प्रशासन, सरकार किसान का एक-एक दाना खरीदने का दमगज्जा तो मारते है, लेकिन एक-एक दाना एमएसपी पर खरीदा जाये इस ओर कतई ध्यान नही है : विद्रोही

18 अप्रैल 2024 – स्वयंसेवी संस्था ग्रामीण भारत के अध्यक्ष एवं हरियाणा प्रदेश कांग्रेस कमेटी के प्रवक्ता वेदप्रकाश विद्रोही ने आरोप लगाया कि भाजपा सरकार व प्रशासन के लाख दावों के बावजूद भी अभी तक अहीरवाल क्षेत्र व हरियाणा के बहुत से भागों में सरसों व गेंहू फसल की न्यूनतम समर्थन मूल्य पर सरकारी खरीद सूचारू ढंग से सहजता से नही हो रही है। किसानों को एमएसपी पर अपनी फसले बेचने में काफी दिक्कते आ रही है। विद्रोही ने कहा कि मंडियों में खरीदी फसल का उठान समय पर नही होने से अहीरवाल सहित पूरे हरियाणा में गेंहू व सरसों की सरकारी खरीद प्रक्रिया बहुत धीमी गति से चल रही जिससे किसानों को अपनी फसले बेचने में 2 से 3 दिन तक इस भयंकर गर्मी में भटकना पड रहा है। सरकार व प्रशासन के लाख दावों के बाद भी फसल बेचने आये किसानों को नागरिक सुविधाएं नही मिल रही। एक ओर भयंकर गर्मी में मंडियों में छाया नही है, किसानों के लिए विश्राम का स्थान नहीे, पीने के पानी की पर्याप्त व्यवस्था नही। किसानों के लिए शौचालयों का प्रबंध नही, खाने का नाम मात्र प्रबंध है।

  विद्रोही ने कहा कि सूचारू ढंग से खरीद व्यवस्था न होने से किसानों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। गेंहू व सरसों फसल का एक-एक दाना क्रमश: 2275 व 5650 रूपये प्रति क्विंटल से खरीदने का दावा हवा-हवाई है। प्रशासन, सरकार किसान का एक-एक दाना खरीदने का दमगज्जा तो मारते है, लेकिन एक-एक दाना एमएसपी पर खरीदा जाये इस ओर कतई ध्यान नही है। विद्रोही ने हरियाणा सरकार से मांग की कि जुमलेबाजी करने की बजाय गेंहू व सरसों को एमएसपी पर खरीदने की पुख्ता व्यवस्था हो। मंडियों में उठान व खरीद प्रक्रिया में तेजी लाई जाये, मंडियों में फसल बेचने आये किसानों को नागरिक सुविधाएं, भोजन, पानी, छाया का पर्याप्त प्रबंध किया जाये।    

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