– बैठक में जीएमडीए, नगर निगम तथा एनएचएआई के अधिकारियों को ड्रेनेज व सीवरेज नेटवर्क की मरम्मत व सफाई करवाने तथा मानसून के दौरान पर्याप्त संख्या में मैनपावर व मशीनरी की व्यवस्था करने के दिए गए निर्देश

गुरूग्राम, 5 अप्रैल। नगर निगम गुरूग्राम के अतिरिक्त आयुक्त डा. बलप्रीत सिंह ने कहा कि सभी अधिकारी अपने-अपने क्षेत्र में स्थित ड्रेनेज व सीवरेज नेटवर्क की मरम्मत व सफाई मानसून से पूर्व सुनिश्चित करवा लें। इसके साथ ही बरसात के दौरान जलभराव वाले संभावित स्थानों पर पर्याप्त संख्या में मैनपावर व मशीनरी की व्यवस्था होनी चाहिए।

डा. सिंह ने उक्त निर्देश शुक्रवार को निगम कार्यालय में जलभराव के समाधान की तैयारियों को लेकर आयोजित समीक्षा बैठक में अधिकारियों को दिए। बैठक में उपस्थित भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (एनएचएआई) के अधिकारियों से कहा गया कि वे एंबियंस मॉल से लेकर रामपुरा पुल तक राष्ट्रीय राजमार्ग के दोनों तरफ बनी ड्रेन की सफाई सुनिश्चित करवाएं। अधिकारी यह भी सुनिश्चित करें कि ड्रेन के आसपास उगी हुई झाडिय़ों को भी साफ किया जाए तथा जहां पर यह लगता है कि ड्रेन में कचरा डाला जा सकता है, उन स्थानों पर ड्रेन को कवर करवाने की व्यवस्था करें। एनएचएआई के अधिकारियों ने बताया कि उनकी टीमें ड्रेन को सफाई करने का कार्य कर रही हैं, जो कि मानसून से पूर्व पूरा कर लिया जाएगा।

बैठक में उपस्थित गुरूग्राम महानगर विकास प्राधिकरण (जीएमडीए) के अधिकारियों ने बताया कि उनके द्वारा बादशाहपुर ड्रेन की सफाई का कार्य तेजी से करवाया जा रहा है। इसके साथ ही मास्टर ड्रेनेज व सरफेस ड्रेनेज की सफाई व मरम्मत का कार्य भी चल रहा है। अतिरिक्त निगमायुक्त ने इस कार्य में और अधिक तेजी लाने के निर्देश दिए। अधिकारियों ने बताया कि अरावली क्षेत्र में बनी चारों क्रीक्स की सफाई का कार्य पूरा कर लिया गया है। पर डा. सिंह ने कहा कि इस बारे में जीएमडीए अधिकारी सर्टिफाई रिपोर्ट उनके पास भिजवाएं।

अतिरिक्त निगमायुक्त ने नगर निगम गुरूग्राम के चारों संयुक्त आयुक्तों से कहा कि वे अपने-अपने जोन का दौरा करें तथा ड्रेनेज व सीवरेज सफाई कार्य की निगरानी करें। इसके साथ ही इंजीनियर अपने-अपने डिवीजन में जलभराव के संभावित स्थानों पर जलनिकासी के पुख्ता प्रबंध मानसून से पूर्व ही पूरे कर लें, ताकि बरसात आने पर जलभराव की समस्या ना हो और नागरिकों को किसी भी प्रकार की परेशानी ना आए। उन्होंने कहा कि सीवरेज व ड्रेनेज कार्य से संबंधित एस्टीमेट या टैंडर की स्वीकृति चुनाव आयोग से ली जानी है, उसका प्रस्ताव जल्द भिजवाना सुनिश्चित करें। उन्होंने कहा कि सभी संबंधित विभाग आपसी तालमेल के साथ काम करते हुए अपनी जिम्मेदारियों को पूरा करें।

बैठक में जलभराव के संभावित स्थानों की समीक्षा की गई। इनमें लक्ष्मण विहार, शीतला माता रोड़, बजघेड़ा रोड़, डूंडाहेड़ा, सूर्या विहार कापसहेड़ा बॉर्डर, आर्टिमिस अस्पताल के पास, लघु सचिवालय के पास, हीरो होंडा चौक से उमंग भारद्वाज चौक, सेक्टर-66/67 डिवाइडिंग रोड़, गोल्फ कोर्स रोड़, नरसिंहपुर, गाड़ौली, बस स्टैंड के पास, भीम नगर ऑटो मार्केट, कन्हैयी, साउथ सिटी-1 सहित अन्य संभावित स्थानों के बारे में अधिकारियों ने बताया कि जलनिकासी संबंधी कार्य किए जा रहे हैं। जिन स्थानों पर पंप एवं मशीनरी की आवश्यकता होती है, वहां पर मानसून से पूर्व पुख्ता प्रबंध कर लिए जाएंगे। अतिरिक्त निगमायुक्त ने कहा कि इस मामले में किसी भी प्रकार की लापरवाही बर्दाश्त नहीं जाएगी तथा संबंधित के खिलाफ नियमानुसार कार्रवाई होगी।

बैठक में संयुक्त आयुक्त सुमन भांकर, डा. नरेश कुमार, अखिलेश यादव व विजय यादव, जीएमडीए के कार्यकारी अभियंता विक्रम सिंह, नगर निगम के कार्यकारी अभियंता हरीश कुमार, संजीव कुमार व मनोज कुमार सहित एनएचएआई के अधिकारीगण उपस्थित थे।

error: Content is protected !!