— अयोध्या में रामलला के विग्रह की प्राण प्रतिष्ठा के अवसर पर उत्साह और उल्लास से महोत्सव में झूमेगा गुरुग्राम

— मकर संक्रांति को मंदिरों की सफाई के साथ गुड़गांव गांव के मंदिर में होगा महर्षि वाल्मीकि स्मरण समारोह

गुरुग्राम। अयोध्या में 22 जनवरी को नवनिर्मित मंदिर में रामलला के विग्रह की प्राण प्रतिष्ठा के अवसर पर गुरु द्रोण की नगरी गुरुग्राम में सनातन हर्ष महोत्सव आयोजित किया जाएगा। इस महोत्सव में पुरा गुरुग्राम हर्ष और उल्लास के साथ अयोध्या में श्री रामलला के विराजमान होने की खुशी व्यक्त करेगा। हरियाणा डेयरी विकास सहकारी प्रसंघ के पूर्व चेयरमैन एवं हरियाणा भाजपा के प्रदेश उपाध्यक्ष जीएल शर्मा ने उक्त जानकारी देते हुए बताया कि भव्य सनातन हर्ष महोत्सव सदर बाजार स्थित हनुमान मंदिर परिसर में आयोजित किया जाएगा। यहां दर्शकों को बड़ी एलइडी स्क्रीन पर मंदिर उद्घाटन एवं श्री रामलला के विग्रह की प्राण प्रतिष्ठा समारोह का सीधा प्रसारण दिखाया जाएगा। कार्यक्रम की शुरुआत सुबह 9:00 बजे सुंदरकांड पाठ के साथ होगी। पाठ उपरांत मंदिर उद्घाटन एवं प्राण प्रतिष्ठा समारोह का सीधा प्रसारण प्रसारित होगा। तत्पश्चात श्रद्धालुओं को प्रसाद वितरण किया जाएगा।

जीएल शर्मा ने कहा कि राम किसी एक संप्रदाय, पंथ या धर्म के इष्ट नहीं है, बल्कि मानव जाति के लिए पूज्य हैं। 500 वर्षों की कड़ी तपस्या और त्याग के बाद अयोध्या में श्री राम लला विराजमान हो रहे हैं, सनातन के लिए इससे बड़ी खुशी कोई नहीं हो सकती। इसी खुशी में हिस्सेदारी के लिए गुरु द्रोण की धरा पर सनातन हर्ष महोत्सव का आयोजन किया जा रहा है। उन्होंने समस्त गुरुग्राम वासियों से इस कार्यक्रम में शामिल होने का आह्वान करते हुए कहा कि भगवान श्री राम की कृपा से ही यह सुनहरा अवसर हमें मिला है। निश्चित रूप से देश के एक एक नागरिक को इस खुशी में शामिल होना चाहिए।

मकर संक्रांति के दिन महर्षि वाल्मीकि स्मरण समारोह

भाजपा प्रदेश उपाध्यक्ष जीएल शर्मा ने कहा कि भगवान श्री राम जी के साथ रामायण के रचयिता आदिकवि महर्षि वाल्मीकि जी को याद करना भी जरूरी है। उन्होंने कहा कि मकर संक्रांति के दिन देश के यशस्वी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी के आह्वान पर मंदिरों और धर्म स्थलों की सफाई का कार्यक्रम तय किया गया है। शहर के विभिन्न मंदिरों में सफाई के साथ इसी दिन गुड़गांव गांव के महर्षि वाल्मीकि मंदिर में महर्षि वाल्मीकि स्मरण समारोह आयोजित किया जाएगा। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अयोध्या नगरी में श्री राम मंदिर उद्घाटन से पहले महर्षि वाल्मीकि जी के नाम से भव्य इंटरनेशनल एयरपोर्ट का उद्घाटन किया है। अपने समृद्ध अतीत और गौरवशाली संस्कृति को परिभाषित करने के लिए महर्षि वाल्मीकि जी का स्मरण अति आवश्यक है।

अयोध्या में भगवान श्री राम मंदिर के निर्माण पर भाजपा और यशस्वी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के राजनीतिक प्रयासों को नजरअंदाज नहीं किया जा सकता। भारतीय जनता पार्टी के कुछ संकल्प रहे। जिनमें अयोध्या में राम मंदिर का निर्माण भी महत्वपूर्ण संकल्प है। आज देश के यशस्वी प्रधानमंत्री, 140 करोड़ भारतीयों के कमल दिनकर नरेंद्र भाई मोदी जी ने इस संकल्प को पूरा किया है।

500 साल के बाद अयोध्या नगरी में भगवान श्री राम का भव्य एवं नव्य मंदिर बनकर तैयार है। 22 जनवरी को मंदिर में राम लला के विग्रह की प्राण प्रतिष्ठा होगी। सर्व सनातन यानी पूरा हिंदू समाज सदैव महर्षि वाल्मीकि जी का ऋणी रहेगा क्योंकि उन्होंने ही भगवान राम के लौकिक रूप से समस्त मानव जाति को रूबरू कराया। इसलिए जब-जब भी भगवान श्री राम का नाम लिया जाता है, महर्षि वाल्मीकि को भी स्मरण किया जाता है। यही कारण है कि अयोध्या में बने श्री राम मंदिर के मंदिर के प्रवेश पर ही महर्षि वाल्मीकि जी का भी मंदिर बनाया गया है।

error: Content is protected !!