मोदीजी खुलेआम सभाओं में हेट स्पीच देकर हिन्दू-मुस्लिम के बीच नफरत व बटवारे की दीवार खिंचकर वोट हडपने का कुप्रयास कर रहे है, वहीं भगवान राम के नाम पर वोट मांगकर उन्होंने बेशर्मी, अनैतिकता की सभी हदे पार कर दी : विद्रोही इतिहास ज्ञान में शून्य मोदीजी भूल गए कि राज्यसभा सांसद बनने के बाद अटल बिहारी वाजपेयी जी ने फिर कई बार लोकसभा भी जीते और देश के प्रधानमंत्री भी बने : विद्रोही 22 अप्रैल 2024 – स्वयंसेवी संस्था ग्रामीण भारत के अध्यक्ष एवं हरियाणा प्रदेश कांग्रेस कमेटी के प्रवक्ता वेदप्रकाश विद्रोही ने आरोप लगाया कि 21 राज्यों की प्रथम चरण के लोकसभा चुनाव मतदान में मतदाताओं का रूझान जिस तरह कांग्रेस-इंडिया गठबंधन की ओर रहा, उससे बौखलाकर प्रधानमंत्री मोदीजी बेशर्मी से हिन्दू-मुस्लमान के नाम पर धु्रवीकरण की औच्छी गंदी राजनीति पर उतरकर झूठ पर झूठ बोलकर जनता को ठग रहे है। विद्रोही ने कहा कि हार से डरे व घबराये मोदी जी अब कांग्रेस के लिखित घोषणा पत्र पर भी चुनावी सभाओं में झूठ बोलने से बाज नही आ रहे। भारत के 75 साल के प्रजातांत्रिक इतिहास में आज तक ऐसा झूठा, अनैतिक प्रधानमंत्री कोई नही आया जैसे मोदी जैसा असत्यवादी प्रधानमंत्री बना है। मोदीजी को चुनावी सभाओं में झूठ बोलते शर्म भी नही आती और अब अनाप-शनाप बोलकर धु्रवीकरण राजनीति से चुनाव वैतरणी पार करने की फिराक में है। मोदीजी खुलेआम सभाओं में हेट स्पीच देकर हिन्दू-मुस्लिम के बीच नफरत व बटवारे की दीवार खिंचकर वोट हडपने का कुप्रयास कर रहे है। वहीं भगवान राम के नाम पर वोट मांगकर उन्होंने बेशर्मी, अनैतिकता की सभी हदे पार कर दी। विद्रोही ने कहा कि सोनिया गांधी जी बीमारी के चलते 2019 में ही रायबरेली की जनता को स्पष्ट कहा था कि यह उनका अंतिम लोकसभा चुनाव है जिसे झूठे, षडयंत्रकारी मोदी के अलावा देश के सभी 140 करोड़ लोगों को पता है। फिर भी मोदी सोनिया गांधी पर राज्यसभा के रास्ते राजस्थान सांसद बनने पर सार्वजनिक मंचों से तंज कसकर अनैतिकता की सभी हदे पार कर रहे है। मोदीजी भूल गए कि भाजपा के संस्थापक अध्यक्ष पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी जी भी लोकसभा चुनाव हारने के बाद राज्यसभा के रास्त्ते संसद में पहुंचे थे। विद्रोही ने सवाल किया कि क्या अटल जी के राज्यसभा सांसद बनने से उनकी लोकप्रियता, राजनीति में प्रभाव कम हुआ? इतिहास ज्ञान में शून्य मोदीजी भूल गए कि राज्यसभा सांसद बनने के बाद अटल बिहारी वाजपेयी जी ने फिर कई बार लोकसभा भी जीते और देश के प्रधानमंत्री भी बने। यदि 77 वर्षीय सोनिया गांधी बीमारी की वजह से चुनावी राजनीति छोडकर राज्यसभा के रास्ते सांसद बनी है तो उस पर मोदीजी जैसा बेशर्म व फासिस्ट व्यक्ति ही ऐसा तंज कस सकता है। अपने आपको एंटायर पोलिटिकल साईंस से दुनिया का इकलौता एमए पास व्यक्ति बताने वाले मोदीजी ने भारतीय राजनीति को भ्रष्टाचार व लूट का पाठ पढ़ाने के अलावा बेशर्मी, अनैतिकता व ढोंग के अलावा कुछ नही सिखाया। Post navigation मोदी तेरे से बैर नहीं, राव तेरी खैर नहीं, जोर पकड़ने लगा है नारा — समय पर सेवा न देने पर जूनियर इंजीनियर पर 20 हजार रूपए का लगाया जुर्माना