नॉन-एचसीएस कोटे से आईएएस बने अश्वनी गुप्ता 25 अप्रैल को तैनात किए गए  सीवीओ  

हालांकि अनुबंध आधार पर कार्यरत एक रिटायर्ड अधिकारी शशिकांत शर्मा  पहले से ही सीवीओ  

चंडीगढ़  —  गुरूवार  25 अप्रैल को हरियाणा सरकार के मुख्य सचिव टी.वी.एस.एन. प्रसाद के हस्ताक्षर द्वारा जारी एक आदेश मार्फ़त इसी वर्ष जनवरी  में नॉन-एच.सी.एस. (गैर हरियाणा सिविल सर्विस) कोटे से आई.ए.एस. अधिकारी बने अश्वनी कुमार  गुप्ता को हरियाणा  शहरी विकास प्राधिकरण (एच.एस.वी.पी.), जिसका पूर्व में  हुडा कहा जाता था,  में बतौर चीफ विजिलेंस ऑफिसर- सीवीओ (मुख्य सतर्कता अधिकारी) तैनात किया गया है. इससे पूर्व  गुप्ता गत  फरवरी से  हरियाणा राज्य ओद्योगिक एवं बुनियादी ढांचा विकास निगम (एच.एस.आई.आई.डी.सी.) में बतौर अतिरिक्त प्रबंध निदेशक  के तौर पर तैनात थे.  

इसी बीच पंजाब एवं हरियाणा हाई कोर्ट में एडवोकेट  और  प्रशासनिक  विषयों के  जानकर हेमंत कुमार (9416887788) ने बताया कि इसी वर्ष मार्च में केंद्रीय कार्मिक एवं प्रशिक्षण विभाग (डीओपीटी) द्वारा अश्वनी  गुप्ता को  आईएएस का 2011 का बैच वर्ष अलाट किया गया था. उससे पूर्व  गत  23 जनवरी  को केंद्र सरकार द्वारा   गुप्ता की गैर-एचसीएस वर्ग से आईएएस में नियुक्ति की गई थी.  

हेमंत ने बताया कि रोचक बात यह है कि इसी  वर्ष फरवरी में प्रदेश के तत्कालीन मुख्य सचिव संजीव कौशल के हस्ताक्षर से जारी एक आदेश मार्फ़त एक रिटायर्ड अधिकारी शशि कांत शर्मा, जिन्हें गत वर्ष नवम्बर,2023 में प्रदेश के विजिलेंस विभाग में   कॉन्ट्रैक्ट (अनुबंध) आधार पर एंगेज किया गया, उन्हें भी हरियाणा  शहरी विकास प्राधिकरण (एच.एस.वी.पी.) सहित कुल आठ सरकारी विभाग/बोर्डों में  बतौर चीफ विजिलेंस ऑफिसर (सीवीओ) का चार्ज दिया गया.    

बहरहाल, फिलहाल यह आधिकारिक  तौर पर  स्पष्ट नहीं किया गया है कि अश्वनी गुप्ता, आईएएस  के एच.एस.वी.पी. में  सीवीओ तैनात होने के बाद क्या शशि कांत शर्मा के चार्ज से कार्यमुक्त  होंगे या दोनों  सीवीओ के तौर पर बने रहेंगे. जो भी 2011 बैच के हरियाणा कैडर के एक आईएएस अश्वनी गुप्ता को एक ऐसे पद पर तैनात करना जिस पर एक  रिटायर्ड गैर- आईएएस  अधिकारी पहले से तैनात है, निश्चित तौर पर सवाल खड़े करता है.ज्ञात रहे कि प्रदेश सरकार में सीवीओ का पद आईएएस या एचसीएस  की कैडर पोस्ट नहीं है. हालांकि ताज़ा आदेश मार्फ़त एच.एस.वी.पी. में सीवीओ  तौर पर तैनात  गुप्ता के अतिरिक्त  2004 बैच के एचसीएस संवर्तक खंगवाल के पास हैफेड के विजिलेंस अफसर का अतिरिक्त कार्यभार है.    

हेमंत ने आगे बताया  कि एच.एस.वी.पी. में सीवीओ के तौर पर लगाए गए शशि कांत  शर्मा के साथ 7 अन्य सेवानिवृत अधिकारी-  महावीर सिंह, राजेन्द्र कुमार मलिक, अशोक कुमार शर्मा, रामेश्वर मेहरा, संजीव कुमार जैन, सतीश कुमार जैन,और जरनैल सिंह बोपाराए को भी अनुबंध आधार पर जबकि  प्रदेश सरकार में   तीन सेवारत गैर–आईएएस  और गैर-एचसीएस अधिकारियों  दीपक बूरा, दिनेश राठी और कृष्ण कुमार को प्रतिनियुक्ति आधार पर  सीवीओ के तौर पर तैनात कर प्रत्येक को  कई सरकारी विभागों/बोर्डों  आदि का कार्यभार दिया गया..

बहरहाल,  गुप्ता, जिनकी जन्म तिथि 11 अगस्त 1964 है और जो हरियाणा के इंडस्ट्रीज एंड कॉमर्स  (उद्योग एवं वाणिज्य) विभाग  में बतौर एडिशनल डायरेक्टर पद पर थे, आज से  पौने दो  वर्ष पूर्व 31 अगस्त 2022 को 58 वर्ष की आयु की होने के कारण हरियाणा सरकार की सेवा से सेवानिवृत हो गये थे एवं  आज से चार माह बाद 31 अगस्त, 2024 को  60 वर्ष की आयु करने पर गुप्ता  आईएएस से भी सेवानिवृत हो जायेंगे.    

सनद रहे कि अक्टूबर 2022 में जब हरियाणा से नॉन-एचसीएस कोटे से आईएएस की पांच रिक्तियों (सेलेक्ट लिस्ट 2019) की चयन प्रक्रिया, जो हालांकि वर्ष  2020 में प्रारंभ हुई थी, सम्पन्न   हुई तो  चार गैर-एचसीएस अधिकारियों नामत: डॉ. विवेक भारती, डॉ. हरीश कुमार वशिष्ठ, डॉ. जैन्द्र सिंह छिल्लर  और डॉ. ब्रह्मजीत सिंह रंगी को तो आईएएस में नियुक्ति दे दी गई   परन्तु अश्वनी गुप्ता को नहीं चूँकि वह अगस्त,2022 में सरकारी सेवा से रिटायर हो गए थे.  बहरहाल, बाद में  केंद्रीय प्रशासनिक ट्रिब्यूनल (कैट), चंडीगढ़ बेंच  के दिसम्बर 2023 के   आदेश फलस्वरूप  केंद्र सरकार द्वारा इस वर्ष जनवरी में  अश्वनी गुप्ता को आईएएस में नियुक्ति दे दी गई और उपरोक्त  चार अन्य नियुक्त आईएएस अधिकारियों के समान अक्टूबर, 2022  से सभी लाभ प्रदान कर दिए गए. वर्तमान में डॉ. भारती सिरसा  में, डॉ. वशिष्ठ जींद में, डॉ. छिल्लर चरखी दादरी   में एवं डॉ. रंगी पलवल  में बतौर एडीसी (अतिरिक्त उपायुक्त) के तौर पर  तैनात है.          

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