सोने जैसी चमक रही गेहूं की फसल पर आसमानी आफत ओले की मार से चटकी सरसों की फलियां काला सोना जमीन पर बिखरा बरसात और ओलावृष्टि के बाद मंडी में देर से पहुंचेगी गेहूं की फसल फतह सिंह उजाला गुरुग्राम / पटौदी । बरसात, ओलावृष्टि और तेज हवा की मार के कारण अनेक गांव में 70 प्रतिशत तक फसलों के नुकसान होने का आकलन किया गया जा रहा है । गौरतलब है कि एक दिन पहले शाम के समय अचानक मौसम बदलने से तेज हवा के साथ आसमानी बर्फ गिरने से फसलों के साथ-साथ किसानों पर भी आफत का पहाड़ टूट गया। किसान एक तरफ तो अपनी सरसों की फसल अथवा काला सोना मंडी में बेचने के लिए लगे हुए हैं। दूसरी तरफ अभी भी बहुत से गांव में काला सोना सरसो की फसल कटाई के बाद खेतों में ही सरसो के दाने निकालने के लिए पड़ी हुई है । इसी कड़ी में गेहूं की फसल पकाने के साथ ही सोने के जैसी चटक धूप में दूर से ही दिखाई देती है । लेकिन यह सोने की फसल अब आसमानी बर्फबारी के बाद खेतों में ही नष्ट हो गई। जानकारी के मुताबिक बरसात और हवा के साथ आसमानी बर्फबारी शहरी क्षेत्र के विपरीत ग्रामीण अंचल में अधिक हुई है । लगभग 20 मिनट तक बरसात तेज हवा और आसमानी बर्फबारी का तांडव होता रहा। ग्रामीण अंचल के फसली नुकसान से पीड़ित और प्रभावित किसानों के मुताबिक मानेसर, पटौदी, फरुखनगर और साथ लगते रेवाड़ी जिला के धारूहेड़ा तथा आसपास के गांवो में गेहूं की फसल, जो की फसल और सरसों की फसल को भारी नुकसान होना बताया गया है । गांव मऊ लोकरी, दरापुर, भूडका, बोहड़ा खुर्द, खलीलपुर, खेतीयावास, माहनियावास, काकोड़िया, बलेवा, घिलनावास सहित अनेक गांवों में ओलावृष्टि के कारण फसलों को भारी नुकसान हुआ है। प्राकृतिक आपदा के कारण फसलों के हुए नुकसान से जहां किसानों के सामने आर्थिक संकट से इनकार नहीं किया जा सकता । वहीं जिस प्रकार से फसल तेज हवा और बरसात के कारण खेतों में टूट कर गिर गई, उसे देखते हुए पशुओं के चारे का भी आने वाले समय में किसने और पशु पलकों को संकट झेलना पड़ सकता है । जानकारों का कहना है कि इस बात से भी इनकार नहीं किया जा सकता आने वाले समय में पशु चारे के दाम आसमान पर पहुंच सकते हैं। दूसरी और सरसों की फसल की कटाई के बाद बचे हुए सरसों की फसल के अवशेष देहात में ईंधन के तौर पर भी इस्तेमाल किए जाते हैं । जिस प्रकार से फसलों को नुकसान होना बताया जा रहा है, उसे देखते हुए देहात में पारंपरिक चूल्हे के इंधन की भी समस्या होना आंका गया है। पीड़ित और प्रभावित किसानों का कहना है कि सरकार जल्द से जल्द विशेष गिरदावरी करवरकर फसली नुकसान की भरपाई करें। निर्धारित मुआवजा से अधिक मिले मुआवजा शनिवार को पटौदी के विधायक एडवोकेट सत्य प्रकाश जरावता ने फसली नुकसान प्रभावित गांवो का दौरा किया । उन्होंने कहा हरियाणा सरकार के द्वारा क्षतिपूर्ति पोर्टल खोल दिया गया है। फसलों में हुए नुकसान को इस पोर्टल पर दर्ज करवाया जाए। उन्होंने इसी मौके पर कहा बहुत से गांव में फसले 100 प्रतिशत नष्ट हो गई है । ना खाने के लिए दाने है और ना ही पशु चारे के लिए फसल अवशेष बचे। उन्होंने कहां कृषि मंत्री कंवरपाल गुर्जर के तुरंत प्रभाव से संज्ञान लेने पर क्षतिपूर्ति पोर्टल खोला गया है। विधायक सत्य प्रकाश ने मांग करते हुए कहा जल्द से जल्द स्पेशल गिरदावरी करवा कर स्पेशल मुआवजा का भुगतान पीड़ित किसानों को किया जाए । उन्होंने इस बात पर अधिक जोर दिया निर्धारित मुआवजा से किसानों को अतिरिक्त मुआवजा का भुगतान किया जाए। Post navigation प्राइवेट स्कूलों का हरियाणा सरकार पर वादा खिलाफी का आरोप ! कुल पैदावार का 25 प्रतिशत ही सरसों खरीद का लक्ष्य !