डीसी निशांत कुमार यादव ने हॉकी ग्राउंड पर पहुँच, खेल सुविधाओं का लिया जायजा गुरूग्राम में अंतरराष्ट्रीय स्तर का एस्ट्रोटर्फ बनने से लौटेगा हरियाणा हॉकी का सुनहरा दौर : डीसी गुरूग्राम में हॉकी खिलाड़ियों का जल्द ही एस्ट्रोटर्फ मैदान पर हॉकी खेलने का सपना पूरा होने वाला है। सिविल लाइन्स स्थित नेहरू स्टेडियम में 7.79 करोड़ की लागत से बनकर तैयार गुरूग्राम, 29 मार्च। अंतरराष्ट्रीय स्तर के एस्ट्रोटर्फ मैदान में सभी तैयारियों को अंतिम रूप दिया जा रहा है। सभी काम निर्धारित लक्ष्यों के साथ पूर्ण हो इसे लेकर डीसी निशांत कुमार यादव ने शुक्रवार की सुबह एस्ट्रोटर्फ मैदान का निरीक्षण कर संबंधित अधिकारियों व निर्माण से जुड़ी एजेंसी को आवश्यक दिशा निर्देश दिए। डीसी निशांत कुमार यादव ने बताया कि गुरूग्राम में बहुप्रतीक्षित एस्ट्रोटर्फ ग्राउंड का काम पिछले साल 14 मार्च को शुरू किया गया था। जोकि अब बनकर तैयार हो चुका है। उन्होंने बताया कि एस्ट्रोटर्फ पर अभी फिनिशिंग का कुछ काम बचा हुआ है जिसे आगामी कुछ दिनों में पूरा कर लिया जाएगा। डीसी ने कहा कि इस नए टर्फ को बरसात के समय जलभराव से बचाने के लिए मौजूदा ग्राउंड को करीब ढाई फुट तक ऊंचा उठाया गया है। गुरुग्राम में हॉकी ग्राउंड पर तैयार इस नए टर्फ से हॉकी खिलाड़ियों के खेल को एक नई दिशा मिलेगी। जिससे वे अंतरराष्ट्रीय खेल स्पर्धाओं में देश का नाम रोशन कर सकेंगे। डीसी ने कहा कि एक समय था जब पंजाब की तरह हरियाणा प्रदेश के हॉकी खिलाड़ियों की भी राष्ट्रीय व अंतरराष्ट्रीय स्तर पर एक विशेष पहचान थी। ऐसे में गुरूग्राम में इस नए एस्ट्रो टर्फ के बनने से हरियाणा की हॉकी खासकर गुरूग्राम का वह सुनहरा दौर फिर से लौटने वाला है। डीसी ने इस दौरान उपस्थित खिलाड़ियों से स्टेडियम में दी जा रही सुविधाओं का फीडबैक लेकर, खेल विभाग के अधिकारियों को वर्ष 2024-25 का खेल प्लान तैयार करने के निर्देश दिए, ताकि प्लान के मुताबिक खेल सुविधाओं का विस्तार किया जा सके।उन्होंने कहा कि अधिकारी यह सुनिश्चित करें कि खेलों के लिए पर्याप्त कोच व सामान उपलब्ध हो, ताकि किसी भी खिलाड़ी को खेल प्रशिक्षण में किसी प्रकार की असुविधा ना हो। खेल विभाग के उप निदेशक गिरिराज यादव ने एस्ट्रोटर्फ से जुड़ी विस्तृत जानकारी देते हुए बताया कि यह मैदान 91.40 मीटर लंबा और 55 मीटर चौड़ा है, वहीं इसमें 6 स्प्रिंकलर लगाए गए हैं, जो 45 से 50 मीटर की दूरी कवर करते हैं। एस्ट्रोटर्फ को लगातार पानी की आवश्यता होती है इसके लिए मैदान के पास पानी का टैंक बनवाया गया है। स्प्रिंकलर इतने पावरफुल हैं कि पूरे मैदान पर 7 से 10 मिनिट में पानी से छिड़काव किया जा सकेगा। मैदान की तीन दिशाओं में करीब 35 से 40 खिलाड़ियों के बैठने की व्यवस्था की गई है। वहीं मैदान के चारों ओर 15 फ़ीट के करीब लोहे को जाली लगाई गई है। जिला खेल अधिकारी रामनिवास ने डीसी निशांत कुमार यादव को बताया कि पूर्व में यहां हॉकी के 150 से अधिक खिलाड़ी हॉकी की प्रैक्टिस करते थे। जोकि अभी 80 के करीब हैं। उन्होंने बताया कि नेहरू स्टेडियम में इस नए एस्ट्रोटर्फ के शुरू होने के उपरांत यह संख्या और बढ़ेगी। इस दौरान उन्होंने डीसी के समक्ष हॉकी के छोटे ग्राउंड के जीर्णोद्धार का विषय भी रखा। जिस पर डीसी निशांत कुमार यादव ने लोकसभा चुनाव के उपरांत जिला खेल समिति की बैठक बुलाकर इस पर सार्थक निर्णय लेने का आश्वासन भी दिया। इस दौरान हॉकी प्रशिक्षक अशोक कुमार सहित काफी संख्या में विभिन्न खेलों के कोच व खिलाड़ी उपस्थित रहे। Post navigation पंजीकृत किसानों की कृषि भूमि के मिलान का अधिकांश कार्य हुआ पूरा-डीसी उपभोक्ताओं के ख़राब मीटरों को बदलें – पीसी मीणा