यहां आओ पेट भर भोजन पाओ और घर जाकर सो जाओ ……

जी हां यह है बाबा हरदेवा जाटोली वाले की अन्नपूर्णा रसोई

गरीब और जरुरतमंद लोगों के लिए निशुल्क भोजन का भंडार 

हेली मंडी में बाबा रोशन सिंह की धर्मशाला में यह सुविधा उपलब्ध

पुत्र ने पिता की इच्छा और पिता ने पुत्रों की भावना कर रखा सम्मान 

प्रतिदिन लगभग 600 लोगों को भोजन बनाकर खिलाया जा रहा

फतह सिंह उजाला 

पटौदी / हेलीमंडी  । न तो कोरोना महामारी या अन्य कोई महामारी का प्रकोप और ना ही लॉकडाउन है । कोरोना महामारी के दौरान लॉकडाउन के चलते असहाय जरूरतमंद और प्रवासी लोगों सहित मजदूरों को भोजन करने का सिलसिला देखने के लिए मिला। उस समय एक प्रकार से भोजन परोसने के लिए होड़ महसूस की गई । इन सब बातों से अलग हम आपको ऐसे भोजनालय में लेकर चलते हैं , जहां पर गरीब जरूरतमंद प्रवासी मजदूरों को प्रतिदिन शाम के समय निशुल्क भरपेट भोजन उपलब्ध करवाया जा रहा है।

भारतीय सनातन संस्कृति में धर्म कर्म का अपना विशेष महत्व अनादि काल से रहा है धर्मशास्त्र और वेद पुराणों में विख्यात, प्रकांड ऋषि मुनियों, साधु संतों, धर्माचार्य के द्वारा कहा गया है की जो कुछ भी दान किया जाए वही इंसान को अगले जन्म में प्राप्त होता है। इस सब के पीछे महाभारत काल का उदाहरण दानवीर कर्ण को लेकर भी दिया जाता है ।

यह बात तो अलग है , लेकिन अनादि काल से लेकर वर्तमान समय तक दान धर्म करने वालों ने कभी भी इसके फल की इच्छा नहीं रखी है। इसी कड़ी में पटौदी जाटोली मंडी नगर परिषद के हेली मंडी इलाके में रामपुर रोड पर श्री गौरी शंकर मंदिर के साथ ही बाबा रोशन सिंह की धर्मशाला में गरीब और जरूरतमंद लोगों के लिए बाबा हरदेवा रसोई का आरंभ इसी लक्ष्य और उद्देश्य को लेकर किया गया। कि सुबह के समय खाली पेट या भूख तो कोई भी व्यक्ति उठे, लेकिन शाम के समय कोई भी खाली पेट ना रहे और ना सोए। बाबा हरदेवा रसोई में प्रतिदिन गरीब और जरूरतमंद लोगों के लिए चपाती, चावल, दो सब्जी निशुल्क उपलब्ध करवाई जा रही है। इस प्रकार की रसोई और निशुल्क भोजन की व्यवस्था कहे या सुविधा कहे क्षेत्र में अपने आप में एक अनुकरणीय पहल कहा जा सकता है । इस रसोई को आरंभ करने में एक पिता के द्वारा अपने पुत्रों की भावना का सम्मान रखा गया । वहीं एक पुत्र के द्वारा अपने स्वर्गीय पिता की इच्छा को जीवित रखा गया है।

रसोई के संस्थापक रमेश परमार और कमल गोयल

बाबा हरदेवा रसोई । इसके संस्थापक और संचालक जाटोली निवासी रमेश परमार पुत्र रोशन सिंह जाटोली और कमल गोयल पुत्र स्वर्गीय सेठ महेंद्र गोयल हेली मंडी ही है इन दोनों की पारिवारिक पृष्ठभूमि धर्म-कर्म से और स्रोत और दान धर्म की रही है । गरीब और जरूरतमंद लोगों को निशुल्क भोजन के लिए बाबा हरदेवा रसोई नामकरण सहित संचालन के विषय में रमेश परमार का कहना है कि जाटोली क्षेत्र या सीमा में बाबा हरदेवा जो कि गौ भक्त रहे। उनकी आध्यात्मिक और अलौकिक शक्ति के चमत्कार आज भी देखने के लिए मिलते हैं । पूरे देश में बाबा हरदेवा के भक्त हैं । वर्ष में दो बार बाबा हरदेवा का जागरण होता है । इसके साथ ही  होली के मौके पर बाबा हरदेवा के नाम पर विशाल दंगल का आयोजन किया जाता है । रमेश परमार ने बताया सबसे महत्वपूर्ण बात यह है कि उनके पुत्र पंकज परमार, आकाश परमार और किशन परमार की हार्दिक इच्छा रही कि गरीब और जरूरतमंद लोगों के लिए निशुल्क भोजन की व्यवस्था की जाए। इसी कड़ी में कमल गोयल का कहना है कि उनके पिता स्वर्गीय महेंद्र गोयल की दिली भावना थी कि उनके जीते जी जिस प्रकार से बाबा हरदेवा मंदिर परिसर में भंडारे आयोजित किया जा रहे हैं । यह सिलसिला नियमित रूप से प्रतिदिन परिवार का ही कोई सदस्य आरंभ करें । इस विषय को लेकर अक्सर पिताजी के साथ चर्चा होती रहती थी । संयोग ऐसा बना की रमेश परमार के साथ चर्चा हुई और 1 दिसंबर 2023 से बाबा रोशन सिंह धर्मशाला में बाबा हरदेवा रसोई आरंभ कर यहां गरीब और जरूरतमंद लोगों को निशुल्क भोजन उपलब्ध करवाया जा रहा है । यह सिलसिला जब तक प्रभु और नगर खेड़ा बाबा हरदेवा को मंजूर होगा अनवर चलता ही रहेगा।

