोपड़ – पट्टी में 8-10 लोग रहते हैं। एक टीबी रोगी से घर के और सदस्यों को टी. बी. होने की संभावना बढ़ जाती है। टी. बी . से घर के अन्य सदस्य बचे रहें, उनको निरंतर समझाने की आवश्यकता है। क्लब के सदस्य हर मास उनको टी.बी . को आगे फैलने को रोकने के उपाय समझाते हैं। वानप्रस्थ संस्था प्रधानमंत्री निश्चय मित्र योजना के अंतर्गत पिछले 22- मास से से टी.बी. ग्रस्त रोगियों को प्रोटीन युक्त पौष्टिक आहार किट्स बाँट रहा है। अब फ़रवरी -2024 से 50- नए टी. बी . मरीज़ों को प्रोटीन युक्त पौष्टिक आहार के लिए ग़ोद लिया है। क्लब के सदस्य हर महीने टी . बी . हस्पताल एवं आंगनबाड़ी के अधिकारियों के सहयोग से सूर्यनगर एवं शिवनगर झोपड़ – पट्टी में स्वयं जा कर मरीज़ों को किट्स बाँटते हैं । वानप्रस्थ केवल एक ऐसी संस्था है जो प्रत्येक टी. बी. रोगी से हर मास संवाद करती है , उनको आहार और दवाई के बारे बारीकी से समझाती है ताकि वह अपना ध्यान रखें और जल्दी रोग मुक्त हो जाएँ। पौष्टिक आहार लेने वालों में टी बी रोगी दो वर्षीय सृष्टि, 18- वर्षीय रिशु , एवं 74- वर्षीय श्री मती कबूतरी देवी शामिल थे।टी.बी . और ग़रीबी होने के बावजूद रिशु ने मेडिकल नीट की परीक्षा में 612-अंक प्राप्त किए हैं । कठिन परिस्थितियों के होते हुए अपने आप बहुत बड़ी उपलब्धि है । क्लब की दो महिला सदस्यों ने उसे इस उपलब्धि के लिए अपनी ओर से इनाम दिया। डा: डाँग ने बच्ची को आगे पढ़ने के लिए हर संभव सहयोग देने का आश्वासन दिया। डा: सपना गहलावत ने अपने संदेश में कहा कि हिसार को जल्दी से टी. बी. मुक्त बनाना है। उन्होने ग़ैर सरकारी संस्थायों एवं जनता से अपील की वह आगे आएँ और इस अभियान में सहयोग दें। उन्होंने ने वानप्रस्थ संस्था का इस मुहिम का हिस्सा बनने के लिए धन्यवाद किया। उन्होंने कहा कि जैसे ही किसी को टी. बी. के लक्षण नज़र आएँ , वह फ़ौरन टी. बी . हस्पताल से अपनी जाँच करवाएँ। टी. बी. हस्पताल से आए डा: अरुण नंदा ने मरीज़ों को संबोधित करते हुए कहा कि वह समय पर नियमित रूप से दवाई और पौष्टिक आहार खाएँ और घर के सभी सदस्यों को बी. सी. जी. का टीकाकरण अवश्य करवाएँ ताकि घर के अन्य सदस्य इस बीमारी से बचे रहें। क्लब के सदस्य डा: सुरेंद्र मोहन बहल, डा: पुष्पा खरब , श्री मती सुनीता बहल और श्री आर. आर . गोयल ने प्रत्येक टी. बी. रोगी के साथ व्यक्तिगत रूप से बातचीत की और उनके स्वास्थ्य के बारे में विस्तृत जानकारी ली। उन्हें सही ढंग से और नियमित रूप से दवाई और पौष्टिक आहार खाने के लिए प्रेरित किया । वहीं क्लब के महासचिव डा: जे. के. डाँग और टी .बी . हस्पताल से आई श्री मती बालकेश ने टी .बी . रो से कहा कि प्रधानमंत्री निश्चय – मित्र योजना के अन्तर्गत देश को 2025 – तक टी बी मुक़्त बनाने का लक्ष्य है । उन्होंने मरीज़ों से कहा कि दवाई और उपयुक्त पौष्टिक आहार लेने से आप की रोग प्रतिरोधक शक्ति बढ़ेगी और आप जल्दी स्वस्थ हो जाएँगे ।उन्होंने मरीज़ों को समझाया कि घर पर अपने बर्तन अलग रखें और खांसी आने पर अपने मुँह पर कपड़ा बांध लें ताकि घर के और सदस्य इस रोग से बचे रहें। इस प्रोग्राम में हर मरीज़ को छ: मास के लिये हर मास दो- डिब्बे प्रोटीन पाउडर, एक किलो गुड़, एक किलो भुने हुए चने,एक किलो काले चने, एक किलो बेसन, दो पैकेट न्यूट्रेला और हाथ धोने के लिए दो साबुन दिये जाते हैं। डा: जे. के . डाँग ने मरीज़ों को आश्वासन दिया कि वानप्रस्थ दो निर्धन टी. बी . ग्रस्त लड़कियों को आगे पढ़ाई के लिए आर्थिक सहायता प्रदान करेगा। इस अवसर पर टी. बी. हस्पताल की ओर से श्रीमती बलकेश कालीरमन – पी. पी. कॉर्डिनेटर और श्री ओम प्रकाश वर्मा, और आंगन बाड़ी के सदस्य अंजू , अनीता , आशा , सुनीता, शर्मिला , सुनीता, कैलाश, मीना , बँटी देवी एवं नरेश ने भाग लिया। Post 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