राठीवास  में हुए सड़क हादसे में हवलदार संजीत की मौत

 गंभीर रूप से जख्मी पुत्र निशांत दिल्ली बेस में उपचार दिन

बुजुर्ग पिता सुखबीर सिंह और छोटे पुत्र ने दी अंतिम सलामी

राठी वास में अंडरपास बनवाने के लिए ग्रामीणों की पुरानी मांग

फतह सिंह उजाला 

पटौदी । सिस्टम की सुस्ती और कथित अनदेखी का खामियाजा कहीं ना कहीं लोगों को ही भुगतना पड़ता है। इसी कड़ी में सिस्टम ने अब एक फौजी की जान ले ली । फौजी अपने घर से कोलकाता अपनी यूनिट में रिपोर्ट करने अथवा जॉइनिंग करने के लिए रवाना हुआ था । इससे पहले ही दिल्ली जयपुर व्यस्त रहने वाले नेशनल हाईवे पर बेकाबू वाहन ने फौजी की जान ले ली और फौजी का बेटा हादसे में बुरी तरह जख्मी हो गया। घायल अवस्था में बेटा दिल्ली बेस अस्पताल में उपचाराधीन है । शुक्रवार को सेना की टुकड़ी ने सैनिक को सशस्त्र सलामी देकर अपने श्रद्धा सुमन अर्पित किए । जिस स्थान पर सड़क हादसा में फौजी की जान गई , वहीं पर ही ग्रामीणों के द्वारा पिछले काफी वर्षों से अंडरपास बनाने की मांग की जाती आ रही है।

उपलब्ध जानकारी और ग्रामीणों के मुताबिक गांव राठीवास के रहने वाले हवलदार संजीत पुत्र सुखबीर सिंह एक महीने की छुट्टी काटने के बाद कोलकाता 5017 बटालियन एएससी एमटी के लिए गुरुवार को अपने घर से रवाना हुए । पिता को छोड़ने के लिए बड़ा पुत्र विशांत भी घर से साथ चला था। पिता पुत्र जब राठीवास गांव से दिल्ली जयपुर नेशनल हाईवे पर पहुंचे तो बेकाबू आ रहे वाहन ने दोनों को अपनी चपेट में ले लिया। इस हादसे में फौजी हवलदार संजीत की मृत्यु हो गई और बड़ा पुत्र विशांत गंभीर रूप से घायल हो गया। घायल पुत्र को दिल्ली बेस अस्पताल में उपचार के लिए भर्ती करवाया गया। शुक्रवार को हवलदार संजीत का पोस्टमार्टम होने के उपरांत सैनिकों की टुकड़ी तिरंगा में पार्थिव देह लेकर पैतृक गांव राठीवास पहुंची । यहां गांव में हवलदार संजीत का पार्थिव शरीर पहुंचने पर माहौल गमगीन हो गया । सैनिकों की टुकड़ी ने सैनिक हवलदार संजीत को अंतिम विदाई के लिए पुष्प चक्र अर्पित करते हुए सशस्त्र सलामी दी।

हवलदार संजीत के परिवार में उनकी पत्नी श्रीमती सावित्री देवी छोटा पुत्र निशांत है। अंतिम संस्कार से पहले छोटे पुत्र निशांत और सैनिक संजीत के भाई अशोक कुमार और ग्रामीणों के द्वारा पुष्प और चक्कर अर्पित कर अंतिम सलामी दी गई। इस मौके पर विशेष रूप से सरपंच मोतीराम, महेंद्र सिंह , रमेश पंचायत मेंबर, रविंदर , राजू , सैनिक संजीत के पिता सुखवीर सिंह, मोहित, रोहित तथा और भी प्रबुद्ध ग्रामीण मौजूद रहे । हवलदार संजीत को मुखाग्नि उनके छोटे पुत्र निशांत के द्वारा दी गई । सड़क हादसे में फौजी संजीत की मृत्यु को लेकर ग्रामीणों में सिस्टम के प्रति  नाराजगी और रोष भी देखा गया। ग्रामीणों का कहना है कि अंडरपास बनवाने के लिए आसपास के ग्रामीण पिछले काफी वर्षों से मांग करते आ रहे हैं । लेकिन शासन प्रशासन उनकी मांग की अनदेखी करता चला आ रहा है।

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