किसान, मजदूर व आढ़तियों से बदला ले रही सरकार, इसलिए नहीं कर रही सरसों व गेहूं की खरीद- दीपेंद्र हुड्डा

किसानों की एमएसपी, मंडी मजदूरों की दिहाड़ी व व्यापरियों की आढ़त खत्म करना चाहती है बीजेपी- दीपेंद्र हुड्डा

किसान, मजदूर व व्यापारी वोट की चोट से सिखाएंगे बीजेपी को सबक- दीपेंद्र हुड्डा

रोहतक, 2 अप्रैलः राज्यसभा सांसद दीपेंद्र सिंह हुड्डा का कहना है कि भाजपा सरकार किसान, मजदूर और आढ़तियों से बदला ले रही है। क्योंकि इन तीनों ने मिलकर तीन कृषि कानून को लागू नहीं होने दिया और हरियाणा में प्राइवेट मंडियां नहीं बनने दी थी। इसी बौखलाहट के चलते अब सरकार जानबूझकर सुचारू रूप से सरसों और गेहूं की खरीद नहीं कर रही। सरकार साजिश के तहत किसानों को प्राइवेट एजेंसियों के हवाले कर रही है। प्राइवेट खरीदार किसानों की मजबूरी का लाभ उठाते हुए एमएसपी से 1000 रुपये कम रेट पर सरसों खरीद रहे हैं। 1 तारीख से खरीद का ऐलान करने के बावजूद गेंहू की सुचारू खरीद भी अबतक शुरू नहीं हुई।

सांसद दीपेंद्र आज सांपला मंडी का दौरा करने पहुंचे थे। इस मौके पर उन्होंने किसान, मजदूर व व्यापारियों की समस्याएं सुनी। व्यापारियों ने बताया कि मौजूदा सरकार की नीतियों से प्रत्येक वर्ग पीड़ित है। आढ़तियों को इस बात का अंदाजा तभी हो गया था, जब ये सरकार 3 कृषि कानून लेकर आई थी। क्योंकि इन कानूनों से सिर्फ किसान ही नहीं, मजदूर व व्यापारी सबसे ज्यादा प्रभावित होते। इसलिए सभी ने इनका डटकर मुकाबला किया। लेकिन ये सरकार अब अप्रत्यक्ष तौर पर उन्हें लागू करके एमएसपी, मंडी, मंडी मजदूरों व आढ़तियों को खत्म करना चाहती है।

किसानों ने दीपेंद्र हुड्डा को बताया कि एक बार फिर उन्हें पोर्टल और रजिस्ट्रेशन में गड़बड़झाले का खामियाजा भुगतना पड़ रहा है। कहीं गेहूं की जगह सरसों का पंजीकरण कर दिया गया है तो कहीं सरसों की जगह गेहूं का। डाटा मिसमैच होने की वजह से कई दिनों से फसल लेकर मंडी में बैठे किसानों से खरीद नहीं हो रही। इतना ही नहीं, मंडी में ना बारदाने की पूरी व्यवस्था है और ना ही रखरखाव के लिए तिरपाल का बंदोबस्त किया गया है। अगर बारिश होती है तो किसान की फसल भगवान भरोसे है।

मजदूरों ने बताया कि लगातार उनकी दिहाड़ी में सरकार द्वारा कटौती की जा रही है। हर सीजन में भुगतान में भी देरी होती है। बड़े दुख की बात है कि ये सरकार गरीब मजदूरों का पैसा खाने से भी गुरेज नहीं करती। वहीं, प्रदेशभर के आढ़ती भी हड़ताल पर हैं। क्योंकि बीजेपी-जेजेपी सरकार ने उनकी आढ़त कम कर दी। जबकि कांग्रेस कार्यकाल के दौरान उनको ढाई प्रतिशत कमीशन मिलता था। दीपेंद्र सिंह हुड्डा ने कहा कि सरकार किसान, मजदूर और व्यापारियों की मांगों का संज्ञान ले और उन्हें तुरंत पूरा करे। पिछले 10 साल की अनदेखी व प्रताड़ना का बदला ये लोग आने वाले चुनाव में वोट की चोट से लेंगे।

सांसद दीपेंद्र आज कांग्रेस के ‘घर-घर कांग्रेस, हर घर कांग्रेस’ अभियान के तहत सांपला पहुंचे थे। उन्होंने यहां घर और दुकानों में जाकर लोगों से बात की। इस मौके पर पत्रकारों से बातचीत में उन्होंने रोहतक से जीत का दावा किया।

दीपेंद्र हुड्डा ने कहा कि जनता इस बात से आहत है कि मौजूदा सांसद इलाके में विकास की कोई नई परियोजना नहीं ला सके। इतना ही नहीं, भाजपा सांसद केंद्र सरकार से मिलने वाली अपनी सांसद निधि को भी जनता पर खर्च नहीं कर सके। 5 साल के कार्यकाल में उन्होंने सिर्फ ढाई करोड रुपए खर्च किए। अपनी राशि खर्च करने में हरियाणा के तमाम सांसदों में वो पीछे रहे हैं। जनता इसबार इन तमाम मुद्दों को ध्यान में रखते हुए वोट करेगी। रोहतक ही नहीं पूरे हरियाणा में कांग्रेस की स्थिति लगातार मजबूत हो रही है। जो राजनीतिक विश्लेषक अबतक सिर्फ रोहतक में कांग्रेस की जीत तय मान रहे थे, वो अब 6 सीटों पर कांग्रेस के जीतने का दावा कर रहे हैं। लेकिन जब कांग्रेस उम्मीदवारों का ऐलान होगा तो हरियाणा में यह आंकड़ा 10 सीटों पर पहुंचेगा।

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