-कमलेश भारतीय

महिला दिवस पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रसोई गैस सिलेंडर सौ रुपये सस्ता करने की घोषणा करते कहा कि इससे नारी शक्ति का जीवन आसान होने के साथ साथ करोड़ों परिवारों का आर्थिक बोझ कम होगा । यह लोकसभा चुनाव से पहले नारी का वंदन कहा जा रहा है । दामों में कटौती शनिवार से लागू भी हो गयी है । जानी, इसे कहते हैं चुनाव मैनेजमेंट‌! झटपट फैसला, झटपट लागू ! इधर सोचा, उधर‌ कर दिया लागू ‌। असल में तो यह काम विपक्ष का था कि रसोई गैस सिलेंडर की इतनी बढ़ीं कीमतों का विरोध करता लेकिन विपक्ष तो पता नहीं कौन से न्याय के लिए यात्रा पर है ? इतना बड़ा जनसाधारण का मुद्दा विपक्ष से औझल‌ कैसे रहा ? कहां तो पांच रुपए रसोई गैस सिलेंडर की कीमत बढ़ने पर स्मृति ईरानी ने तब प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह को चूड़ियाँ भेजने की बात की थी और सिलेंडर के साथ सड़क पर प्रदर्शन किया था और कहाँ यह विपक्ष जिसके सामने रसोई गैस सिलेंडर की कीमत पांच सौ से बढ़ती बढ़ती दुगुनी हो गयी लेकिन विपक्ष सोया रहा ।

कीमतें बढ़ाने और घटाने दोनों का श्रेय भाजपा ने ही ले लिया । इसे कहते हैं मैनेजमेंट‌ ! रसोई गैस सिलेंडर की कीमतों को विपक्ष ने कभी गंभीरता के साथ नहीं उठाया । हां, इतना जरूर कहा गया कि हम सत्ता में आये तो रसोई गैस सिलेंडर की कीमत फिर से पांच सौ रुपये कर देंगे । वो तो तब की बात जब आप सत्ता में आयेंगे तो उससे पहले कुछ नहीं करना था आपने ? जनता का बहुत बड़ा मुद्दा था यह‌‌ और सरकार ने ही इसे हल करने का श्रेय भी ले लिया । कभी लोकसभा चुनाव की घोषणा से पहले ऐसी कुछ और घोषणायें हो सकती हैं और विपक्ष मात खाता जायेगा । ऐसे ही कभी पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गाँधी विपक्ष को निहत्था कर देने के फैसले लिया करती थी और विपक्ष देखता रह जाता था ।

मेरी दुआ है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी किसानों की तकलीफ को भी महसूस करें और उनको बिना आंदोलन के और बिना किसान दिवस के एमएसपी का तोहफा दे दें । अन्नदाता का भी तो‌ ध्यान रखना जरूरी है ।
9416047075

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