पहले ईडी, सीबीआई, आईटी विभिन्न उद्योगपतियों के यहां छापे मारती है, फिर छापे के एक से चार माह के अंदर इन्ही कम्पनियों से इलक्टोरल बांड के नाम करोडों रूपये का चंदा भाजपा को मिलता है : विद्रोही

जिन-जिन कम्पनियों के यहां ईडी, सीबीआई, आईटी ने छापा मारा, उन सभी कम्पनियों ने छापा पडने व केस दर्ज होने के बाद अरबों रूपये के इलक्टोरल बांड खरीदे और ये बांड किस राजनीतिक किय दल को दिया, यह बताना भी बेमानी है : विद्रोही

भारत की राजनीति में नया एजेंडा चलाया है। चंदा दो-धंधा लो, चंदा दो, सीबीआई, ईडी, ईडी रेड से मुक्ति पाओ : विद्रोही

16 मार्च 2024 – स्वयंसेवी संस्था ग्रामीण भारत के अध्यक्ष एवं हरियाणा प्रदेश कांग्रेस कमेटी के प्रवक्ता वेदप्रकाश विद्रोही ने आरोप लगाया कि सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद इलक्टोरल बांड के माध्यम से विगत 6 सालों में राजनीतिक दलों को दिये गए चंदे का ब्यौरा चुनाव आयोग की वैबसाईट में सामने आया है, उस ब्यौरे में मोदी-भाजपा का भ्रष्ट, लुटेरा, रिश्वतखोर चेहरा तो उजागर कर ही दिया, साथ में यह भी साबित कर दिया है कि मोदी-भाजपा ने सत्ता दुरूपयोग से जांच एजेंसियों ईडी, सीबीआई, आईटी को अवैध वसूली गिरोह में बदल दिया है। विद्रोही ने कहा कि न खाऊंगा और न खाने दूंगा का झूठा राग अलापने वाले मोदी का इलक्टोरल बांड ने असली चेहरा बेनकाब करके पूरी दुनिया को बता दिया है कि भारत के प्रजांतात्रिक इतिहास में मोदी ऐसे प्रधानमंत्री है जो सबसे भ्रष्ट व लुटेरे व्यक्ति है। वहीं जो ब्यौरा सामने आया है, उससे यह भी तथ्य सामने आ रहा है कि प्रधानमंत्री के रूप में मोदी जांच एजेंसियों के दुरूपयोग से दुनिया का सबसे बड़ा वसूली गिरोह चला रहे है। मोदी के आदेश से पहले ईडी, सीबीआई, आईटी विभिन्न उद्योगपतियों के यहां छापे मारती है, फिर छापे के एक से चार माह के अंदर इन्ही कम्पनियों से इलक्टोरल बांड के नाम करोडों रूपये का चंदा भाजपा को मिलता है। विद्रोही ने कहा कि जिन-जिन कम्पनियों के यहां ईडी, सीबीआई, आईटी ने छापा मारा, उन सभी कम्पनियों ने छापा पडने व केस दर्ज होने के बाद अरबों रूपये के इलक्टोरल बांड खरीदे और ये बांड किस राजनीतिक किय दल को दिया, यह बताना भी बेमानी है। इतना ही नही जिन कम्पनियों को बडे-बडे सरकारी ठेके मोदी सरकार ने दिये, उन कम्पनियों ने भी ठेके मिलते ही इलक्टोरल बांड खरीदकर भाजपा को रिश्वत के रूप में अरबो-खरबो रूपये का चंदा दिया।  

विद्रोही ने आरोप लगाया कि मोदी ने भारत की राजनीति में नया एजेंडा चलाया है। चंदा दो-धंधा लो, चंदा दो, सीबीआई, ईडी, ईडी रेड से मुक्ति पाओ। चंदा दो भ्रष्टाचार करो, खुद भी खाओ और मुझे भी जमकर खिलाओ। मोदी ने सत्ता दुरूपयोग से इलक्टोरल बांड के नाम पर रिश्वत लेने को भी कानूनी रूप से वैध बना दिया। इलक्टोरल बांड के खुलासे ने साबित कर दिया है कि मोदी-भाजपा जैसे भ्रष्ट, लुटेरे न कभी वोट की ताकत से सत्ता में आये है और न ही कभी भविष्य में आने की संभावना है। ईमानदारी का ढोल पीटकर जनता को ठगने वाले मोदी-भाजपा इलक्टोरल बांड खुलासे ने दुनिया के सामने सबसे बड़े भ्रष्ट, लुटेरे, घोटालेबाज, अवैध वसूली करने वाले ठग साबित कर दिये। विद्रोही ने सुप्रीम कोर्ट से मांग की कि वे स्वत: संज्ञान लेकर मोदी-भाजपा द्वारा सरकारी ठेके देने नाम पर विभिन्न उद्योगपतियों से इलक्टोरल बांड के माध्यम से ली गई रिश्वत व ईडी, आईटी, सीबीआई छापों के नाम पर की गई अवैध वसूली की स्वतंत्र, निष्पक्ष जांच सुप्रीम कोर्ट की निगरानी में करवाकर रिश्वतखोर, घोटालेबाज, सत्ता बल पर अवैध वसूली का धंधा चलाने वाले मोदी व उनको सहयोग करने वाले अधिकारियों को कानून अनुसार दंडित करने का रास्ता साफ करे।      

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