गुरुग्राम – पटौदी सहित अन्य सब्जी मंडियो में शनिवार से अनिश्चितकालीन हड़ताल

सब्जी व्यापारियों की मांग दो प्रतिशत मार्केट फीस को समाप्त किया जाए 

शनिवार से आम आदमी की रसोई में बनेगा सब्जी का संकट

अनिश्चितकालीन हड़ताल की घोषणा से सब्जियों के दाम बढ़ना निश्चित 

फतह सिंह उजाला 

गुरुग्राम 9 फरवरी । शनिवार 10 फरवरी से गुरुग्राम और पटौदी सहित जिला और प्रदेश की विभिन्न बड़ी सब्जी मंडियो में अनिश्चितकालीन हड़ताल का बिगुल बजाया गया है। हड़ताल को सफल बनाने के लिए शुक्रवार को गुरुग्राम सब्जी मंडी आढती यूनियन गुरुग्राम और सब्जी व्यापारियों की अहम बैठक हुई। इस बैठक की अध्यक्षता यूनियन के प्रधान इंद्रजीत सिंह ठाकरान ने की।

गुरुग्राम जिला की सबसे बड़ी सब्जी मंडी में आयोजित इस बैठक में मुख्य रूप से महासचिव दिवाकर सपड़ा के अलावा दिपक, मोनू सैनी , हरिवंश मौर्या , पंडित  जगमाल , रबींद्र पंडित, भीम, कृष्ण  पाल , कमल अग्रवाल , खिललू राम , कमल किशोर  , जगदेव प्रसाद , बिल्लू, आशोक अन्य व्यापारी मौजूद रहे। इस बैठक में सब्जी मंडी यूनियन के पदाधिकारियों  ने साफ-साफ कहा हरियाणा सरकार सब्जी मंडी में लागू की गई दो प्रतिशत मार्केट फीस को जल्द से जल्द वापस लेकर इसे समाप्त करने की घोषणा करें । जब तक सरकार की तरफ से कोई ठोस आश्वासन नहीं मिलेगा, पूरे हरियाणा प्रदेश में सब्जी मंडी में हड़ताल जारी रहेगी।

जिस प्रकार से सब्जी मंडी की सब्जी व्यापारियों और आढतियो के द्वारा हड़ताल की घोषणा की गई है, उसे देखते हुए इस बात से इनकार नहीं की विवाह शादी के सीजन में फल और सब्जी सहित घर में दैनिक उपयोग के लिए इस्तेमाल होने वाली साग सब्जी का भी संकट बनना निश्चित है । इसके साथ ही होटल और ढाबे संचालकों के सामने भी ताजा साग सब्जी के लिए समस्या बनाना स्वाभाविक बात है । इसके अलावा जिस प्रकार से गुरुग्राम जिला सहित आसपास और पूरे हरियाणा प्रदेश में सब्जी मंडी में हड़ताल का बिगुल बजाया गया है, उसे देखते हुए शुक्रवार से ही सब्जियों के दाम में उछाल भी देखने के लिए मिला ।

इसी कड़ी में पटौदी सब्जी मंडी वेलफेयर एसोसिएशन के प्रधान देशराज, उप प्रधान अजय कुमार, पूर्व प्रधान राजेंद्र सैनी व अन्य सब्जी व्यापारियों का कहना है कि जिस प्रकार से सरकार के द्वारा सब्जी मंडी और सब्जी व्यापारियों से मार्केट फीस वसूली की जानी है, उसे ध्यान में रखते हुए छोटे व्यापारियों को मोटा नुकसान झेलना पड़ेगा। यह तो बिल्कुल भी संभव नहीं है कि जो माल व्यापारी ना खरीदे या मंडी में नहीं आए उस माल की सरकार को किस प्रकार से एडवांस में मार्केट फीस भुगतान किया जाए ? सूत्रों के मुताबिक अभी तक स्थानीय मार्केटिंग बोर्ड के द्वारा सब्जी मंडी में व्यापारियों के यहां फल फ्रूट और सब्जी की साप्ताहिक आवक को दर्ज कर मार्केट फीस वसूल की जा रही है । लेकिन सरकार के द्वारा फरमान जारी किया गया है कि 1 वर्ष की एडवांस मार्केट फीस फल फ्रूट और सब्जी व्यापारियों अथवा आदितियों को जमा करवानी होगी। इतना ही नहीं जो भी फीस का भुगतान किया जाएगा, प्रतिवर्ष उसमें  फीस  10 प्रतिशत की बढ़ोतरी भी की गई है।

सब्जी व्यापारियों के मुताबिक हरियाणा में कांग्रेस सरकार के कार्यकाल के दौरान सब्जी मंडी से मार्केट फीस पूरी तरह से समाप्त कर दी गई थी । लेकिन मौजूदा भारतीय जनता पार्टी और जननायक जनता पार्टी की गठबंधन सरकार के द्वारा कोरोना महामारी के दौरान फल फ्रूट सहित सब्जी पर दो प्रतिशत मार्केट फीस लागू की गई। इस प्रकार जो भी छोटे सब्जी व्यापारी हैं , उनका कामकाज प्रभावित होने के साथ-साथ आर्थिक नुकसान भी होने से इनकार नहीं किया जा सकता । हरियाणा सरकार को जल्द से जल्द अपना फैसला वापस लेते हुए दो प्रतिशत मार्केट फीस पूरी तरह से समाप्त कर देनी चाहिए। जब तक सरकार के द्वारा इस संदर्भ में ठोस आश्वासन नहीं मिलेगा तब तक सब्जी मंडी की हड़ताल जारी ही रहेगी।

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