• सरकार तुरंत बिना शर्त स्पेशल गिरदावरी कराकर किसानों को प्रति एकड़ कम से कम ₹40,000 मुआवजा दे – दीपेन्द्र हुड्डा

• फसलों का बीमा नहीं करवाने वाले किसानों और ठेके पर जमीन लेकर खेती करने वाले भूमिहीन किसानों समेत कृषि मजदूरों को भी मुआवजा दिया जाए – दीपेन्द्र हुड्डा

• मुआवजे में 5 एकड़ की सीमा को ख़त्म किया जाए ऐसी शर्तों से किसान हतोत्साहित होते हैं – दीपेन्द्र हुड्डा

• किसानों को पोर्टल के भरोसे छोड़कर सरकार अपना पल्ला न झाड़े, पोर्टल न चलने, सर्वर डाउन होने से किसान मुआवजा भी क्लेम नहीं कर पा रहे – दीपेन्द्र हुड्डा

• बारिश और ओलावृष्टि से किसान की फसल तो बर्बाद हुई ही सरकार के 300 करोड़ रुपए खर्च करके सफाई कराने के दावों की भी पोल खुल गई– दीपेन्द्र हुड्डा

• दीपेन्द्र हुड्डा ने हरियाणा ग्रामीण चौकीदार सभा के धरने पर पहुंच अपना पूर्ण समर्थन और कांग्रेस सरकार बनने पर मांगों को पूरा करने का भरोसा दिया

रोहतक, 6 मार्च। सांसद दीपेन्द्र हुड्डा के नेतृत्व में आज किसानों ने बेमौसमी बारिश और ओलावृष्टि से बर्बाद फसलों के मुआवजे की मांग हेतु उपायुक्त रोहतक के माध्यम से हरियाणा सरकार को ज्ञापन सौंपा। अंबेडकर चौक स्थित कांग्रेस भवन पर एकत्र किसान दीपेन्द्र हुड्डा के साथ पैदल चलकर उपायुक्त रोहतक कार्यालय पहुंचे। अपने ज्ञापन में उन्होंने मांग करी कि पिछले दिनों हुई बेमौसमी बारिश और ओलावृष्टि से किसानों को बड़े पैमाने पर नुकसान हुआ है। खेतों में फसल तैयार हो गई थी, लेकिन मौसम की मार से सैंकड़ों एकड़ खड़ी फसल पूरी तरह बर्बाद हो गई। कई जगह तो 100% तक फसल खराबा हुआ है। सरकार तुरंत बिना शर्त स्पेशल गिरदावरी कराकर किसानों को प्रति एकड़ कम से कम ₹40,000 मुआवजा दे। मुआवजे की राशि उन किसानों को भी दी जाए, जिन्होंने फसलों का बीमा नहीं करवाया है और जिन्होंने ठेके पर जमीन लेकर खेती की है। खेतों में खड़ी फसल खराब होने से जिन कृषि मजदूरों की आमदनी का कोई जरिया नहीं बचा, उन्हें भी मुआवजा दिया जाए। दीपेन्द्र हुड्डा ने मुआवजे में 5 एकड़ की सीमा को ख़त्म करने की मांग करते हुए कहा कि ऐसी शर्तों से किसान हतोत्साहित होते हैं इसलिए फसल खराबे का पूरा मुआवजा दिया जाए।

दीपेन्द्र हुड्डा ने यह भी कहा कि किसानों ने महंगा डीजल और महंगी खाद खरीद कर बड़ी मेहनत से फसल तैयार की थी, जो बारिश और ओलावृष्टि से बर्बाद हो गई। किसान आर्थिक रूप से बिल्कुल तबाह हो गया है। दीपेन्द्र हुड्डा ने कहा कि सबसे बुरी हालत उस भूमिहीन किसान की है जिसने जमीन को ठेके पर लेकर खेती की थी। ऐसे में किसानों को नुकसान की भरपाई के लिए तुरंत मुआवजे की जरूरत है, ताकि उन्हें कुछ राहत मिल सके।

उन्होंने कहा कि किसानों को पोर्टल के भरोसे छोड़कर सरकार अपना पल्ला न झाड़े। क्योंकि, पोर्टल में कभी सर्वर डाउन की समस्या रहती है तो कभी तकनीकी समस्या के चलते पोर्टल अधिकांशतः ठप रहते हैं। ऐसे में पोर्टल न चलने से परेशान किसान मुआवजा क्लेम भी नहीं कर पा रहे हैं, मजबूरन उनको अपनी जायज मांग के लिए भी सड़कों पर धरना-प्रदर्शन करना पड़ रहा है। हरियाणा के कई जिलों में 3-4 साल का मुआवजा नहीं मिला। आज भी सैंकड़ों करोड़ का मुआवजा बकाया है। सांसद दीपेन्द्र हुड्डा ने रोहतक शहर की समस्याओं से जुड़ा ज्ञापन भी उपायुक्त को सौंपा। दीपेन्द्र हुड्डा ने कहा कि बारिश और ओलावृष्टि से किसान की फसल तो बर्बाद हुई ही सरकार के 300 करोड़ रुपए खर्च करके सफाई कराने के दावों की भी पोल खुल गई। मात्र आधे घंटे की बारिश में ही रोहतक के अधिकांश इलाकों में व्यापक स्तर पर जलभराव की समस्या देखी गई। जलनिकासी न होने से घुटनों तक पानी भर गया जिससे आम जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया। इसके बाद सांसद दीपेन्द्र हुड्डा हरियाणा ग्रामीण चौकीदार सभा के धरने पर पहुंचे और उनकी मांगों को जायज बताते हुए अपना पूर्ण समर्थन दिया। दीपेन्द्र हुड्डा ने कहा कि प्रदेश में चुनाव के बाद कांग्रेस सरकार बनने पर उनकी मांगों को पूरा किया जाएगा। इस अवसर पर प्रमुख रूप से विधायक बीबी बतरा, विधायक शकुंतला खटक, पूर्व विधायक संत कुमार मौजूद रहे।

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