भोजन प्रतिदिन संध्या 6 से 8 बजे तक वितरित

बाबा हरदेवा रसोई में प्रतिदिन तीन कारीगरों के द्वारा लगभग 600 लोगों के लिए भोजन तैयार किया जा रहा है । भोजन में चपाती, चावल, दो सब्जी उपलब्ध रहती है । इसके अलावा विशेष मौके त्योहार इत्यादि पर रसोई में खीर, पूरी, हलुवा सहित अन्य पकवान बनाकर उपलब्ध करवाए जा रहे हैं। यहां भोजन करने वालों में अधिकांश दैनिक कामकाजी लोग,  दिहाडीदार मजदूर और उनके परिवार के बच्चे शामिल रहते हैं । इसके अलावा यहां भोजन करने के लिए बुजुर्ग भी पहुंचते हैं। इस बाबा हरदेवा रसोई की एक और खासियत यह है कि यहां पर जो भी कोई व्यक्ति भोजन ग्रहण करता है, उसको अपना बर्तन या प्लेट स्वयं ही साफ करके रखनी होती है।

प्रतिदिन पहुंच रहे यहां पर सेवादार

बाबा रोशन सिंह धर्मशाला टोडापुर हेलीमंडी में सेवारत बाबा हरदेवा रसोई में भोजन परोसने और भोजन बनाने में सहयोग करने वाले स्वयंसेवक सेवादारों की भी कोई कमी नहीं है । भारतीय समाज की व्यवस्था ही ऐसी है कि जहां भी धर्म-कर्म या सेवा भाव के कार्य हो वहां सेवादार पहुंच ही जाते हैं । पहले दिन से ही बाबा हरदेवा रसोई में पंकज परमार, श्रीपाल चौहान पूर्व पार्षद, दक्ष जैलदार, रवि परमार, राजू शर्मा, आकाश परमार, बॉबी चौहान, राहुल चौहान, कृष्ण परमार, प्रवीण यादव, जिला पार्षद यशपाल चौहान सहित और भी अन्य स्थानीय निवासी प्रतिदिन संध्या के समय अपनी सेवाएं देने के लिए पहुंच रहे हैं।

धनाढ्य लोगों का आर्थिक सहयोग अपेक्षित 

जिस प्रकार से बाबा रोशन सिंह धर्मशाला में गरीब और जरूरतमंद लोगों के लिए बाबा हरदेवा रसोई में प्रतिदिन विभिन्न प्रकार का खाना या फिर भोजन उपलब्ध करवाया जा रहा है। इसमें एक दिन में औसतन 30 किलो आटा 35 किलो चावल और जरूरत के मुताबिक दाल सब्जी का इस्तेमाल हो रहा है । जब कभी भी पकवान बनते हैं उसे मौके पर रिफाइंड तेल का भी इस्तेमाल होता है । प्रतिदिन गैस के सिलेंडर भी भोजन बनाने में खर्च हो रहे हैं । इतने खर्च को देखते हुए सवाल किया जाने पर इस रसोई के संस्थापक संचालक रमेश परमार और कमल गोयल ने कहा जब तक प्रभु की इच्छा होगी निशुल्क भोजन की यह व्यवस्था जारी रखी जाएगी। इतने मजबूत इरादे और नेक नियति को देखते हुए यह बात कहने में कोई संकोच नहीं की समाज के धनाट्य लोगों को दिल और हाथ खोलकर ऐसे पुण्य कार्य में अपना आर्थिक सहयोग देने के लिए आगे आना चाहिए। जिससे कि भारतीय सनातन संस्कृति के मुताबिक कोई भी व्यक्ति खाली पेट नहीं सोए।

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