— – भारत के समृद्धि अतीत एवं गौरवशाली संस्कृति को परिभाषित करने के लिए महर्षि वाल्मीकि को किया जाएगा याद

— प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के आह्वान पर भाजपा के प्रदेश उपाध्यक्ष जीएल शर्मा की अगुवाई में मंदिर परिसर में चलाया जाएगा सफाई अभियान

गुरुग्राम। अयोध्या में 22 जनवरी को नवनिर्मित भव्य मंदिर में रामलला के विग्रह की प्राण प्रतिष्ठा से पूर्व गुरु द्रोण की नगरी गुरुग्राम में महर्षि वाल्मीकि स्मरण समारोह आयोजित किया जा रहा है। इस कार्यक्रम के जरिए भारत के समृद्धि अतीत एवं गौरवशाली संस्कृति को परिभाषित करने के लिए महर्षि वाल्मीकि जी को याद किया जाएगा। समरोह की आयोजन कर्ता सामाजिक समरसता समिति ने शनिवार को समारोह की तैयारियों को अंतिम रूप दिया। समारोह के मुख्य अतिथि भाजपा के प्रदेश उपाध्यक्ष जीएल शर्मा होंगे।

कार्यक्रम की शुरुआत मंदिर के सफाई अभियान से होगी। प्रदेश उपाध्यक्ष जीएल शर्मा ने बताया कि देश के यशस्वी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी ने 14 जनवरी मकर संक्रांति से लेकर 22 जनवरी रामलला के विग्रह की प्राण प्रतिष्ठा तक देश के सभी मंदिरों एवं धर्मस्थलों की सफाई का आह्वान किया है। मोदी जी के आह्वान की दृष्टिगत सबसे पहले मंदिर की सफाई की जाएगी। तत्पश्चाप महर्षि वाल्मीकि स्वर्ण समारोह आरंभ होगा। सर्वप्रथम महर्षि वाल्मीकि चरण वंदना होगी। तत्पश्चात सुंदरकांड के पाठ किया जाएगा। महाआरती के बाद वाल्मीकि समाज के प्रबुद्ध जनों, शिक्षा के क्षेत्र में उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाली समाज की बेटियों को सम्मानित किया जाएगा।

जीएल शर्मा ने कहा कि भगवान श्री राम जी के साथ रामायण के रचयिता आदिकवि महर्षि वाल्मीकि जी को याद करना भी जरूरी है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अयोध्या नगरी में श्री राम मंदिर उद्घाटन से पहले महर्षि वाल्मीकि जी के नाम से भव्य इंटरनेशनल एयरपोर्ट का उद्घाटन किया है। अपने समृद्ध अतीत और गौरवशाली संस्कृति को परिभाषित करने के लिए महर्षि वाल्मीकि जी का स्मरण अति आवश्यक है।

अयोध्या में भगवान श्री राम मंदिर के निर्माण पर भाजपा और यशस्वी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के राजनीतिक प्रयासों को नजरअंदाज नहीं किया जा सकता। भारतीय जनता पार्टी के कुछ संकल्प रहे हैं । जिनमें अयोध्या में राम मंदिर का निर्माण भी महत्वपूर्ण संकल्प है। आज देश के यशस्वी प्रधानमंत्री, 140 करोड़ भारतीयों के कमल दिनकर नरेंद्र भाई मोदी जी ने इस संकल्प को पूरा किया है।

500 साल के बाद अयोध्या नगरी में भगवान श्री राम का भव्य एवं नव्य मंदिर बनकर तैयार है। 22 जनवरी को मंदिर में रामलला के विग्रह की प्राण प्रतिष्ठा होगी। सर्व सनातन यानी पूरा हिंदू समाज सदैव महर्षि वाल्मीकि जी का ऋणी रहेगा क्योंकि उन्होंने ही भगवान राम के लौकिक रूप से समस्त मानव जाति को रूबरू कराया। इसलिए जब-जब भी भगवान श्री राम का नाम लिया जाता है, महर्षि वाल्मीकि को भी स्मरण किया जाता है। यही कारण है कि अयोध्या में बने श्री राम मंदिर के मंदिर के प्रवेश पर ही महर्षि वाल्मीकि जी का भी मंदिर बनाया गया है। जीएल शर्मा ने लोगों से इस कार्यक्रम में पहुंचने का आग्रह किया है।

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