चेहरों की अदला-बदली से नहीं बदलेगा जनता का मत, बीजेपी को बदलने का मन बना चुके लोग- दीपेंद्र हुड्डा

फिरौती, अपहरण और हत्या जैसी वारदातों का सबसे बड़ा शिकार व्यापारी वर्ग- दीपेंद्र हुड्डा

शहर की सीवरेज व सफाई व्यवस्था चरमराई, पीने का साफ पानी तक नहीं दे पा रही भाजपा- दीपेंद्र हुड्डा

रोहतक, 3 अप्रैलः बीजेपी अब लोकसभा के उम्मीदवार बदले, अपने सारे मंत्री बदले या फिर से मुख्यमंत्री को बदल दे। चेहरों की इस अदला-बदली से अब जनता का मत नहीं बदलने वाला। क्योंकि जनता बीजेपी को ही बदलने का मन बना चुकी है। ये कहना है राज्यसभा सांसद दीपेंद्र सिंह हुड्डा का। दीपेंद्र हुड्डा आज ‘घर-घर कांग्रेस, हर घर कांग्रेस’ अभियान के तहत गांधी कैंप इलाके में पहुंचे थे। यहां उन्होंने घर और दुकानों में जाकर लोगों से बात की।

इस मौके पर भाजपा द्वारा तीन लोकसभा प्रत्याशियों को बदले जाने के कयास पर पत्रकारों ने दीपेंद्र हुड्डा से प्रतिक्रिया मांगी। इसके जवाब में उन्होंने कहा कि बीजेपी इस चुनाव में अपनी हार मान चुकी है। इसलिए वह चेहरों को बदलकर जनता के मत को बदलने की नाकाम कोशिश कर रही है। सच्चाई यह है कि जनता को सिर्फ बीजेपी के चेहरों से नहीं, बल्कि बीजेपी की नीतियों के प्रति नाराजगी है। ये वो नीतियां है जिनके चलते किसान, मजदूर, कामगार, कर्माचारी और व्यापारी समेत हर वर्ग प्रताड़ना झेल रहा है।

गांधी कैंप इलाके में खुद व्यापारियों ने बताया कि उनसे फिरौती मांगने की वारदातें आम हो गई हैं। ऐसा लगता है बदमाशों के जहन में पुलिस या सरकार का रत्तीभर भी डर नहीं है। एक के बाद एक व्यापारी लोग फिरौती, अपहरण और हत्या जैसी वारदातों के शिकार हो रहे हैं। लेकिन सरकार तमाशबीन बनी सब देख रही है।

बातचीत के दौरान लोगों ने राज्यसभा सांसद को सड़क, बिजली, पानी जैसी समस्याओं के बारे में भी बताया। उन्होंने बताया कि पूरा शहर बारिश के दर से सहम जाता है। क्योंकि हल्की-सी बारिश सड़कों और गलियों को तालाब बना देती है। सीवरेज और सफाई व्यवस्था बुरी तरह चरमराई हुई है।

दीपेंद्र हुड्डा ने कहा कि बीजेपी रोहतक की जनता को पीने के लिए साफ पानी तक मुहैया नहीं करवा पा रही। घरों में गंदगी भरा पानी सप्लाई किया जा रहा है, जिसकी वजह से लोग घातक बीमारियों के शिकार हो रहे हैं। इसके सबसे ज्यादा शिकार छोटे-छोटे बच्चे होते हैं।

जनता ने कहा कि बीजेपी ने बड़े-बड़े वादे और दावे करके पिछले चुनाव में उनसे वोट ली थी। लेकिन उनमें से एक भी वादा पूरा नहीं हुआ। अब अगर बीजेपी का कोई नुमाइंदा उनके बीच में आएगा तो पहले उसे 5 साल और पिछले चुनाव में किए गए वादों का हिसाब देना होगा। जनता अपने वोट की ताकत से बीजेपी को सबक सिखाने का काम करेगी।

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