अपनी संस्कृति पर गर्व करें, वैदिक विज्ञान का ज्ञान होना भी जरूरी -नव वर्ष चैत्र शुक्ल प्रतिपदा विक्रम संवत 2081 का आरंभ चंडीगढ़। हरियाणा विद्युत विनियामक आयोग (एचईआरसी) के अध्यक्ष नन्द लाल शर्मा, सदस्य (तकनीकी) नरेश सरदाना और सदस्य (विधि) मुकेश गर्ग ने मंगलवार को पंचकूला स्थित एचईआरसी के कार्यालय में आयोजित एक विशेष कार्यक्रम में एचईआरसी के तमाम अधिकारियों और कर्मचारियों को कहा कि नव वर्ष की शुरूआत चैत्र शुक्ल प्रतिपदा विक्रम संवत 2081 का आरंभ हुआ है, यह बड़ा शुभ दिन है, हिंदू संस्कृति में इस दिन का बहुत महत्व है, मनुष्य को अपनी संस्कृति को कभी नहीं भूलना चाहिए, अपनी संस्कृति पर गर्व करें, सामान्य ज्ञान के अलावा वैदिक ज्ञान का होना भी जरूरी है। उल्लेखनीय है कि एचईआरसी की स्थापना 16 अगस्त 1998 को हुई थी, एचईआरसी के इतिहास में पहली बार इस तरह का कार्यक्रम हुआ। एचईआरसी अध्यक्ष नन्द लाल शर्मा ने कहा कि हम यह नहीं कह रहे हैं कि हमनें अंग्रेजी कैलेंडर को नहीं मानना या अंग्रेजी भाषा को नहीं जानना, लेकिन इसके साथ हमनें अपनी संस्कृति के बारे में भी जानना चाहिए, यह तभी संभव है जब हमें अपने वेदों का ज्ञान हो, भारतीय धार्मिक ग्रंथों में ज्ञान का भंडार है। कैसे काल गणना होती है, कैसे विक्रम संवत की शुरूआत हुई, एचईआरसी अध्यक्ष ने इस विषय पर अपना बड़ा शोध पूर्ण ज्ञान दिया। एचईआरसी के सदस्य (तकनीकी) नरेश सरदाना ने इस अवसर पर सभी के उज्ज्वल भविष्य की कामना की तथा एचईआरसी के सदस्य (विधि) मुकेश गर्ग ने इस मौके पर हिंदू नव वर्ष के बारे में अपने ज्ञानवर्धक विचारों से अवगत कराया। इस मौके पर एचईआरसी के सचिव नरेंद्र कुमार, निदेशक तकनीकी विरेंद्र सिंह सहित तमाम एचईआरसी के अधिकारी एवं कर्मचारी मौजूद थे। Post navigation शिक्षा की गाड़ी का इंजन तो चालू है, पर ड्राइवर गायब हैं: कुमारी सैलजा हमारी गारंटी खोखले वादे और जुमले नहीं होते, हमारा कहा पत्थर की लकीर होता है : कुमारी सैलजा