लोकसभा चुनाव प्रबंधन समिति हरियाणा के संयोजक बने सुभाष बराला

विधायक असीम गोयल को सह संयोजक की जिम्मेदारी

भारत सारथी/ऋषि प्रकाश कौशिक

गुरुग्राम। कल हरियाणा भाजपा चुनाव समिति की बैठक हुई और इस बैठक में क्या हुआ, यह पूर्ण रूप से तो ज्ञात नहीं हो पाया है लेकिन यह अवश्य ज्ञात हुआ कि भाजपा दसों लोकसभा सीटों पर अपने उम्मीदवारों का पैनल भेज चुकी है।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की गत 16 फरवरी को रेवाड़ी में एम्स उद्घाटन अवसर पर हुई रैली के पश्चात यह अनुमान लगाए जा रहे थे कि जजपा को भी दो लोकसभा सीटों पर लडऩे का मौका मिलेगा और इन बातों को बल इसलिए मिल रहा था कि जजपा भी हरियाणा में हर संसदीय क्षेत्र में अपने चुनाव कार्यालय खोल रही है।

ऐसे में चर्चाओं का बाजार गर्म है और यह चर्चा है कि जजपा भी अपने उम्मीदवार उतारेगी। अन्यथा तो जजपा जो पहले ही अपनी अंदरूनी कलह से जूझ रही है, समाप्ति की तरफ अग्रसर हो जाएग।

हरियाणा में भाजपा की बागडोर मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर के हाथ ही है। हरियाणा भाजपा अध्यक्ष नायब सैनी भी इनके शिष्य माने जाते हैं और दूसरे शिष्य या अनुयायी के रूप में सुभाष बराला माने जाते हैं और मुख्यमंत्री ने आज भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा से सुभाष बराला को हरियाणा लोकसभा चुनाव प्रबंधन समिति का संयोजक भी बनवा दिया है। ऐसी स्थिति में यह चर्चाएं बलवती हो रही हैं कि भाजपा में ही जो लोग मुख्यमंत्री को पसंद नहीं करते, वे कहीं इन चुनावों में निष्क्रिय न हो जाएं।

वैसे भी सुना यह जा रहा है कि पहले नंबर पर सभी वर्तमान सांसदों का नाम हाईकमान को भेजा गया है, जबकि वर्तमान में कई सांसदों से मुख्यमंत्री के सामंजस्य की कमी नजर आती रही है। जिस प्रकार 2019 के चुनाव में जजपा ने जिन नेताओं को अन्य पार्टी में टिकट नहीं मिली थी, उन्हें अपनी टिकट पर लड़ाकर सत्ता में हिस्सेदारी पाई है। कहीं उसी प्रकार अब भी वह अपनी कार्यशैली को दोहराएंगे तो नहीं? अबकी बार तो सत्ता में भागी होने के कारण वह भाजपा के नेताओं से संपर्क में भी हैं।