16 फरवरी को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी रेवाड़ी पहुंचकर करेंगे एम्स का शिलान्यास*

माजरा गांव में होगा कार्यक्रम

1300 करोड़ खर्च कर केंद्र सरकार करेगी एम्स का निर्माण

750 बिस्तर के हॉस्पिटल सहित, 100 सीट का मेडिकल कालेज, नर्सिंग कालेज व 25 सुपर स्पेशलिटी डिपार्टमेंट्स की लगेगी ओपीडी

210 एकड़ में बनेगा देश का 22 वां एम्स

चंडीगढ़। केंद्र सरकार की ओर से देश का 22 वां एम्स हरियाणा के रेवाड़ी जिले के गांव माजरा में बनने जा रहा है जिसका शिलान्यास देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 16 फरवरी को करेंगे। इस अवसर पर रेवाड़ी के माजरा गांव में बड़ी जनसभा की जाएगी। केंद्रीय मंत्री राव इंद्रजीत सिंह ने यह जानकारी देते हुए बताया कि रेवाड़ी जिले के माजरा गांव में बनने वाले एम्स से हरियाणा के रेवाड़ी , महेंद्रगढ़ , भिवानी, रोहतक, झज्जर, मेवात, पलवल व फरीदाबाद सहित राजस्थान के अलवर व झुंझुनू जिलों को भी इसका फायदा मिलेगा। 210 एकड़ में बनने वाले एम्स की घोषणा 2019-20 के केंद्रीय बजट में वित्त मंत्री ने की थी। देश के इस 22वें एम्स में प्रत्यक्ष रूप से करीब 3000 व अप्रत्यक्ष रूप से करीब 10 हजार लोगों को रोजगार के अवसर मिलेंगे। प्रधानमंत्री स्वास्थ्य सुरक्षा योजना के तहत हरियाणा को केंद्र सरकार की ओर से सौगात मिली है।

हरियाणा की स्वास्थ्य सुविधाओं में मील का पत्थर साबित होने जा रहे रेवाड़ी के माजरा एम्स 750 बिस्तरों का अस्पताल होगा , जिसमें मेडिकल कॉलेज , नर्सिंग कॉलेज सहित आईसीयू स्पेशलिस्ट व सुपर स्पेशलिस्ट सहित करीब 1500 व्यक्तियों को प्रतिदिन ओपीडी में देखने की सुविधाएं होंगी। इसके अलावा प्राइवेट वार्ड , ट्रामा बेड व आयुष बेड की सुविधाएं भी कैंपस में मिलेंगे। कैंपस में नाइट शेल्टर, गेस्ट हाउस 1000 सीटों का ऑडिटोरियम , हॉस्टल व रेजिडेंसल सुविधाएं भी बनाई जाएंगी। इस एम्स में स्वास्थ्य सुविधाओं के बढ़ोतरी के साथ मेडिकल एजुकेशन , नर्सिंग और स्वास्थ्य संबंधित रिसर्च अनुसंधान को भी बढ़ावा मिलेगा।

दक्षिण हरियाणा के रेवाड़ी, महेंद्रगढ़, भिवानी , झज्जर मेवात के जिले के लोगों को स्वास्थ्य सुविधाओं के लिए रोहतक स्थित पीजीआईएमएस , गुरुग्राम स्थित निजी अस्पताल व राजस्थान के जयपुर के अस्पतालों पर इलाज के लिए निर्भर रहते हैं।
हरियाणा के झज्जर जिले के बाढसा में एम्स का नेशनल कैंसर इंस्टिट्यूट बनाया गया है जो पूरे देश के कैंसर रोगियों के इलाज के लिए लाभप्रद होगा। सरकार की ओर से यह स्पष्ट किया गया कि बाढसा नेशनल कैंसर इंस्टिट्यूट के रूप में कार्य करेगा जो की पूरी तरह एम्स दिल्ली की ओर से संचालित होगा। दिल्ली सहित देशभर के कैंसर रोगियों के लिए यह सेंटर लाभप्रद होगा और कैंसर अनुसंधान से संबंधित कार्य भी यही होंगे।

केंद्रीय राज्य मंत्री राव इंद्रजीत ने कहा कि प्रधानमंत्री 16 फरवरी को एम्स के खिलाना उसके साथ-साथ अन्य बड़ी परियोजनाओं का शिलान्यास करेंगे इस बारे में तैयारी की जा रही है।

प्रधानमंत्री , जेटली व नड्डा का सहयोग कभी नहीं भूला जा सकता – राव इंद्रजीत

केंद्रीय योजना व कॉर्पोरेट राज्यमंत्री राव इंद्रजीत सिंह ने इस योजना के बारे में बताया कि बावल विधानसभा की एक जनसभा में मुख्यमंत्री मनोहर लाल के सामने उन्होंने यह मांग रखी थी , जिसकी घोषणा मुख्यमंत्री ने उसी मंच पर कर दी। मनेठी के ग्रामीणों द्वारा मुफ्त में दी जाने वाली जमीन अरावली के वन क्षेत्र में आ गई जिसके कारण सरकार को भूमि के लिए गांव माजरा का रुख करना पड़ा और माजरा गांव के किसानों ने भी अपना बड़ा दिल दिखाते हुए इस योजना को सिरे चढ़ाने में अपनी महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। उन्होंने कहा कि रेवाड़ी एम्स के लिए एक बार तो अरावली वन क्षेत्र के कारण काले बादल मंडराने लगे थे । लेकिन वे लगातार प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, पूर्व वित्त मंत्री स्वर्गीय अरुण जेटली वर्तमान में उस समय के स्वास्थ्य मंत्री जेपी नड्डा के लगातार संपर्क में रहे। राव ने कहा कि झज्जर के बाढसा एम्स को लेकर भी केंद्र सरकार के अधिकारियों में भ्रांति बनी रही लेकिन प्रयासों से उसको दूर कर लिया गया। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की ओर से प्रत्येक राज्य में प्रधान मंत्री स्वास्थ्य सुरक्षा योजना के तहत एम्स देने की योजना शुरू की गई और हरियाणा को रेवाड़ी एम्स के रूप में उसका लाभ मिला है।

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